Kharagpur कार्रवाई: RPF ने इंटर-स्टेट मोबाइल चोर गिरोह का किया भंडाफोड़

Kharagpur RPF ने “Operation Yatri Suraksha” के तहत एक बड़े अंतर्राज्यीय मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश किया। पढ़ें पूरी घटना की रोचक जानकारी।

Nov 26, 2024 - 19:28
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Kharagpur कार्रवाई: RPF ने इंटर-स्टेट मोबाइल चोर गिरोह का किया भंडाफोड़
Kharagpur कार्रवाई: RPF ने इंटर-स्टेट मोबाइल चोर गिरोह का किया भंडाफोड़

26 नवंबर 2024 : रेलवे सुरक्षा बल (RPF) खड़गपुर पोस्ट ने "ऑपरेशन यात्री सुरक्षा" के तहत एक बड़ा ऑपरेशन कर अंतर्राज्यीय मोबाइल चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन में 302 चोरी किए गए मोबाइल फोन, ₹3,91,000 नगद और एक मारुति अर्टिगा कार जब्त की गई। इस सफलता ने अपराधियों की कमर तोड़ते हुए RPF के साहस और सतर्कता का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।

कैसे हुआ ऑपरेशन का पर्दा उठना?

घटना 25 नवंबर 2024 की है, जब ट्रेन नंबर 18046 डाउन (ईस्ट कोस्ट एक्सप्रेस) में RPF की महिला एस्कॉर्ट टीम ने A2 कोच के बर्थ नंबर 2 और 3 पर बैठे दो संदिग्ध यात्रियों के व्यवहार को नोटिस किया। उन्होंने अपना सामान छिपाने की कोशिश की, जिससे RPF टीम को शक हुआ।

जांच के दौरान उनके तीन बैग से चोरी के मोबाइल फोन बरामद हुए। पूछताछ में संदिग्धों की पहचान पुली वनश (30) और सथुपति महालक्ष्मी (41) के रूप में हुई। उन्होंने कबूल किया कि वे सिकंदराबाद से शालीमार तक चोरी के मोबाइल पहुंचाने के लिए ₹15,000 की फीस पर कोरियर का काम कर रहे थे।

अंतर्राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़

जांच में यह खुलासा हुआ कि इस गिरोह के अन्य चार सदस्य खड़गपुर स्टेशन के दक्षिणी हिस्से के पास मौजूद हैं। RPF की छापेमारी टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें धर दबोचा। इस दौरान उनकी ग्रे मारुति अर्टिगा कार और ₹3,91,000 नगद भी बरामद हुए।

गिरफ्तार अपराधियों की सूची

  1. पुली वनश (30 वर्ष)
  2. सथुपति महालक्ष्मी (41 वर्ष)
  3. ब्रह्म देव यादव (40 वर्ष)
  4. सैयद मोहम्मद उमर निजामी (28 वर्ष)
  5. सलामत अली (30 वर्ष)
  6. अशरफ अली (47 वर्ष)

इन सभी को RPF ने गिरफ्तार कर जीआरपीएस खड़गपुर को सौंप दिया। इनके खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है।

“ऑपरेशन यात्री सुरक्षा”: यात्रियों की सुरक्षा में एक बड़ा कदम

रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए RPF द्वारा "ऑपरेशन यात्री सुरक्षा" चलाया जा रहा है। इस ऑपरेशन का उद्देश्य न केवल यात्रियों को सुरक्षित रखना है, बल्कि संगठित अपराधियों के नेटवर्क को खत्म करना भी है।

RPF खड़गपुर पोस्ट की इस कार्रवाई ने न केवल चोरी के मोबाइल फोन की तस्करी रोकने में सफलता पाई है, बल्कि यह भी साबित किया है कि रेलवे में सुरक्षा को लेकर उनकी प्रतिबद्धता अटूट है।

क्राइम नेटवर्क का इतिहास: मोबाइल चोरी के बढ़ते मामले

भारतीय रेलवे में मोबाइल चोरी के मामले लगातार बढ़ते रहे हैं। हाल के वर्षों में, RPF ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कई बड़े ऑपरेशनों को अंजाम दिया है। खड़गपुर जैसे प्रमुख जंक्शन पर अपराधियों की गतिविधियां हमेशा चुनौती रही हैं, लेकिन इस बार की कार्रवाई ने यह साबित कर दिया कि अपराधी बच नहीं सकते।

RPF टीम का सराहनीय प्रदर्शन

इस ऑपरेशन में शामिल RPF कर्मियों ने अद्वितीय कुशलता और साहस दिखाया। इस सफल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम में शामिल थे:

  • एस्कॉर्ट टीम: HC विजय यादव, CT सुशील कुमार, LC रिंकू बादला, LC संगीता देवी
  • छापेमारी टीम: SI बी. सिंह, ASI एस.के. पांडे, C रविकांत, C विकाश

इनकी त्वरित कार्रवाई ने चोरी के सामान को बरामद किया और एक बड़े अंतर्राज्यीय नेटवर्क का खुलासा किया।

RPF की सफलता, यात्रियों की सुरक्षा

खड़गपुर RPF की इस कार्रवाई ने साबित कर दिया है कि रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता अटूट है। 302 मोबाइल फोन और लाखों की नकदी की बरामदगी के साथ इस ऑपरेशन ने न केवल यात्रियों का विश्वास बढ़ाया है, बल्कि संगठित अपराध पर भी नकेल कसी है।

इस तरह की घटनाएं यह साबित करती हैं कि अपराधियों के लिए कानून का शिकंजा कितना सख्त है। रेलवे यात्रियों को चाहिए कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना RPF को तुरंत दें, ताकि रेलवे को और सुरक्षित बनाया जा सके।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।