Jarmundi Village: नाली निर्माण में घोटाला! खराब कामकाजी गुणवत्ता और घटिया सामग्री के आरोप
जरमुंडी प्रखण्ड के पहरीडीह गांव में नाली निर्माण कार्य में अनियमितता और घटिया सामग्री का आरोप। ग्रामीणों ने बिचौलिए पर की मनमानी कार्यवाही की शिकायत।
जरमुंडी, 4 जनवरी 2025: झारखंड के जरमुंडी प्रखण्ड के पहरीडीह पंचायत स्थित पहरीडीह गांव में चल रहे नाली निर्माण कार्य में घोर अनियमितता सामने आई है। ग्रामीणों का आरोप है कि काम अधूरा होने के बावजूद उसे जल्दबाजी में पूरा करने की कोशिश की जा रही है। न सिर्फ काम की गुणवत्ता खस्ता है, बल्कि घटिया सामग्री का भी इस्तेमाल किया गया है।
ग्रामीणों के मुताबिक, निर्माण कार्य में बिचौलिए द्वारा घटिया बालू का इस्तेमाल किया गया है, जिससे नाली के निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठते हैं। इसके अलावा, जिस प्लास्टर को नाली की दोनों तरफ लगाना था, वह पूरी तरह से हटने लगा है। यह मामले की गंभीरता को और बढ़ा रहा है।
क्या है मामला?
पहरीडीह गांव के ग्रामीणों ने बताया कि नाली निर्माण के लिए जो कार्य योजना बनाई गई थी, उसमें पूरे गांव को एक बेहतर जल निकासी सुविधा मिलनी चाहिए थी, ताकि पानी की निकासी सही तरीके से हो सके। लेकिन कुछ दिनों में ही यह कार्य बदनाम होने लगा। ग्रामीणों के अनुसार, बिचौलिए द्वारा कम कीमत पर घटिया बालू खरीदकर कार्य कराया गया, जिससे नाली की मजबूती प्रभावित हुई।
ग्रामीणों का आरोप:
"काम को बिना प्लास्टर के पूरा किया जा रहा है। दोनों तरफ प्लास्टर लगाने का वादा किया गया था, लेकिन न सिर्फ प्लास्टर गायब है, बल्कि काम अधूरा छोड़ दिया गया है।"
क्या हैं स्थानीय प्रतिक्रिया?
इस नाली निर्माण कार्य में घोर अनियमितता की खबर मिलते ही स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए हैं। उनका कहना है कि यह कार्य सरकार की छवि को प्रभावित कर सकता है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस कार्य का स्वतंत्र रूप से जांच कराई जाए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
इतिहास और विकास की दिशा में रुकावट
यह पहली बार नहीं है जब स्थानीय स्तर पर विकास कार्यों में अनियमितता देखने को मिली हो। हालांकि, समय-समय पर सरकारी योजनाओं के तहत गांवों में कई विकास कार्य किए गए हैं, लेकिन उन कार्यों की गुणवत्ता और सही तरीके से पूरा होना हमेशा सवालों के घेरे में रहा है।
विकास कार्यों के दौरान इस तरह की समस्याएं आम होती जा रही हैं, जिनका मुख्य कारण स्थानीय बिचौलियों की मनमानी और गलत तरीके से सामग्री की आपूर्ति हो सकता है। जब तक प्रशासन इस पर कड़ी नजर नहीं रखेगा, तब तक ऐसी समस्याएं उभरती रहेंगी।
क्या करें प्रशासन?
इस पूरे मामले में प्रशासन की भूमिका महत्वपूर्ण है। जरमुंडी प्रखण्ड के अधिकारियों को इस मुद्दे की गंभीरता को समझते हुए तुरंत जांच करनी चाहिए। यदि कार्य में अनियमितता पाई जाती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे घटनाओं को रोका जा सके।
पहरीडीह गांव में नाली निर्माण कार्य में अनियमितता और घटिया सामग्री के आरोप स्थानीय विकास के प्रयासों को शर्मसार करते हैं। इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए प्रशासन को तत्काल कदम उठाने चाहिए, ताकि ग्रामीणों को बेहतर जल निकासी व्यवस्था मिल सके।
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