Jamshedpur: बच्चों से भरे ऑटो की बस से टक्कर, जानिए क्या हुआ हादसे के बाद!

जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र में बच्चों से भरे टेंपो की बस और स्कूटी से टक्कर, जानिए हादसे के बाद क्या हुआ और कैसे ऑटो चालक ने दिखाया सूझबूझ।

Nov 27, 2024 - 18:07
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Jamshedpur: बच्चों से भरे ऑटो की बस से टक्कर, जानिए क्या हुआ हादसे के बाद!
Jamshedpur: बच्चों से भरे ऑटो की बस से टक्कर, जानिए क्या हुआ हादसे के बाद!

जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र में बुधवार को एक गंभीर सड़क हादसा हुआ, जब गोविंद विद्यालय के बच्चों से भरे एक टेंपो ने अचानक ब्रेक लगाकर रुकने वाली एक बस और एक स्कूटी को टक्कर मार दी। इस दुर्घटना में दो स्कूली बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि स्कूटी में सवार दो लोग भी चोटिल हुए। दुर्घटना ने न केवल स्थानीय लोगों को चिंता में डाल दिया, बल्कि सड़क सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर महत्वपूर्ण सवाल भी खड़े किए हैं।

हादसा कैसे हुआ?

घटना के मुताबिक, बुधवार को जब टेंपो मानगो थाना क्षेत्र के राजवाड़ा पैलेस के पास से गुजर रहा था, तो अचानक एक बस सड़क के किनारे रुक गई। टेंपो चालक ने बस को देख कर ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन इतना समय नहीं मिला कि वह पूरी तरह से रुक पाता। नतीजतन, टेंपो ने बस को पीछे से टक्कर मार दी। टेंपो की गति तेज थी, और इस कारण से स्कूटी में सवार अंकित और सुखविंदर कौर भी इसकी चपेट में आ गए और घायल हो गए।

घायल बच्चों का इलाज जारी

इस दुर्घटना में गोविंद विद्यालय के दो 9वीं कक्षा के छात्र सुफियान और अदनान भी घायल हो गए। उन्हें तुरंत उमा हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद अस्पताल पहुंचने से पहले, स्थानीय लोगों ने उन्हें प्राथमिक उपचार देने की कोशिश की।

ऑटो चालक की सूझबूझ

हादसे के बाद सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह था कि ऑटो चालक ने जल्दी से सूझबूझ दिखाते हुए सभी बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। ऑटो चालक ने घायल बच्चों को ऑटो से उतार कर उन्हें अस्पताल पहुंचाने की प्रक्रिया में पूरी तत्परता दिखायी। उनका यह कदम किसी भी बड़ी दुर्घटना को और बढ़ने से रोकने में सहायक साबित हुआ।

हादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों ने इस घटना को लेकर कहा कि ऑटो और बस दोनों की गलती थी, लेकिन ऑटो चालक ने अपनी सूझबूझ से बड़ी घटना को टाल दिया। यह घटना यातायात सुरक्षा के महत्व को और भी अधिक उजागर करती है, खासकर जब स्कूल बसें और बच्चों से भरे वाहन सड़क पर होते हैं।

स्थानीय लोगों का क्या कहना है?

घटना के बाद घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने इस हादसे को लेकर अपना दुख व्यक्त किया और कहा कि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त यातायात नियमों की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह की घटनाएं अक्सर घटती हैं, जब वाहन चालक सड़क पर बिना ध्यान दिए तेज गति से गाड़ी चलाते हैं। ऐसे हादसों से न केवल बच्चे बल्कि आम यात्री भी खतरे में रहते हैं।

स्कूली बच्चों के अभिभावकों की प्रतिक्रिया

हादसे के बाद, जैसे ही बच्चों के अभिभावक घटना स्थल पर पहुंचे, उन्होंने अपने बच्चों को सुरक्षित पाया और उन्हें घर ले जाने की प्रक्रिया शुरू की। अभिभावकों का कहना था कि वे अपने बच्चों के स्कूल यात्रा के दौरान हमेशा सतर्क रहते हैं, लेकिन ऐसी घटनाएं सोचने पर मजबूर करती हैं।

सड़क सुरक्षा और सख्त नियमों की आवश्यकता

यह हादसा सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण मुद्दे को फिर से सामने लाता है। जब स्कूल बसें और बच्चों से भरे वाहन सड़क पर होते हैं, तो वाहन चालकों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। सरकार और स्थानीय प्रशासन को इस प्रकार के सड़क हादसों को रोकने के लिए सख्त नियम और यातायात व्यवस्था लागू करनी चाहिए।

जमशेदपुर में हुई यह दुर्घटना बच्चों और आम नागरिकों के लिए एक चेतावनी है कि सड़क सुरक्षा की अनदेखी कितनी बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है। इसके अलावा, यह घटना यह भी दर्शाती है कि किस तरह से सूझबूझ और तत्परता के साथ किसी भी दुर्घटना को और गंभीर होने से रोका जा सकता है। वहीं, सड़क पर ध्यान देने और सुरक्षा नियमों का पालन करने की ज़रूरत हर किसी से ज्यादा हो जाती है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।