Jamshedpur Selection Drive: नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी के छात्रों की किस्मत बदली, टॉप टेक कंपनी में मिला ऑफर
जमशेदपुर स्थित नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय में आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव में कई छात्रों का चयन एजुकेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी ईटरनल एचिवर्स में हुआ। चयनित छात्रों को कंटेंट राइटिंग और एनालिसिस की भूमिका में सालाना 2 लाख का पैकेज मिला है।

जमशेदपुर – नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए यह सप्ताह एक बड़ी उपलब्धि लेकर आया है। विश्वविद्यालय में आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव में अंतिम वर्ष के छात्रों को सीधे एक प्रतिष्ठित एजुकेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी “ईटरनल एचिवर्स” में नौकरी का अवसर मिला है।
इस प्लेसमेंट ड्राइव में बीसीए और बीए (अंग्रेज़ी) विभाग के सात छात्रों का चयन कंटेंट राइटर और कंटेंट एनालिस्ट की भूमिका में हुआ है। चुने गए छात्रों में ऋतिक गौर, शिफा, विकास प्रमाणिक, रोहन कुमार, नेहा, कृतिका और अंशिका सिंह शामिल हैं। इन्हें सालाना ₹2 लाख का अनुबंध दिया गया है – जो शुरुआती करियर के लिहाज से एक मजबूत शुरुआत मानी जा रही है।
टेक्नोलॉजी सेक्टर में पहला कदम
ईटरनल एचिवर्स, जमशेदपुर स्थित एक उभरती हुई एजुकेशनल टेक कंपनी है जो डिजिटल कंटेंट, लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम और एजुकेशनल एनालिटिक्स पर काम करती है। ऐसे में इन युवाओं को तकनीकी और शैक्षणिक दुनिया के संगम पर काम करने का अवसर मिला है।
आज के दौर में जहां हर युवा कॉरपोरेट सेक्टर की दौड़ में शामिल होने की होड़ में है, वहीं नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय के छात्रों ने यह दिखाया है कि कड़ी मेहनत, दक्षता और सही मार्गदर्शन से रास्ते खुद बनते हैं।
विश्वविद्यालय की रणनीति और इतिहास
नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय ने बीते कुछ वर्षों में प्लेसमेंट को लेकर जो सक्रियता दिखाई है, वह सराहनीय है। विश्वविद्यालय के रोजगार प्रदाता प्रकोष्ठ की ओर से बताया गया कि देश की अग्रणी टेकसेवी और मल्टी-डोमेन कंपनियों से संपर्क बढ़ाया जा रहा है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव नागेंद्र सिंह का कहना है कि, “हमारा लक्ष्य है कि हर छात्र को न केवल एक जॉब मिले, बल्कि वह उस भूमिका में खुद को निखार सके। टेक्नोलॉजी, कंटेंट और एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं और हमारे छात्र इन संभावनाओं का उपयोग कर रहे हैं।”
इतिहास की बात करें तो यह विश्वविद्यालय हमेशा से स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में अग्रसर रहा है। पहले जहां प्लेसमेंट के अवसर सीमित थे, अब लगातार ऐसे ड्राइव्स से छात्रों को भविष्य की नई राहें मिल रही हैं।
छात्रों की प्रतिक्रिया
चयनित छात्र ऋतिक गौर और अंशिका सिंह का कहना है कि विश्वविद्यालय द्वारा समय-समय पर दिए गए प्रशिक्षण और करियर काउंसलिंग से उन्हें सही दिशा मिली। “हमने जो सीखा, वही हमें इंटरव्यू में दिखाना था – और हम सफल हुए,” उन्होंने बताया।
केवल शुरुआत है ये
जमशेदपुर में स्थित नेताजी सुभाष विश्वविद्यालय का यह प्लेसमेंट ड्राइव यह साबित करता है कि अवसर हर जगह हैं, बस उन्हें पहचानना और पकड़ना जरूरी है। यह चयन न केवल छात्रों के लिए, बल्कि विश्वविद्यालय के लिए भी एक गौरवपूर्ण क्षण है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले महीनों में और कौन-कौन सी बड़ी कंपनियां विश्वविद्यालय का रुख करती हैं और छात्र किन ऊँचाइयों को छूते हैं।
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