Jamshedpur Olympiad: 20वीं बार होगा रचनात्मकता का महासंग्राम, देखिए किसने मारी बाज़ी!
जमशेदपुर में होने जा रहे 20वें राष्ट्रीय रचनात्मकता ओलंपियाड 2025 में देशभर के छात्र पेश करेंगे विज्ञान और नवाचार की शानदार झलक। जानिए इस बार का थीम, कार्यक्रम और खास मेहमानों के बारे में।

क्या आपने कभी बच्चों की कल्पनाशक्ति को हकीकत में बदलते देखा है? क्या आपने कभी स्कूली छात्रों को ‘शार्क टैंक’ स्टाइल में बिजनेस आइडिया पिच करते देखा है? अगर नहीं, तो तैयार हो जाइए, क्योंकि राष्ट्रीय रचनात्मकता ओलंपियाड 2025 जमशेदपुर में फिर से धमाल मचाने को है!
हर साल की तरह, इंस्टीट्यूट ऑफ एक्सपेरिमेंटेशन (IOE) इस बार भी 19-20 अप्रैल को अपने जमशेदपुर केंद्र में 20वें संस्करण का आयोजन कर रहा है। यह प्रतियोगिता केवल विज्ञान और तकनीक तक सीमित नहीं, बल्कि छात्रों की रचनात्मक सोच, नवाचार, टीमवर्क और व्यवहारिक क्षमता का असली इम्तिहान है।
कहां से शुरू हुआ था ये सफर?
इस राष्ट्रीय स्तर के मेगा इवेंट की नींव साल 2000 में रखी गई थी। तब यह सिर्फ एक स्थानीय प्रयास था, लेकिन 2001 से इसे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली और आज यह भारत के अग्रणी स्कूल प्रतियोगिताओं में शामिल है। बीते दो दशकों में, ओलंपियाड ने देशभर के हजारों स्कूलों को प्रेरित किया है कि वो अपने छात्रों की छिपी हुई प्रतिभा को पहचानें और उन्हें सही मंच दें।
क्या है इस बार का थीम और फ़ॉर्मेट?
इस बार की थीम है “भूमि बहाली, मरुस्थलीकरण और सूखे से निपटने की क्षमता” — जो सीधे तौर पर जलवायु परिवर्तन की मौजूदा चुनौतियों से जुड़ी है। छात्रों को इस पर कार्यशील मॉडल तैयार करने होंगे जो 20 अप्रैल को जजेस के सामने प्रस्तुत किए जाएंगे।
ओलंपियाड को दो श्रेणियों में बांटा गया है:
1. डायरेक्ट डोमेन (19 अप्रैल):
इसमें टॉप 24 टीमें हिस्सा लेंगी — जिनमें से 5 स्कूल जमशेदपुर लोकल एलिमिनेशन राउंड से चुने गए हैं और बाकी देशभर से नामांकित हैं।
सुबह का पहला सेशन होगा एक शार्क टैंक स्टाइल एनालिटिकल चैलेंज, जिसमें छात्र मौके पर दी गई सामग्री से मॉडल तैयार कर उसका विज्ञान, लॉजिक और इनोवेशन के आधार पर समाधान देंगे।
दोपहर बाद, एक व्यावहारिक इंजीनियरिंग चैलेंज रखा गया है, जिसमें छात्रों को फिजिक्स, हाइड्रोलिक्स और न्यूमेटिक्स के सिद्धांतों का उपयोग कर समस्या का हल निकालना होगा।
2. ओपन डोमेन (20 अप्रैल):
केवल जमशेदपुर के स्थानीय स्कूलों के लिए है। इसमें जूनियर और सीनियर कैटेगरी के छात्र एक निर्धारित विषय पर कार्यशील मॉडल तैयार करेंगे। इन मॉडलों को पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान प्रदर्शित किया जाएगा और हर कैटेगरी से सर्वश्रेष्ठ 2 को ट्रॉफी मिलेगी।
पुरस्कार और प्रमुख मेहमान
तीनों प्रतियोगिताओं के विजेताओं को आकर्षक पुरस्कार, और सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र दिए जाएंगे।
इस आयोजन की मुख्य अतिथि 19 अप्रैल को होंगी - प्रज्ञा सिंह, प्रिंसिपल, डीएवी पब्लिक स्कूल, बिष्टुपुर।
समापन समारोह 20 अप्रैल को शाम 6:30 बजे SNTI ऑडिटोरियम में आयोजित होगा, जिसमें जया एस पांडा, चीफ L&D और CDO, टाटा स्टील लिमिटेड, मुख्य अतिथि होंगी।
देशभर से भागीदारी
ओलंपियाड में हिस्सा लेने वाले शहरों में कानपुर, पटना, अलीगढ़, रांची, भुवनेश्वर, तिरुपति, दुर्गापुर, हैदराबाद, उत्तराखंड, गुवाहाटी और कई अन्य शामिल हैं। इन सभी टीमों को एलिमिनेशन राउंड के बाद अंतिम चयन मिला है।
प्रायोजक और सहयोग
इस मेगा इवेंट को टिनप्लेट डिवीजन, टाटा पावर, JCAPCPL, JAMIPOL, TRF, EcoLab, TSTSL, Air Water India, NepaSoft, EMDET Jamshedpur और अन्य प्रमुख कॉर्पोरेट्स का समर्थन प्राप्त है।
रचनात्मकता, विज्ञान और टीमवर्क का ये संगम छात्रों के लिए केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक लाइफ-चेंजिंग प्लेटफॉर्म है। अगर आपने आज के छात्रों को केवल किताबों तक सीमित समझा है, तो इस बार का ओलंपियाड आपके सोच को बदल देगा।
तो जुड़िए इस नवाचार के उत्सव से और देखिए भारत के युवा दिमाग कैसे बदलते हैं भविष्य का नक्शा!
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