Saraikela Raid: किराना दुकान के पीछे अंग्रेजी शराब का गुप्त अड्डा, पुलिस की छापेमारी में खुला राज!
सरायकेला के आमदा क्षेत्र में पुलिस ने अवैध अंग्रेजी शराब के बड़े अड्डे का खुलासा किया है। छापेमारी में दो लोग गिरफ्तार, 100 से ज्यादा बोतलें जब्त। जानिए कैसे एक किराना दुकान की आड़ में चल रहा था ये गोरखधंधा।

सरायकेला (खरसावां): झारखंड के सरायकेला जिले के खरसावां थाना क्षेत्र अंतर्गत आमदा इलाके में पुलिस ने अवैध अंग्रेजी शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर एक गुप्त अड्डे का भंडाफोड़ किया है। जहां एक ओर प्रशासन शराबबंदी को लेकर कड़ा रुख अपना रहा है, वहीं दूसरी ओर एक साधारण सी दिखने वाली किराना दुकान के गोदाम से चल रहा था अंग्रेजी शराब का कारोबार।
गुप्त सूचना से खुली पोल
एसडीपीओ समीर सवैया ने बताया कि वरीय अधिकारियों को आमदा ओपी क्षेत्र अंतर्गत तेलाईडीह पंचायत के लोसोदिकी गांव में अवैध शराब के खरीद-बिक्री की गुप्त सूचना मिली थी। उसी के आधार पर गुरुवार देर शाम छापेमारी की गई, जो पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता साबित हुई।
गोदाम से निकलीं अंग्रेजी शराब की बोतलें
छापेमारी के दौरान पुलिस ने लोसोदिकी गांव में एक किराना दुकान के पीछे बने गोदाम से कुल 103 अंग्रेजी बियर की बोतलें और करीब 43 लीटर अंग्रेजी शराब जब्त की। जब्त शराब की कुल अनुमानित बाजार कीमत 56,740 रुपये बताई जा रही है।
गिरफ्तारी और पूछताछ
इस मामले में पुलिस ने उग्रसेन महतो और अभिमन्यु महतो को मौके से गिरफ्तार किया है। दोनों से पूछताछ के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। पुलिस का मानना है कि यह सिर्फ एक छोटा हिस्सा है, और इस गिरोह के पीछे और भी लोग शामिल हो सकते हैं।
इतिहास गवाह है: सरायकेला में पहले भी पकड़ी गई है शराब माफिया की जड़ें
सरायकेला-खरसावां जिला पहले भी अवैध शराब कारोबार के लिए बदनाम रहा है। 2021 में भी यहां के ईचागढ़ क्षेत्र में एक बड़े शराब सिंडिकेट का भंडाफोड़ हुआ था, जिसमें लाखों रुपये की शराब जब्त की गई थी। यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि प्रशासन की सख्ती के बावजूद शराब माफिया के हौसले अभी भी बुलंद हैं।
सवालों के घेरे में किराना दुकानों की भूमिका
अब सवाल ये उठता है कि क्या हर गांव या कस्बे की किराना दुकान सिर्फ राशन की बिक्री के लिए होती है? या फिर इन दुकानों की आड़ में गोरखधंधा भी फल-फूल रहा है? पुलिस इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की जांच में जुटी है।
सरायकेला की इस कार्रवाई ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अवैध शराब का धंधा गांवों तक फैल चुका है और अब यह गली-कूचों की दुकानों से भी संचालित हो रहा है। लेकिन साथ ही ये भी दिखाता है कि पुलिस सतर्क है और गुप्त सूचना के आधार पर कड़ा एक्शन लेने को तैयार भी। अब देखने वाली बात होगी कि इस नेटवर्क के और किन-किन कड़ियों का खुलासा होता है।
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