सावधान! खेलते-खेलते मौत का शिकार बनीं दो मासूम बच्चियां - जानिए कैसे बचें ऐसी दुर्घटनाओं से
क्या आप जानते हैं कि बिजली के खुले तारों से कैसे बचा जाए? जानिए कैसे दो मासूम बच्चियों की करंट लगने से मौत हो गई और कैसे आप ऐसी दुर्घटनाओं से अपने बच्चों को सुरक्षित रख सकते हैं।
झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के आमदा ओपी अंतर्गत गुटूसाई टोला में रविवार को एक हृदय विदारक घटना घटी, जब दो मासूम बच्चियों की करंट लगने से मौत हो गई। यह घटना न केवल गांव के लिए बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए सदमे का कारण बन गई है।
गुटूसाई गांव में रहने वाली कुनी बानरा (13) और राजनगर के कोलाबाड़ी की रहने वाली रुकमणी सामड़ (12) आपस में खेल रही थीं। रुकमणी अपने ननिहाल गुटूसाई गांव आई हुई थी। खेल के दौरान, वे बिजली के एक पोल के पास पहुंच गईं, जहां खुला अर्थिंग तार था। दुर्भाग्यवश, इस अर्थिंग तार में करंट दौड़ रहा था, और दोनों बच्चियां उसकी चपेट में आ गईं।
घटना के बाद की स्थिति
जैसे ही यह हादसा हुआ, आसपास के लोगों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों बच्चियों को खरसावां सीएचसी पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद, उन्हें सरायकेला सदर अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। इस दुखद घटना की खबर सुनकर विधायक प्रतिनिधि अनूप सिंहदेव और झामुमो नेत्री रानी बानरा अस्पताल पहुंचे और पीड़ित परिवारों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
कुनी और रुकमणी के परिवार इस दुखद घटना से गहरे सदमे में हैं। रो-रोकर परिजनों का बुरा हाल है। इस घटना ने गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है।
प्रशासनिक कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही आमदा पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की तहकीकात शुरू कर दी। पुलिस ने परिजनों से बातचीत की और फिर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू की जांच कर रही है ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
सुरक्षा उपाय और जागरूकता
यह घटना हमें यह सोचने पर मजबूर करती है कि ऐसी दुर्घटनाएं कैसे रोकी जा सकती हैं। हमें अपने बच्चों को बिजली के खतरों से अवगत कराना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे खुले बिजली के तारों और पोलों से दूर रहें। इसके अलावा, प्रशासन को भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए, जैसे कि खुले तारों की जांच और उन्हें सही करना।
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