Jamshedpur Kidnapping : सोनारी से वाहन रिकवरी एजेंट ने युवक का किया अपहरण, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करके कदमा से दबोचा, पूछताछ जारी
जमशेदपुर के सोनारी थाना क्षेत्र में पैसे के लेनदेन के विवाद में वाहन रिकवरी एजेंट पिंटू सिंह ने अक्षत आनंद उर्फ सोनू का जबरन अपहरण कर लिया। कॉलोन इवेंट्स के प्रोप्राइटर से जुड़े विवाद के चलते हुई इस घटना पर सोनारी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को कदमा से हिरासत में ले लिया।
जमशेदपुर शहर के सोनारी थाना क्षेत्र से शुक्रवार को एक ऐसी सनसनीखेज घटना सामने आई है, जो बताती है कि आर्थिक विवाद कितना जल्दी हिंसा और अपहरण जैसे गंभीर अपराध में बदल सकते हैं। यहां पैसे के लेनदेन को लेकर उलझे एक विवाद में वाहन रिकवरी एजेंट ने एक युवक को जबरन अगवा कर लिया। हालांकि, सोनारी पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण अपहृत युवक को जल्द ही बचा लिया गया और आरोपी को हिरासत में लिया गया।
भारतीय इतिहास में ऐसे मामले अक्सर सामने आते रहे हैं जहां ऋण वसूलने या रकम वापस लेने के लिए अवैध और अपराधिक तरीकों का इस्तेमाल किया जाता है। रिकवरी एजेंटों की बढ़ती मनमानी पर कानूनी शिकंजा कसना समय की मांग है, क्योंकि उनका काम रिकवरी के नाम पर अवैध बल का उपयोग करना नहीं होना चाहिए।
पैसे के विवाद में अपहरण
सोनारी निवासी अक्षत आनंद उर्फ सोनू का अपहरण करने वाला पिंटू सिंह एक वाहन रिकवरी एजेंट के रूप में पहचाना गया है। इस अपहरण के पीछे की कहानी एक रुके हुए प्रोजेक्ट और उससे जुड़े पैसे की वापसी का विवाद है।
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विवाद का जाल: करीब एक वर्ष पूर्व, कॉलोन इवेंट्स के प्रोप्राइटर सिद्धार्थ राव ने एक प्रोजेक्ट के सिलसिले में किसी व्यक्ति को कुछ रकम दी थी। हालांकि, प्रोजेक्ट में विवाद उत्पन्न होने के कारण काम रुक गया और पैसे की वापसी को लेकर दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ता गया।
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पिंटू सिंह का दबाव: इसी विवाद में गुरुवार को पिंटू सिंह ने अक्षत आनंद उर्फ सोनू पर रकम लौटाने का जबरदस्त दबाव बनाया। जब बात नहीं बनी, तो उसने सोनू को जबरन एक वाहन में बैठाकर अगवा कर लिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और हिरासत
यह घटना जैसे ही सोनारी पुलिस के संज्ञान में आई, पूरी टीम सक्रिय हो गई। किसी भी गंभीर परिणाम से बचने के लिए पुलिस ने तत्काल छापेमारी अभियान शुरू कर दिया।
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कदमा से गिरफ्तारी: पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी पिंटू सिंह को कदमा क्षेत्र से हिरासत में ले लिया और युवक को सुरक्षित बचा लिया।
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रिकवरी एजेंट की भूमिका: पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक पूछताछ में पिंटू सिंह ने बताया कि उसे सिद्धार्थ राव की ओर से पैसे की रिकवरी के लिए नियुक्त किया गया था। हालांकि, पैसे वसूलने के लिए अपहरण का रास्ता अपनाना कानूनन गंभीर जुर्म है।
सोनारी थाना प्रभारी ने बताया है कि आरोपी से विस्तृत पूछताछ जारी है और पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इस अपहरण कांड में पिंटू सिंह के अलावा और कौन-कौन लोग शामिल थे और क्या यह अपहरण पैसे रिकवर करने वाली कंपनी या प्रोप्राइटर के निर्देश पर किया गया था। पूछताछ के बाद मामले का पूरा खुलासा किया जाएगा।
आपकी राय में, रिकवरी एजेंटों द्वारा इस तरह के अपराधिक तरीकों को रोकने के लिए कानून और पुलिस प्रशासन को कौन से दो कड़े सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए?
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