Jamshedpur पूजा: विधायक सरयू राय ने श्रीरामनवमी पर कन्या पूजन से रचाई अध्यात्म की अनोखी मिसाल
जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में माता सिद्धिदात्री की पूजा और राम जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया। कन्या पूजन, भोग वितरण और नवाह परायण की पूर्णाहुति ने इस पर्व को खास बना दिया।

जमशेदपुर, झारखंड: श्रीरामनवमी के पावन अवसर पर जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने रविवार को श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर में भक्तिभाव और परंपरागत उल्लास के साथ पूजा-अर्चना की। इस मौके पर उन्होंने माता सिद्धिदात्री की आराधना की और प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव को विशेष श्रद्धा के साथ मनाया।
इस धार्मिक आयोजन की खास बात रही—कन्या पूजन, जिसमें सरयू राय ने स्वयं अपने हाथों से कन्याओं को भोजन परोसा और उन्हें उपहार भेंट कर आशीर्वाद लिया।
नवाह पाठ की पूर्णाहुति और भक्ति का चरम
गत कई दिनों से श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर परिसर में चल रहा गोस्वामी तुलसीदास रचित श्रीरामचरितमानस का नवाहपरायण पाठ रविवार को विधिपूर्वक पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ।
पुजारी विनोद पांडेय के नेतृत्व में आरंभ हुए इस पाठ में भक्तों की भारी भागीदारी देखने को मिली। पाठ के समापन पर आरती, पुष्पांजलि और भोग वितरण हुआ जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
महीवीरी झंडा और सिद्धिदात्री पूजा बनीं श्रद्धा का केंद्र
रामनवमी की परंपरा के अनुसार, इस मौके पर मंदिर परिसर में विशाल महावीरी पताका (ध्वज) भी स्थापित किया गया।
इससे पूर्व शुक्रवार को श्री गौरी-गणेश और देवी सिद्धिदात्री का नियमित पूजन संपन्न हुआ। इसके उपरांत हनुमान जी के झंडा पूजन के साथ हवन भी किया गया।
यह आयोजन न केवल अध्यात्म का प्रतीक था, बल्कि सामुदायिक एकता और श्रद्धा के रंगों से सराबोर एक पावन संगम भी बना।
अद्भुत कन्या पूजन और सांस्कृतिक परंपराएं
विधायक सरयू राय ने इस अवसर पर परंपरागत कन्या पूजन कर समाज को नारी सम्मान का संदेश दिया। कन्याओं को अपने हाथों से भोजन परोसते हुए उन्होंने कहा:
“नवमी के दिन कन्या पूजन सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं, यह भविष्य की शक्ति को सम्मान देने का तरीका है।”
उनके इस भाव ने आयोजन में मौजूद श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया।
ऐतिहासिक झलक: जमशेदपुर में रामनवमी की संस्कृति
जमशेदपुर में रामनवमी केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि सांस्कृतिक विरासत का परिचायक है। हर वर्ष शहर के मंदिरों में होने वाली भव्य सजावट, रामचरितमानस का पाठ, महीवीरी झंडा और कन्या पूजन जैसे आयोजन इस बात की पुष्टि करते हैं कि यह पर्व यहां आस्था और एकता का प्रतीक बन चुका है।
सामाजिक समरसता का अद्भुत संगम
इस अवसर पर समाज के विभिन्न वर्गों से लोग उपस्थित हुए। आशुतोष राय, शिवशंकर सिंह, सुबोध श्रीवास्तव, नीरज सिंह, अमृता मिश्रा सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने इस धार्मिक आयोजन में भाग लेकर सामाजिक समरसता का परिचय दिया।
वहीं, धर्मेंद्र प्रसाद, राजन सिंह राजपूत, विवेक पांडेय, और निखार सबलोक जैसे कई सामाजिक कार्यकर्ता भी उपस्थित थे, जिन्होंने आयोजन के सफल संचालन में सहयोग दिया।
धर्म, सेवा और एकता की त्रिवेणी
रामनवमी 2025 का यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बना, बल्कि इसमें निहित सेवा, श्रद्धा और सामाजिक सौहार्द ने इसे एक आदर्श आयोजन बना दिया।
विधायक सरयू राय का यह प्रयास न सिर्फ एक राजनीतिक चेहरा, बल्कि एक समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता और धर्मनिष्ठ व्यक्ति की छवि को सामने लाता है।
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