Jamshedpur तैयारी: रामनवमी जुलूस से पहले सड़कों पर उतरे SSP, जानिए 168 अखाड़ों के लिए कैसी है सुरक्षा रणनीति
रामनवमी से पहले जमशेदपुर में SSP किशोर कौशल ने अधिकारियों संग पैदल मार्च किया। 168 अखाड़ों के विसर्जन जुलूस के लिए शहर को 35 जोन में बांटा गया है, जानिए सुरक्षा की पूरी तैयारी और क्या हैं खास इंतज़ाम।

जमशेदपुर, झारखंड: रामनवमी के पावन अवसर को शांतिपूर्ण और भव्य बनाने के लिए जमशेदपुर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है। रविवार, 6 अप्रैल को खुद एसएसपी किशोर कौशल ने पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मानगो क्षेत्र में पैदल मार्च किया। इस दौरान आजादनगर और उलीडीह थाना क्षेत्र में भी गश्त की गई।
एसएसपी के साथ सिटी एसपी कुमार शिवाशीष, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर अनिकेत सचान, मानगो नगर निगम प्रभारी उप नगर आयुक्त कृष्णा कुमार, और कई पुलिस अधिकारी भारी संख्या में मौजूद रहे।
सड़कों पर उतरे अफसर, जवानों से संवाद, जनता को भरोसा
पैदल मार्च के दौरान एसएसपी ने क्षेत्र में तैनात जवानों से संवाद किया और उनके मनोबल को बढ़ाया। उन्होंने कहा,
“रामनवमी का त्योहार श्रद्धा और उत्साह से जुड़ा है। हमारा दायित्व है कि इसे सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराएं। हर थाना प्रभारी को निर्देश दिया गया है कि वे लगातार गश्त करें और किसी भी अफवाह या असामाजिक गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करें।”
168 अखाड़ों के विसर्जन जुलूस – कैसे है प्रशासन की ‘ग्राउंड प्लानिंग’?
सोमवार को जमशेदपुर में 168 अखाड़ों द्वारा निकाले जाने वाले रामनवमी झंडा विसर्जन जुलूस को लेकर जिला प्रशासन ने मल्टी-लेवल सिक्योरिटी प्लान तैयार किया है:
शहर को 35 जोन और 9 सुपर जोन में बांटा गया है
251 दंडाधिकारी और 1188 पुलिसकर्मी तैनात
हर सुपर जोन में एक सुपर जोनल मजिस्ट्रेट और एक सुपर जोनल पुलिस अधिकारी
135 स्टैटिक मजिस्ट्रेट संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष निगरानी के लिए
कंट्रोल रूम 24x7 एक्टिव, रिजर्व बल भी अलर्ट
डीसी अनन्य मित्तल ने बताया कि,
“जुलूस के दौरान जिले का कंट्रोल रूम 24 घंटे एक्टिव मोड में रहेगा। दो अधिकारियों की दो शिफ्ट में ड्यूटी तय की गई है, साथ ही एक अधिकारी रिजर्व में रहेगा। इसके अलावा 33 अतिरिक्त दंडाधिकारी भी रिजर्व में हैं।”
इनमें से 21 अधिकारी धालभूम और 12 घाटशिला अनुमंडल में तैनात रहेंगे।
7 घाटों पर 168 जुलूस, तैनात रहेंगे ज़ोनल अधिकारी
रामनवमी जुलूस के समापन यानी विसर्जन प्रक्रिया को लेकर भी प्रशासन बेहद सतर्क है। सभी जुलूस 7 जोन में निर्धारित घाटों पर पहुंचेंगे, जहां:
7 ज़ोनल मजिस्ट्रेट
32 स्टैटिक मजिस्ट्रेट
तैनात रहेंगे ताकि विसर्जन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।
इतिहास की झलक: जमशेदपुर में रामनवमी की परंपरा
जमशेदपुर में रामनवमी का पर्व दशकों पुरानी परंपरा है, जहां 168 अखाड़े विभिन्न इलाकों से निकलते हैं। भव्य झंडा जुलूस, पारंपरिक नृत्य, और धार्मिक गीतों के साथ यह त्योहार ना सिर्फ आस्था का प्रतीक बन चुका है, बल्कि सांस्कृतिक एकता का मंच भी है।
बाइक दस्ता, सीआरपीएफ, RAP – सुरक्षा की तीन परतें
शहर में सीआरपीएफ, RAP और जिला पुलिस बल की टीम को हर ज़ोन में तैनात किया गया है। इसके अलावा:
बाइक दस्तों की तैनाती
सादे लिबास में पुलिसकर्मी
नियमित पैदल गश्ती
इन सबके जरिए असामाजिक तत्वों पर सख्त नजर रखी जा रही है।
सब कुछ प्लान के मुताबिक, अब जनता से सहयोग की अपील
जिला प्रशासन और पुलिस बल की ओर से पूरी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। अब ज़रूरत है शहरवासियों से सहयोग की, ताकि यह पावन पर्व शांति, उल्लास और उत्साह के साथ संपन्न हो सके।
यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो यह रामनवमी एक नज़ीर बन सकती है, जहां आस्था और प्रशासनिक कुशलता का बेहतरीन संतुलन देखने को मिलेगा।
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