Saraikela सनसनी: जंगल के किनारे मिला रहस्यमयी शव, बोलेरो और डंडे से खुल रही कहानी की परतें
सरायकेला के इचागढ़ थाना क्षेत्र में चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जंगल के पास एक अज्ञात शव और बोलेरो वाहन मिलने से पूरे इलाके में दहशत फैल गई है। जानिए पूरा मामला और इससे जुड़े पुराने रहस्यों की कड़ी।

सरायकेला-खरसावां जिला एक बार फिर चौंकाने वाली घटना से सुर्खियों में है। इचागढ़ थाना अंतर्गत नदीसाई पंचायत के नागासोरेन-कुटाम सड़क मार्ग पर आमनदीरी गांव के पास स्थित एक वीरान स्थान चड़का पाथर के समीप एक 50 वर्षीय व्यक्ति का शव बेहद रहस्यमयी हालत में पाया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी विक्रमादित्य पांडे पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सुनसान जगह, बोलेरो और डंडे – जुड़ती जा रही हैं कई कड़ियाँ
घटनास्थल से महज कुछ ही दूरी पर पुलिस को एक सफेद रंग की बोलेरो भी मिली, जिसमें से डंडे और पत्थर बरामद किए गए हैं। यह बोलेरो इस पूरी कहानी का अहम सुराग बन सकती है। पुलिस का अनुमान है कि इस वाहन का घटना से गहरा नाता हो सकता है।
शव की पहचान हुई है आरआईटी थाना क्षेत्र के रोड नंबर 19 निवासी रघुनाथ राय उर्फ झमालु के रूप में, जो पूर्व में भी आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा रहा है। जानकारी के अनुसार, वह जमीन की दलाली करता था और इसके चलते कई बार विवादों में भी घिर चुका था।
कौन था रघुनाथ राय?
रघुनाथ राय का नाम स्थानीय आपराधिक नेटवर्क में जाना-पहचाना था। वह पहले भी जेल यात्रा कर चुका था और उसके दोनों बेटे भी इसी रास्ते पर आगे बढ़ रहे थे। हालांकि, पिछले कुछ समय से वह खुद को लो-प्रोफाइल में रख रहा था।
इलाके में चर्चा है कि रघुनाथ का नाम कई जमीन विवादों में जुड़ा हुआ था और यह घटना कहीं उसी की परिणति तो नहीं? फिलहाल पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है।
इचागढ़ में बढ़ती रहस्यमयी घटनाएं – सिर्फ इत्तेफाक या कुछ और?
इस घटना से ठीक 10 दिन पहले, इसी थाना क्षेत्र के नारों नदी घाट के पास एक अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ था। उस केस का अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है। अब दूसरी घटना ने इलाके के लोगों को चिंता में डाल दिया है।
दोनों मामलों में एक समानता यह है कि शव को सुनसान जगह पर फेंका गया, जिससे यह सवाल उठता है – क्या यह सुनियोजित साजिश का हिस्सा है?
पुलिस क्या कहती है?
इचागढ़ थाना प्रभारी विक्रमादित्य पांडे ने बताया कि,
"हम सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रहे हैं। शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जो मामले में कई राज़ खोल सकती है। बोलेरो की जांच की जा रही है और उसके नंबर, मालिक, तथा लोकेशन ट्रैकिंग का काम शुरू कर दिया गया है।"
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रकार की घटनाएं अब आम होती जा रही हैं और लोगों में असुरक्षा की भावना पनप रही है।
झारखंड की ग्रामीण सड़कों पर उभरते खतरे – क्या हो रहा है बदलाव?
झारखंड के ग्रामीण इलाके, जो कभी शांत और सामान्य माने जाते थे, अब कई बार रहस्यमयी घटनाओं का केंद्र बनते जा रहे हैं। खासकर सुनसान इलाकों और पंचायत मार्गों पर ऐसे मामले सामने आना प्रशासन के लिए चिंता का विषय है।
सरायकेला-खरसावां क्षेत्र का इतिहास देखें तो यहाँ जमीन विवाद, पारिवारिक रंजिश और अवैध कारोबार के चलते अक्सर तनाव की स्थिति बनती रही है।
पहेली बनी हुई है यह मौत
रघुनाथ राय की मृत्यु महज़ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक ऐसी कहानी की शुरुआत है जो धीरे-धीरे अनसुलझे रहस्यों से पर्दा उठाने वाली है। बोलेरो, डंडे, सुनसान इलाका और पुराना आपराधिक इतिहास — सभी मिलकर इस घटना को और भी पेचीदा बना देते हैं।
अब देखना यह होगा कि पुलिस अपनी जांच में सच के कितने करीब पहुंच पाती है और क्या इन घटनाओं का कोई सामूहिक कनेक्शन निकलता है या नहीं।
What's Your Reaction?






