Jamshedpur Road Safety Week: उपायुक्त की बैठक में सड़क हादसों को रोकने के लिए उठाए जाएंगे ठोस कदम
जमशेदपुर में सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान आयोजित बैठक में उपायुक्त आनंद मित्तल ने सड़क हादसों में कमी लाने के लिए कई अहम दिशा-निर्देश दिए। जानें शहर में सड़क सुरक्षा के लिए प्रशासन के नए कदम और योजनाओं के बारे में।
जमशेदपुर में सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान जिला उपायुक्त आनंद मित्तल की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में एसएसपी किशोर कौशल, डीटीओ धनंजय कुमार और ट्रैफिक डीएसपी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। इसके अलावा शहर के कई सामाजिक संगठनों के लोग भी इस बैठक में शामिल हुए, ताकि सड़क हादसों पर नियंत्रण पाया जा सके।
सड़क हादसों की स्थिति में सुधार
पिछले एक वर्ष में सड़क हादसों में काफी कमी आई है, लेकिन अब भी कई जगहों पर दुर्घटनाएं हो रही हैं। बैठक में यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया कि शहर में सड़क सुरक्षा के उपायों को और प्रभावी बनाना होगा। उपायुक्त आनंद मित्तल ने कहा कि जिला प्रशासन की सबसे बड़ी प्राथमिकता शहरवासियों की सुरक्षा है। प्रशासन ने सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई अभियान चलाए हैं और भविष्य में इसे और अधिक मजबूत किया जाएगा।
नए दिशा-निर्देशों पर जोर
इस बैठक के दौरान उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। उनका कहना था कि सड़क सुरक्षा को लेकर प्रशासन को और सक्रिय होना होगा। विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहाँ सड़क पर अवैध कब्जे हो रहे हैं या ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन हो रहा है, वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि सड़कों के चौड़ीकरण का काम जल्द शुरू किया जाएगा, जिससे वाहनों की गति नियंत्रित हो सके और हादसों की संभावना कम हो।
पार्किंग और ट्रैफिक नियमों की सख्ती
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि नो पार्किंग जोन में भारी वाहनों को खड़ा करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा, ताकि लोग सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक हों। उपायुक्त ने यह भी कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कई अन्य उपायों पर विचार किया जाएगा, जैसे बेहतर सिग्नल व्यवस्था और ट्रैफिक पुलिस की उपस्थिति को बढ़ाना।
एसएसपी किशोर कौशल का महत्वपूर्ण बयान
एसएसपी किशोर कौशल ने बैठक में बताया कि पाडीह चौक से लेकर बड़ाबांकी चौक के बीच काफी सड़क हादसे हो रहे हैं। इसका मुख्य कारण है, एनएच पर अवैध रूप से भारी वाहनों का खड़ा होना। इस पर उन्होंने कड़ा रुख अपनाया और कहा कि इस दिशा में कार्रवाई की जाएगी।
सड़क सुरक्षा के लिए समाजिक भागीदारी
सड़क हादसों को रोकने में केवल प्रशासन का काम नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग को इसमें भागीदार बनना होगा। बैठक में यह बात भी सामने आई कि समाजिक संगठनों को सड़क सुरक्षा के लिए जागरूकता अभियान चलाने में और मदद करनी चाहिए। ट्रैफिक नियमों को कड़ाई से लागू करने के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने के लिए सामाजिक संस्थाओं को और ज्यादा शामिल किया जाएगा।
भविष्य की योजनाएं और कदम
आगे चलकर प्रशासन सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में और अधिक प्रभावी उपायों पर काम करेगा। सभी सड़कों के चौड़ीकरण के साथ, प्रशासन एनएच पर अवैध खड़ा किए गए भारी वाहनों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगा। इसके अलावा, ट्रैफिक पुलिस की उपस्थिति को बढ़ाने, सिग्नल व्यवस्था को बेहतर बनाने और नागरिकों के बीच जागरूकता फैलाने के लिए कई योजनाएं बनाई जाएंगी।
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