Highway Accident : सड़क हादसे में टकराई हाईवा और हाइड्रा, पुलिस ने दोनों चालकों को पकड़ा
गम्हरिया के टाटा-कांड्रा मार्ग पर हुए भयानक सड़क हादसे में हाईवा और हाइड्रा की टक्कर से अफरातफरी मच गई। जानें हादसे का पूरा घटनाक्रम और पुलिस की कार्रवाई।
12 दिसंबर 2024: गम्हरिया के उषा मोड़ चौराहे पर गुरुवार को दोपहर करीब 12 बजे एक भयानक सड़क हादसा हुआ जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। टाटा-कांड्रा मुख्य मार्ग पर तेज रफ्तार हाईवा (जेएच05एटी-4261) और हाइड्रा (जेएच05बीवी-8737) के बीच जोरदार टक्कर हुई। टक्कर इतनी भीषण थी कि आसपास के लोग दहशत में आ गए।
हादसे का पूरा घटनाक्रम
हाईवा चालक पिंटू कुमार थाना मोड़ की ओर से आ रहा था, जबकि हाइड्रा चालक होपना टुडू बिरराजपुर की दिशा से। हाईवा चालक का दावा है कि उसने कई बार हॉर्न बजाकर हाइड्रा चालक से रास्ता मांगा, लेकिन संकरी सड़क और तेज गति के कारण दोनों वाहन अनियंत्रित होकर टकरा गए। हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई, और यातायात बाधित हो गया।
पुलिस की तत्परता और कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने दोनों वाहनों के चालकों को हिरासत में ले लिया और वाहनों को जब्त कर लिया। प्रारंभिक जांच के अनुसार, दोनों चालकों की लापरवाही और तेज गति हादसे का कारण बनी।
हादसों का काला इतिहास: टाटा-कांड्रा मार्ग
टाटा-कांड्रा मुख्य मार्ग पर सड़क हादसों का लंबा इतिहास रहा है। यह मार्ग अपनी तीव्र गति और भारी वाहनों की आवाजाही के कारण हमेशा खतरनाक माना जाता है। 2018 में इसी मार्ग पर एक स्कूल बस और ट्रक की टक्कर में चार बच्चों की मौत हो गई थी, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया था।
वाहन चालकों की लापरवाही: बढ़ती चिंता
सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि भारी वाहन चालकों की लापरवाही और यातायात नियमों का उल्लंघन इन हादसों का मुख्य कारण है। विशेष रूप से हाईवा और हाइड्रा जैसे भारी वाहनों की गति को नियंत्रित करने के लिए सख्त उपायों की आवश्यकता है।
स्थानीय प्रशासन से बढ़ती मांग
इस घटना के बाद स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है। यातायात नियंत्रण के लिए स्पीड ब्रेकर, सीसीटीवी कैमरे और ट्रैफिक सिग्नल लगाने की जरूरत है।
पुलिस का बयान और अगला कदम
पुलिस ने बताया कि चालकों से पूछताछ जारी है और दुर्घटना के वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है। हादसे में किसी के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना नहीं है, लेकिन पुलिस ने इसे एक बड़ी चेतावनी मानते हुए ऐसे हादसों को रोकने के लिए कदम उठाने का भरोसा दिया है।
ऐसी घटनाओं से सीखने की जरूरत
भारत में सड़क हादसों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल 1.5 लाख से अधिक लोग सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं। सड़क सुरक्षा के नियमों का सख्ती से पालन और जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है।
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