Jamshedpur Rescue: 30 साल पुराना कोबरा पकड़ा, जानिए कैसे छोटू स्नेक ब्वॉय ने किया रेस्क्यू
जमशेदपुर में 30 साल पुराना कोबरा रेस्क्यू किया गया। जानें छोटू स्नेक ब्वॉय के द्वारा इस अनोखे रेस्क्यू के बारे में और सरकार की अनदेखी पर उनका क्या कहना है।
जमशेदपुर, 25 नवंबर: शहर के घाघीडीह सेंट्रल जेल से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां छोटू स्नेक ब्वॉय ने 7 फीट लंबे एक विशाल कोबरा को रेस्क्यू किया। यह कोबरा कोई साधारण सांप नहीं था; यह लगभग 30 से 35 साल पुराना था। छोटू स्नेक ब्वॉय, जोजोखिम में डालकर जामशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों में सांपों का रेस्क्यू करते हैं, ने इस सर्प को सुरक्षित जंगल में छोड़ने का निर्णय लिया। इस रेस्क्यू ने शहरवासियों को हैरान कर दिया है, और अब लोग यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि कैसे एक सांप ने इतना लंबा जीवन जिया और कैसे छोटू स्नेक ब्वॉय ने इसे सुरक्षित बाहर निकाला।
जमशेदपुर में पहली बार हुआ ऐसा रेस्क्यू
घाघीडीह सेंट्रल जेल के पास मिले इस कोबरा ने सबको चौंका दिया। छोटू स्नेक ब्वॉय के मुताबिक, यह सांप पहले कभी नहीं पकड़ा गया था, और ऐसा बुजुर्ग कोबरा पहले कभी रेस्क्यू नहीं किया गया। उन्होंने बताया कि यह कोबरा 30-35 साल पुराना है, और इस दौरान उसने कई बार जेल के आसपास के इलाकों में डर फैला दिया था। अब इस विशाल कोबरा को रेस्क्यू करके जंगल में छोड़ दिया गया है। छोटू स्नेक ब्वॉय का यह कदम जामशेदपुर में एक नई मिसाल पेश करता है, जहां वे खुद अपनी जान की परवाह किए बिना इन खतरनाक सर्पों को बचाते हैं।
आखिर क्या है छोटू स्नेक ब्वॉय का काम?
छोटू स्नेक ब्वॉय और उनकी टीम जामशेदपुर में अक्सर इस तरह के रेस्क्यू मिशन पर जाते हैं, जहां वे खतरनाक और बड़े सांपों को पकड़कर सुरक्षित स्थानों पर छोड़ते हैं। उनका काम न केवल खतरनाक सांपों को बचाने का होता है, बल्कि वे लोगों को इस बारे में जागरूक भी करते हैं। वे बिना किसी सरकारी मदद के यह काम करते हैं, और उनकी टीम पूरी तरह से स्वेच्छा से काम करती है। इस बार 7 फीट लंबे कोबरा को पकड़ने में उन्हें काफी कठिनाई आई, लेकिन आखिरकार उन्होंने उसे सफलतापूर्वक जंगल में छोड़ने में सफलता प्राप्त की।
सरकार की अनदेखी: क्या सरकार इनकी मदद करेगी?
छोटू स्नेक ब्वॉय और उनकी टीम के सदस्य लं अपनी टीम के साथ जान बे समय से सांपों को रेस्क्यू करते आ रहे हैं, लेकिन दुख की बात यह है कि सरकार ने कभी भी इनकी मदद नहीं की। वे अपनी जान की परवाह किए बिना खतरनाक सांपों के साथ काम करते हैं, लेकिन उन्हें सरकार से कोई वित्तीय सहायता या प्रशिक्षण नहीं मिलती। छोटू स्नेक ब्वॉय का कहना है कि अगर सरकार इनकी मदद करे तो वे और बेहतर तरीके से काम कर सकते हैं, और इनकी टीम को और अधिक संसाधन मिल सकते हैं।
एक महत्वपूर्ण संदेश
छोटू स्नेक ब्वॉय का यह रेस्क्यू जामशेदपुर में एक अहम संदेश दे रहा है। यदि सरकार इन जैसे रेस्क्यू कार्यकर्ताओं की मदद करे, तो न केवल सांपों को सुरक्षित रूप से जंगलों में छोड़ा जा सकेगा, बल्कि समुदाय भी खतरनाक सांपों से बच सकेगा। इनकी मेहनत और संघर्ष को अनदेखा करना किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है। इनकी मदद से ही कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं।
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