Jamshedpur Issues : जन समस्याओं को लेकर उपायुक्त से मिले एसयूसीआई सदस्य, उठाई बड़ी मांगें
जमशेदपुर और मानगो क्षेत्र की जन समस्याओं को लेकर एसयूसीआई के सदस्यों ने उपायुक्त से मिलकर कई समस्याओं का समाधान करने की मांग की। जानिए क्या हैं ये समस्याएं।
जमशेदपुर और उसके आसपास के इलाकों की जन समस्याओं को लेकर सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (एसयूसीआई) के सदस्यों ने उपायुक्त से मिलकर कई गंभीर मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया। यह मुलाकात खासतौर पर जमशेदपुर और मानगो क्षेत्र में बढ़ती जन समस्याओं पर आधारित थी, जो लोगों के लिए असहनीय हो गई हैं।
एसयूसीआई के सदस्य अपने ज्ञापन के माध्यम से विभिन्न समस्याओं को उठाते हुए उपायुक्त से समाधान की मांग की। प्रमुख समस्याओं में से एक जाम की है, जो जमशेदपुर और मानगो ब्रिज के आसपास के इलाकों में रोजाना असहनीय रूप से बढ़ रहा है। इस जाम ने लोगों की जिंदगी को कठिन बना दिया है, और इस मुद्दे को तत्काल हल करने की आवश्यकता है।
जमशेदपुर में कचड़े का समाधान चाहिए
ज्ञापन में एक और महत्वपूर्ण मुद्दा कचड़े का निवारण था। शहर के गैर-टिस्को इलाकों में कचड़े का ढेर शहर के वातावरण को गंदा कर रहा है। यहां पर स्थायी समाधान की आवश्यकता जताई गई ताकि शहर की सफाई व्यवस्था को बेहतर किया जा सके। यह समस्या न केवल स्वास्थ्य पर असर डाल रही है, बल्कि शहर के समग्र विकास के लिए भी एक बड़ा रोड़ा बन गई है।
एसयूसीआई के सदस्य यह चाहते हैं कि स्थानीय प्रशासन इस समस्या के समाधान के लिए जल्दी कदम उठाए ताकि शहर के लोग साफ-सफाई में अपनी जिम्मेदारी निभा सकें और बेहतर वातावरण का आनंद ले सकें।
आवारा कुत्तों के हमले पर रोक लगाने की मांग
जमशेदपुर के कई इलाकों में आवारा कुत्तों के हमले एक गंभीर समस्या बन गई है। यह कुत्ते न केवल नागरिकों को परेशान करते हैं, बल्कि कई बार घायल भी कर देते हैं। एसयूसीआई के सदस्य ने इस समस्या के समाधान के लिए उपायुक्त से हस्तक्षेप की अपील की और कहा कि यह एक तात्कालिक समस्या है, जिसे बिना किसी देरी के हल किया जाना चाहिए।
जलापूर्ति और स्मार्ट मीटर पर भी उठाई मांग
ज्ञापन में बागबेड़ा जलापूर्ति योजना के काम को जल्दी पूरा करने की भी अपील की गई है। इस योजना का काम अभी अधूरा पड़ा है, और लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। एसयूसीआई के सदस्य चाहते हैं कि इस योजना को जल्द पूरा कर लोगों को साफ पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
साथ ही, स्मार्ट मीटर के मुद्दे पर भी विरोध जताया गया। यह मीटर उपभोक्ताओं के लिए महंगे साबित हो रहे हैं, और लोग इसकी कीमतों को लेकर परेशान हैं। एसयूसीआई के सदस्य इस पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं, ताकि आम आदमी पर और अधिक वित्तीय दबाव न बने।
राशन कार्ड और पेंशन योजनाओं को लेकर भी उठी आवाज
एसयूसीआई ने राशन कार्ड का ई-केवाईसी की अंतिम तिथि को बढ़ाने की मांग की है, क्योंकि कई लोग इस प्रक्रिया को समय रहते पूरा नहीं कर पा रहे हैं। इसके अलावा, वृद्धावस्था और विधवा पेंशन की नियमित मासिक भुगतान की भी मांग की गई है ताकि कमजोर वर्ग को आर्थिक मदद मिल सके। यह पेंशन योजना आम आदमी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और इसकी नियमितता सुनिश्चित करना जरूरी है।
समाज के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम
एसयूसीआई के इस ज्ञापन से यह साफ है कि जमशेदपुर और इसके आसपास के इलाकों में नागरिकों को कई जटिल समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं का समाधान न केवल शहरवासियों की भलाई के लिए, बल्कि समग्र विकास के लिए भी जरूरी है। एसयूसीआई के सदस्य अब प्रशासन से तत्काल समाधान की उम्मीद कर रहे हैं ताकि लोग अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी में कुछ सुधार महसूस कर सकें।
क्या आप भी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं? क्या आपके इलाकों में भी इन मुद्दों का सामना करना पड़ रहा है? हम चाहते हैं कि आप अपनी राय और अनुभव हमारे साथ साझा करें।
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