Jamshedpur Election Expense : जमशेदपुर में चुनाव खर्च का प्रशिक्षण: 2024 विधानसभा चुनाव के बाद सभी प्रत्याशियों के लिए अनिवार्य

झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के बाद जमशेदपुर में प्रत्याशियों को चुनाव आयोग के लिए आय-व्यय का ब्यौरा तैयार करने की ट्रेनिंग दी गई। पढ़ें पूरी खबर।

Dec 11, 2024 - 18:00
Dec 11, 2024 - 18:10
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Jamshedpur Election Expense : जमशेदपुर में चुनाव खर्च का प्रशिक्षण: 2024 विधानसभा चुनाव के बाद सभी प्रत्याशियों के लिए अनिवार्य
जमशेदपुर में चुनाव खर्च का प्रशिक्षण: 2024 विधानसभा चुनाव के बाद सभी प्रत्याशियों के लिए अनिवार्य

जमशेदपुर में झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के बाद सभी प्रत्याशियों को अपने चुनावी खर्च का विवरण चुनाव आयोग को प्रस्तुत करना अनिवार्य है। इस प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए जीएसटी विभाग द्वारा एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सेल्स टैक्स भवन में किया गया। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य प्रत्याशियों को सही तरीके से अपने आय-व्यय का ब्यौरा तैयार करने की प्रक्रिया से अवगत कराना है ताकि चुनाव आयोग को पूरी जानकारी सही समय पर और सही फॉर्मेट में सौंपी जा सके।

चुनाव आयोग द्वारा निर्दिष्ट नियमों के तहत, हर उम्मीदवार को यह रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होती है, जिसमें उनके चुनावी खर्च, धनराशि के स्रोत, और अन्य खर्चों का विवरण शामिल होता है। यह प्रक्रिया चुनावी पारदर्शिता को सुनिश्चित करती है और भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत कदम है। ऐतिहासिक दृष्टि से, चुनावों में पारदर्शिता और निष्पक्षता के लिए ऐसी व्यवस्थाएं जरूरी मानी जाती हैं। इससे न केवल निर्वाचन प्रक्रिया की विश्वसनीयता बढ़ती है, बल्कि मतदाता का विश्वास भी मजबूत होता है।

जमशेदपुर में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जीएसटी विभाग के अधिकारियों ने भाग लिया और सभी प्रत्याशियों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए। अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रेनिंग कार्यक्रम जरूरी है ताकि सभी उम्मीदवार फॉर्मेट के अनुसार अपनी आय-व्यय रिपोर्ट प्रस्तुत कर सकें। अधिकारियों ने यह भी बताया कि सही समय पर रिपोर्ट जमा करने से चुनाव आयोग को पूरे प्रदेश में चुनावी खर्चों की निगरानी करने में सहायता मिलेगी, जिससे चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष बनी रहे।

2024 के विधानसभा चुनाव में जमशेदपुर समेत पूरे झारखंड राज्य में बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने भाग लिया। चुनावी प्रक्रिया के दौरान कई बार खर्चों की गलत रिपोर्टिंग के मामले भी सामने आए हैं, जिससे चुनाव आयोग ने इस बार विशेष कदम उठाए हैं। ऐसे में, इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में उम्मीदवार अपनी रिपोर्टिंग में किसी भी प्रकार की गलती से बच सकेंगे।

इस प्रशिक्षण से उम्मीदवारों को यह भी बताया गया कि चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित फॉर्मेट में किस तरह से जानकारी भरनी है और किस प्रकार से खर्चों के स्रोत का प्रमाण प्रस्तुत करना है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उम्मीदों के अनुसार प्रत्याशियों के लिए मार्गदर्शक साबित हो सकता है, जिससे चुनावी प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और समृद्ध बनाया जा सके।

जमशेदपुर समेत पूरे राज्य में, इस तरह के प्रशिक्षण से चुनावी व्यवस्था में सुधार की दिशा में एक नया कदम उठाया गया है। यह सभी उम्मीदवारों के लिए आवश्यक है कि वे इन निर्देशों को गंभीरता से लें ताकि चुनावी प्रक्रिया को सशक्त और भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जा सके।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।