Jamshedpur Ceremony: महिला विश्वविद्यालय में परिचय समारोह, छात्राओं ने सीखी शिक्षा की नई राहें
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में बीएड, एमएड और बीपीएड 2024-26 बैच का परिचय समारोह आयोजित। जानें, कैसे हुआ छात्राओं का स्वागत और क्या-क्या रही खास बातें।
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय में मंगलवार को बीएड, एमएड, और बीपीएड सत्र 2024-26 के लिए आयोजित परिचय समारोह ने एक नई ऊर्जा और उत्साह का माहौल बनाया। कुलपति डॉ. अंजिला गुप्ता के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम ने नवागंतुक छात्राओं को न केवल शिक्षा के प्रति प्रेरित किया, बल्कि उन्हें विश्वविद्यालय की परंपराओं और मूल्यों से भी अवगत कराया।
शिक्षा की नई राह की शुरुआत
इस समारोह का शुभारंभ छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. किश्वर आरा, आइक्यूएसी निदेशक डॉ. रत्ना मित्रा, शिक्षा संकाय की समन्वयक डॉ. कामिनी कुमारी और विभागाध्यक्ष डॉ. संजय भुइयां ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। मुख्य अतिथि डॉ. किश्वर आरा ने अपने संबोधन में कहा,
"शिक्षक केवल पढ़ाने का काम नहीं करते, वे राष्ट्र निर्माण के सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ होते हैं।"
उन्होंने छात्राओं को आदर्श शिक्षक बनने की प्रेरणा देते हुए शिक्षा की जिम्मेदारियों और उसके महत्व को समझाया।
छात्राओं की प्रस्तुति ने बांधा समां
कार्यक्रम का दूसरा चरण और भी रोचक रहा। सत्र 2023-25 की छात्राओं ने स्वागत गीत और पीपीटी प्रस्तुतियां देकर न केवल विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली का परिचय दिया, बल्कि नवागंतुक छात्राओं को आने वाले पाठ्यक्रम और गतिविधियों से परिचित कराया।
शिक्षा संकाय के असिस्टेंट प्रोफेसर सोनी कुमारी, वी. श्यामला, और प्रभात कुमार महतो ने भी छात्राओं को पाठ्यक्रम की बारीकियों के बारे में जानकारी दी।
इतिहास की झलक: शिक्षा और महिला सशक्तिकरण
भारत में महिलाओं की शिक्षा का सफर हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है। 20वीं शताब्दी के शुरुआती दशकों में महिला शिक्षा को लेकर समाज में कई भ्रांतियां थीं। ऐसे समय में महिला विश्वविद्यालयों की स्थापना ने न केवल महिलाओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित किया, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने की राह भी दिखाई।
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय का यह समारोह उसी परंपरा का एक हिस्सा है, जहां शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी जाती है।
सभी शिक्षकों और कर्मियों ने निभाई अहम भूमिका
कार्यक्रम में बीएड, एमएड और बीपीएड के सभी शिक्षक और गैर-शिक्षण कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने अपना परिचय दिया और छात्राओं को विश्वविद्यालय के विभिन्न आयामों से अवगत कराया।
कार्यक्रम में शामिल प्रमुख शिक्षक-शिक्षिकाओं में डॉ. अंजनी कुमारी, निवेदिता महतो, अनिता कुमारी, सभ्यता रानी, राज ऋषि चक्रवर्ती, स्वाति सिंह, और विनेता कुमारी शामिल थीं। इन सभी ने आयोजन को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई।
भविष्य के लिए प्रेरणा
शिक्षा संकाय के विभागाध्यक्ष डॉ. संजय भुइयां ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा,
"यह समारोह न केवल छात्राओं के लिए एक औपचारिक शुरुआत है, बल्कि उनके शिक्षण जीवन का आधार भी है।"
यह आयोजन न केवल परिचय का माध्यम था, बल्कि छात्राओं को यह महसूस कराने का अवसर भी कि वे एक ऐसे संस्थान का हिस्सा हैं, जो उन्हें न केवल शिक्षित करेगा, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित भी करेगा।
जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय का यह परिचय समारोह केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि छात्राओं के लिए उनके नए शैक्षणिक जीवन की शुरुआत थी। ऐसे आयोजनों के माध्यम से विश्वविद्यालय न केवल शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता दिखाता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि छात्राएं आत्मनिर्भर और जागरूक नागरिक बनें।
आशा है कि इस नई शुरुआत से छात्राएं न केवल अपने सपनों को साकार करेंगी, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी नए आयाम स्थापित करेंगी।
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