Jamshedpur Arrest – एमजीएम में गैस चोरी का बड़ा खुलासा, 48 सिलिंडर जब्त, तीन गिरफ्तार
जमशेदपुर के एमजीएम थाना क्षेत्र में गैस चोरी के बड़े रैकेट का पर्दाफाश, 48 गैस सिलिंडर और 5 टैंकर जब्त। जानें कैसे पुलिस ने दबोचे तीन अपराधी।
जमशेदपुर पुलिस ने एमजीएम थाना क्षेत्र में अवैध गैस चोरी का पर्दाफाश करते हुए तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इस ऑपरेशन में पुलिस ने 48 एलपीजी गैस सिलिंडर, 5 गैस टैंकर, और 3 पिकअप वैन भी जब्त किए हैं। यह कार्रवाई एनएच 33 स्थित बेलाझुड़ी में 29 नवंबर को छापेमारी के दौरान हुई, जहां अवैध रूप से गैस टैंकरों से सिलिंडरों में गैस रिफिल की जा रही थी।
कैसे चलता था गैस चोरी का रैकेट?
पश्चिम बंगाल के हल्दिया से बोकारो और सरायकेला जाने वाले एलपीजी गैस टैंकरों को रास्ते में रोककर गैस सिलिंडरों में रिफिल किया जाता था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि यह गैस चोरी गैस सिलिंडरों को होटल, दुकानों और अन्य व्यवसायिक स्थानों पर बेचने के लिए की जाती थी।
गिरफ्तार अपराधी:
- राकेश कुमार: बिहार के औरंगाबाद गोरकटी निवासी
- आबिद: पश्चिम बंगाल के कोलकाता निजामनगर निवासी
- अजय कुमार पाठक: भुइयांडीह ग्वाला बस्ती शांतिनगर निवासी
सिलसिलेवार कैसे होता था अपराध?
गिरफ्तार आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्हें हर रिफिल किए गए सिलिंडर के लिए 700 से 1000 रुपये तक का भुगतान किया जाता था।
- 14.5 किलो के सिलिंडर रिफिल करने के लिए 700 रुपये मिलते थे।
- 19.5 किलो के सिलिंडर के लिए 1000 रुपये।
- गैस चोरी के लिए विशेष नोजल का इस्तेमाल होता था।
इस रैकेट का संचालन प्रमोद दुबे, संजय कुमार, और रणविजय सिंह जैसे मुख्य आरोपियों द्वारा किया जा रहा था, जो फिलहाल फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।
छापेमारी के दौरान पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने अपराध स्थल पर पहुंचकर गैस चोरी करते हुए अपराधियों को रंगे हाथ पकड़ा।
- जब्त सामान:
- 48 गैस सिलिंडर
- 5 गैस टैंकर
- 3 पिकअप वैन
- गैस रिफिलिंग के लिए इस्तेमाल नोजल
एमजीएम थाना प्रभारी रामबाबू मंडल ने बताया कि इस मामले में प्राथमिक उपचार के बाद तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
गैस चोरी का इतिहास
गैस चोरी का यह पहला मामला नहीं है। जमशेदपुर और आसपास के क्षेत्रों में अवैध गैस सिलिंडर का कारोबार वर्षों से चल रहा है। प्रशासन द्वारा समय-समय पर कार्रवाई की जाती रही है, लेकिन यह रैकेट नए तरीकों से अपनी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है।
2018 में भी जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र में इसी तरह के रैकेट का खुलासा हुआ था, जहां 60 सिलिंडर और दो टैंकर जब्त किए गए थे।
पुलिस की सख्ती और अगली योजना
एमजीएम पुलिस अब इस रैकेट के मुख्य सरगनाओं पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। थाना प्रभारी ने कहा कि फरार आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीम बनाई गई है।
साथ ही, प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अवैध गैस सिलिंडर की बिक्री या गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
सुरक्षा के प्रति जागरूकता जरूरी
इस मामले ने एक बार फिर दिखा दिया है कि कैसे अवैध गतिविधियां न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि लोगों की सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकती हैं। गैस सिलिंडरों का अवैध रिफिलिंग का यह खेल कई दुर्घटनाओं को जन्म दे सकता था।
पुलिस की यह कार्रवाई न केवल अपराधियों को सबक सिखाने का काम करेगी, बल्कि समाज में सुरक्षा और जागरूकता बढ़ाने में भी सहायक होगी। जमशेदपुर की जनता को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को देने की जरूरत है।
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