Jamshedpur Flower Show: जमशेदपुर हॉर्टिकल्चरल सोसायटी ने गुलाब प्रेमियों के लिए एक शानदार आयोजन किया: फूलों और नवाचार का अद्भुत मेल!
जमशेदपुर में 34वीं वार्षिक फूल प्रदर्शनी और 41वें अखिल भारतीय गुलाब सम्मेलन का आयोजन। जानिए, बागवानी के इस अद्भुत आयोजन की खासियतें और प्रतिभागियों का अनुभव।
जमशेदपुर में बागवानी का शानदार प्रदर्शन हुआ, जब 34वें वार्षिक फूल प्रदर्शनी और 41वें अखिल भारतीय गुलाब सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह भव्य आयोजन 29 दिसंबर 2024 से 1 जनवरी 2025 तक जमशेदपुर हॉर्टिकल्चरल सोसायटी द्वारा टाटा स्टील UISL के सहयोग और टाटा स्टील के प्रायोजन में आयोजित किया गया। इस चार दिवसीय मेले ने न केवल देशभर के बागवानी प्रेमियों को आकर्षित किया, बल्कि अद्वितीय पुष्पों और नवाचारी डिज़ाइनों से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
फूल प्रदर्शनी का इतिहास और महत्व
जमशेदपुर हॉर्टिकल्चरल सोसायटी की स्थापना से लेकर अब तक, यह संस्था प्रकृति के संरक्षण और बागवानी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध रही है। हर साल होने वाली इस फूल प्रदर्शनी ने बागवानी शौकीनों और विशेषज्ञों के बीच एक अद्भुत मंच प्रदान किया है। इस बार का आयोजन भी उसी परंपरा का हिस्सा था, जिसमें बागवानी की कला और विज्ञान को एक साथ प्रदर्शित किया गया।
प्रतियोगिताएँ और प्रदर्शन की भव्यता
इस आयोजन में पूरे भारत से 50 शौकिया प्रतियोगियों और 25 संस्थानों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने आठ श्रेणियों में अपनी बागवानी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिनमें क्राइसेन्थेमम, डेहलिया, गमले के पौधे, बोन्साई, औषधीय पौधे और कटे हुए फूल शामिल थे।
कुल 169 खंडों में आयोजित प्रतियोगिताओं ने प्रदर्शनी को और भी खास बना दिया। इसके अलावा, बच्चों के लिए एक चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन हुआ, जिसमें 500 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
गुलाब की खेती पर तकनीकी कार्यशाला
आयोजन के दौरान एक तकनीकी कार्यशाला भी आयोजित की गई, जिसका विषय था “मिट्टी रहित परिस्थितियों में गुलाब की पारंपरिक खेती”। इसमें 120 छात्रों और आगंतुकों ने भाग लिया। कार्यशाला ने बागवानी के क्षेत्र में स्थायित्व और नवीनता को बढ़ावा देने के लिए नई जानकारियाँ प्रदान कीं।
पुरस्कार वितरण समारोह और प्रमुख अतिथि
30 दिसंबर को हुए पुरस्कार वितरण समारोह में, टाटा स्टील के उपाध्यक्ष (रॉ मटेरियल्स) श्री डी.बी. सुंदर रमन मुख्य अतिथि थे। अन्य प्रमुख अतिथियों में शामिल थे:
- श्री चाणक्य चौधरी, उपाध्यक्ष (कॉरपोरेट सेवाएँ), टाटा स्टील
- श्रीमती रुचि नरेंद्रन, अध्यक्षा, जमशेदपुर हॉर्टिकल्चरल सोसायटी
- श्रीमती सुमिता नुपुर, अध्यक्ष, भारतीय गुलाब महासंघ
बागवानी का भविष्य और स्थायित्व
इस आयोजन ने न केवल गुलाब और अन्य दुर्लभ पुष्पों की प्रजातियों का प्रदर्शन किया, बल्कि पर्यावरण और प्रकृति के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी काम किया। कार्यशालाओं और संवाद सत्रों ने बागवानी में आधुनिक तकनीकों और स्थायित्व पर जोर दिया।
प्रतिभागियों और आयोजकों का उत्साह
प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए और कहा कि इस प्रदर्शनी ने उन्हें अपनी कला दिखाने और नई तकनीकों को सीखने का मौका दिया। आयोजकों ने इसे संस्था के इतिहास में एक और उल्लेखनीय उपलब्धि बताया।
जमशेदपुर: प्रकृति और नवाचार का संगम
यह आयोजन जमशेदपुर को बागवानी के क्षेत्र में एक विशेष स्थान प्रदान करता है। हर साल की तरह, इस बार भी यह प्रदर्शनी प्रकृति प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी।
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