JAC Paper Leak: परीक्षा से पहले ही बिक गए पेपर, 6 छात्र गिरफ्तार!
JAC बोर्ड परीक्षा के पेपर लीक मामले में गिरिडीह से 6 छात्र गिरफ्तार, परीक्षा से पहले लाखों में बिके प्रश्न पत्र। पुलिस कर रही गहन जांच। पढ़ें पूरी खबर।

झारखंड में बोर्ड परीक्षा के दौरान पेपर लीक का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसने शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। JAC (झारखंड एकेडमिक काउंसिल) के पेपर लीक केस में गिरिडीह पुलिस ने 6 छात्रों को हिरासत में लिया है। इस घटना से पूरे राज्य में हड़कंप मच गया है और पुलिस अब इस संगठित रैकेट की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
आधी रात में छापेमारी, गिरिडीह से उठाए गए 6 छात्र
पुलिस को जानकारी मिली थी कि पेपर लीक में शामिल कुछ संदिग्ध गिरिडीह में छिपे हुए हैं।
इसी आधार पर कोडरमा पुलिस ने मंगलवार रात करीब 2 बजे गिरिडीह नगर थाना क्षेत्र के न्यू बरगंडा इलाके में छापेमारी की।
दो अलग-अलग घरों से 6 छात्रों को हिरासत में लिया गया।
इनमें से तीन छात्र जमुआ के रहने वाले हैं, जो गिरिडीह में रहकर पढ़ाई कर रहे थे।
इन छात्रों ने न सिर्फ पेपर लीक किया, बल्कि इसे बेचकर मोटी कमाई भी की।
परीक्षा से पहले ही बिक गए थे प्रश्न पत्र!हिरासत में लिए गए छात्रों में से एक आरोपी कमलेश ने दसवीं कक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले ही लीक कर दिया था।
उसने यह पेपर 15 से 20 हजार रुपये में कई छात्रों को बेचा था।
जांच में खुलासा हुआ कि इन्हीं छात्रों ने स्ट्रांग रूम से प्रश्न पत्र चोरी किए थे।
सवाल उठता है कि क्या इस गड़बड़ी में सिर्फ छात्र ही शामिल थे, या कोई बड़ा गिरोह इसके पीछे काम कर रहा था?
स्ट्रांग रूम से कैसे चोरी हुए प्रश्न पत्र?
पुलिस की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि इन छात्रों ने परीक्षा से पहले स्ट्रांग रूम में सेंध लगाई थी।
पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या परीक्षा केंद्रों पर तैनात किसी कर्मचारी की इसमें मिलीभगत थी?
गिरिडीह पुलिस ने इस पूरे मामले की जानकारी झारखंड पुलिस मुख्यालय को दी है।
डीजीपी अनुराग गुप्ता की अगुवाई में पूरे राज्य में इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
क्या पेपर लीक रैकेट में और भी लोग शामिल हैं?
पिछले कुछ वर्षों में झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश में पेपर लीक के कई मामले सामने आए हैं।
2022 में बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट परीक्षा के प्रश्न पत्र भी लीक हुए थे।
2023 में झारखंड में जेपीएससी परीक्षा में धांधली का मामला उजागर हुआ था।
इससे साफ है कि परीक्षा माफिया अब हर बड़े एग्जाम को निशाना बना रहे हैं, और शिक्षा व्यवस्था पर गहरा संकट खड़ा हो गया है।
पुलिस ने क्या कहा?
कोडरमा के एसडीपीओ अनिल सिंह ने बताया कि अभी मामले की जांच जारी है।
पुलिस इन छात्रों से पूछताछ कर रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि यह पेपर लीक कहां से हुआ और इसमें कौन-कौन शामिल हैं।
इस केस में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं, क्योंकि पुलिस कई संदिग्धों की तलाश कर रही है।
छात्रों और उनके माता-पिता के बीच इस घटना के बाद डर का माहौल बन गया है।
अब सबसे बड़ा सवाल…
क्या झारखंड में शिक्षा माफिया फिर से सक्रिय हो गया है?
क्या परीक्षा व्यवस्था इतनी कमजोर हो गई है कि पेपर लीक होना अब आम बात हो गई है?
छात्रों के भविष्य से खेलने वाले अपराधियों पर क्या सख्त कार्रवाई होगी?
झारखंड सरकार और शिक्षा विभाग के लिए यह घटना किसी चेतावनी से कम नहीं है। अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस रैकेट को जड़ से खत्म करने के लिए क्या ठोस कदम उठाएगा।
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