Jamshedpur Firing Case – फायरिंग कांड में बड़ा खुलासा, महिला समेत 4 गिरफ्तार, पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद!

जमशेदपुर के जुगसलाई थाना क्षेत्र में 16 फरवरी की रात हुई फायरिंग मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। महिला समेत चार आरोपी गिरफ्तार, हथियार बरामद। पढ़ें पूरी खबर!

Feb 25, 2025 - 15:23
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Jamshedpur Firing Case – फायरिंग कांड में बड़ा खुलासा, महिला समेत 4 गिरफ्तार, पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद!
Jamshedpur Firing Case – फायरिंग कांड में बड़ा खुलासा, महिला समेत 4 गिरफ्तार, पिस्टल और जिंदा कारतूस बरामद!

जमशेदपुर के जुगसलाई थाना क्षेत्र में 16 फरवरी की रात हुई फायरिंग मामले का पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस सनसनीखेज वारदात में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। पकड़े गए आरोपियों के पास से अवैध पिस्तौल, जिंदा कारतूस और एक स्कूटी बरामद की गई है। पुलिस ने इस पूरे मामले की गहराई से जांच की, जिससे इस क्राइम नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ।

कैसे हुआ खुलासा?

16 फरवरी की आधी रात को गरीब नवाज कॉलोनी में हुई इस फायरिंग ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी। इस वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी मो. खुर्शीद उर्फ भाकुड़ और निजाम फरार थे, लेकिन जांच में जुटी पुलिस को सूचना मिली कि जुगसलाई थाना क्षेत्र के खरकई रेलवे ब्रिज के पास चार संदिग्ध लोग हथियार के साथ घूम रहे हैं। इन चारों को गिरफ्तार कर जब पूछताछ की गई तो पूरा मामला सामने आ गया।

गिरफ्तार लोगों में जाहिद हुसैन उर्फ विक्की (23), मो. अरमान उर्फ पलला (20), समीर कालिंदी (19) और निखत परवीन उर्फ पूजा (30) का नाम शामिल है। इनके पास से एक देसी पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस, मोबाइल फोन और स्कूटी बरामद की गई है।

महिला निकली मास्टरमाइंड!

पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि निखत परवीन उर्फ पूजा इस मामले में अहम भूमिका निभा रही थी। उसने पुलिस को बताया कि मुख्य आरोपी मो. खुर्शीद उर्फ भाकुड़ और निजाम ने फायरिंग करने के बाद अपने हथियार उसे सौंप दिए थे ताकि पुलिस तक सबूत न पहुंचे। इसके बाद उसने हथियार छिपाने के लिए जाहिद हुसैन और अरमान को बुलाया। लेकिन इससे पहले कि वे फरार हो पाते, पुलिस ने इन्हें धर दबोचा।

फायरिंग क्यों हुई थी?

इस पूरी वारदात की जड़ में आपसी रंजिश और पुरानी दुश्मनी बताई जा रही है। फायरिंग की घटना के वक्त मो. खुर्शीद, निजाम और मुर्शिद के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, जो देखते ही देखते गोलीबारी में बदल गया। घटना के बाद सभी आरोपी फरार हो गए थे, लेकिन अब पुलिस ने चार को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी फरार आरोपियों की तलाश जारी है।

पुलिस ने कैसे पकड़ा आरोपियों को?

इस कांड के खुलासे के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेश पर एसडीपीओ तौकीर आलम के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई थी। इस टीम ने तकनीकी और जमीनी स्तर पर जांच करते हुए आरोपियों की गतिविधियों पर नज़र रखी और गुप्त सूचना के आधार पर इन्हें गिरफ्तार कर लिया।

फिलहाल क्या स्थिति है?

गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। मुख्य आरोपी मो. खुर्शीद और निजाम अभी भी फरार हैं, लेकिन पुलिस का दावा है कि जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

क्या यह गैंग पहले भी सक्रिय था?

सूत्रों के मुताबिक, इस गैंग के सदस्य पहले भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहे हैं। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि कहीं ये लोग किसी बड़े अपराध गिरोह से जुड़े तो नहीं हैं।

जमशेदपुर का यह फायरिंग कांड एक बार फिर यह साबित करता है कि अपराधी किस तरह से छिपकर वारदात को अंजाम देते हैं और फिर बचने की कोशिश करते हैं। लेकिन पुलिस की सक्रियता से इस केस का जल्द ही पर्दाफाश हो गया। अब पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।

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Manish Tamsoy मनीष तामसोय कॉमर्स में मास्टर डिग्री कर रहे हैं और खेलों के प्रति गहरी रुचि रखते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल और शतरंज जैसे खेलों में उनकी गहरी समझ और विश्लेषणात्मक क्षमता उन्हें एक कुशल खेल विश्लेषक बनाती है। इसके अलावा, मनीष वीडियो एडिटिंग में भी एक्सपर्ट हैं। उनका क्रिएटिव अप्रोच और टेक्निकल नॉलेज उन्हें खेल विश्लेषण से जुड़े वीडियो कंटेंट को आकर्षक और प्रभावी बनाने में मदद करता है। खेलों की दुनिया में हो रहे नए बदलावों और रोमांचक मुकाबलों पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक बेहतरीन कंटेंट क्रिएटर और पत्रकार के रूप में स्थापित करती है।