Indian Rail Electrification: भारतीय रेलवे के 100 साल के विद्युतीकरण का सफर, 2025 में होगा ऐतिहासिक मील का पत्थर!
भारतीय रेलवे 2025 में विद्युतीकरण के 100 साल पूरे करेगा, 100% ब्रॉड गेज नेटवर्क के विद्युतीकरण की ओर बढ़ते हुए। जानें इस ऐतिहासिक सफर के बारे में।
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे 2025 में अपने विद्युतीकरण के 100 साल पूरे करने जा रही है, और इसके साथ ही ब्रॉड गेज नेटवर्क के 100% विद्युतीकरण का लक्ष्य लगभग पूरा होने के कगार पर है। यह उपलब्धि भारतीय रेलवे के इतिहास में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर होगी और इसे भारत में पहली रेल यात्रा (1853) के समान ही क्रांतिकारी माना जा रहा है।
???? कैसे शुरू हुआ भारतीय रेल का विद्युतीकरण?
- 3 फरवरी 1925 को पहली बार छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) से कुर्ला तक 16 किलोमीटर लंबी पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन का संचालन किया गया।
- यह भारत में रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में पहला कदम था, जिससे रेलवे के लिए साफ-सुथरी, शक्तिशाली और अधिक कुशल परिवहन प्रणाली की शुरुआत हुई।
- मुंबई को पहली बार विद्युतीकरण की सुविधा मिली, क्योंकि भाप इंजन पुणे और नासिक की तीव्र ढलानों को संभालने में असमर्थ थे।
⚡ विद्युतीकरण के 100 वर्षों का सफर
✅ 1879 – जर्मनी में दुनिया की पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन चली।
✅ 1925 – भारत में पहली बार इलेक्ट्रिक ट्रेन की शुरुआत।
✅ 1931 – दक्षिण भारत में पहली इलेक्ट्रिक रेल सेवा शुरू।
✅ 1957 – भारतीय रेलवे ने 25 kV AC सिस्टम को अपनाया, जिससे यह तकनीकी रूप से दुनिया के सबसे उन्नत रेलवे में से एक बना।
✅ 2025 – भारतीय रेलवे अपने पूरे ब्रॉड गेज नेटवर्क को इलेक्ट्रिक बनाने के करीब है।
???? विद्युतीकरण से भारत को क्या लाभ हुआ?
1️⃣ पर्यावरण संरक्षण – कोयले और डीजल से चलने वाली ट्रेनों के मुकाबले इलेक्ट्रिक ट्रेनें 100% प्रदूषण मुक्त होती हैं।
2️⃣ डीजल पर निर्भरता में कमी – कच्चे तेल की जरूरत कम होने से विदेशी मुद्रा की बचत।
3️⃣ सस्ती और कुशल परिवहन सुविधा – इलेक्ट्रिक ट्रेनों की परिचालन लागत कम होती है, जिससे रेल किराए में भी स्थिरता बनी रहती है।
4️⃣ गति और क्षमता में वृद्धि – इलेक्ट्रिक ट्रेनों की गति ज्यादा होती है और वे भारी मालगाड़ियों को आसानी से खींच सकती हैं।
???????? पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी भारत में विद्युतीकरण की यात्रा
- मुंबई में 1925 में शुरू हुआ विद्युतीकरण, धीरे-धीरे पूरे भारत में फैलाया गया।
- 1957 में कोलकाता को भी पहली बार इलेक्ट्रिक रेलवे से जोड़ा गया।
- दक्षिण भारत में 1931 में मद्रास (अब चेन्नई) से ताम्बरम तक विद्युतीकरण हुआ।
???? आधुनिक भारत में विद्युतीकरण की गति
- 2014-15 में हर दिन 1.42 किमी विद्युतीकरण हो रहा था, जबकि
- 2023-24 में यह बढ़कर 19.7 किमी प्रतिदिन हो गया, जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।
- 2014 तक 21,801 RKM विद्युतीकरण पूरा हो चुका था, और
- 2014-24 के बीच यह बढ़कर 44,199 RKM हो गया।
???? भारत का विद्युतीकरण: एक नया युग
जब 2025 में भारतीय रेलवे 100 साल के विद्युतीकरण का जश्न मनाएगी, तब यह उपलब्धि तकनीकी प्रगति, आत्मनिर्भरता और हरित ऊर्जा के इस्तेमाल का प्रमाण होगी। इससे भारत का रेलवे दुनिया के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक नेटवर्क में से एक बन जाएगा।
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