गुलाम रसूल बलयावी का आरोप, कोल्हान में अल्पसंख्यकों के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया

गुलाम रसूल बलयावी ने झारखंड सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने कोल्हान के अल्पसंख्यक समुदाय के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। उन्होंने मदरसा बोर्ड गठन और मॉब लींचिंग अपराधियों को सजा दिलाने में सरकार की नाकामी को भी सवालों के घेरे में डाला।

Nov 10, 2024 - 18:12
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गुलाम रसूल बलयावी का आरोप, कोल्हान में अल्पसंख्यकों के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया
गुलाम रसूल बलयावी का आरोप, कोल्हान में अल्पसंख्यकों के लिए सरकार ने कुछ नहीं किया

जमशेदपुर, 10 नवंबर 2024: जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार विधान परिषद के सदस्य गुलाम रसूल बलयावी ने झारखंड सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए कोई काम नहीं किया और सरकार से पूरी तरह से निराशा ही हाथ लगी है।

बलयावी ने कहा, "कोल्हान क्षेत्र में 10 लाख से ज्यादा अल्पसंख्यक वोटर हैं, जिन्होंने पिछले चुनाव में बड़े उत्साह से झारखंड की इंडिया गठबंधन (झामुमो, कांग्रेस, राजद) को वोट दिया था। लेकिन सरकार ने उन्हें निराश किया। इस गठबंधन ने पूरे कोल्हान के 14 विधानसभा क्षेत्रों में से एक भी मुस्लिम उम्मीदवार क्यों नहीं दिया?" उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर ऐसा क्यों हुआ कि अल्पसंख्यक समुदाय के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।

गुलाम रसूल बलयावी ने झारखंड सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछा कि पांच सालों में मदरसा बोर्ड का गठन क्यों नहीं हो सका। साथ ही उन्होंने उर्दू अकादमी के गठन में सरकार के अनिच्छा को लेकर भी सवाल किए। "मॉब लींचिंग के अपराधियों को सजा दिलाने में सरकार पीछे क्यों रही? यह सब सवाल उठते हैं जब हम सरकार के वादों और उनके कामकाज को देखते हैं," बलयावी ने कहा।

उन्होंने हेमंत सोरेन से यह भी अपील की कि वे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 'न्याय के साथ विकास' के मॉडल को देखें और उससे कुछ सिखें। "शायद इससे उन्हें राजधर्म निभाने का साहस मिले," बलयावी ने कहा। उन्होंने यह भी कहा कि सत्ता और सरकारी तंत्र की बीमारी का इलाज चुनाव ही होता है।

इसके साथ ही बलयावी ने मतदाताओं से अपील की कि वे चुनाव में अपनी वोट जाति, धर्म या मजहब के आधार पर न दें। "जब भी वोट डालें, अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर वोट करें," उन्होंने कहा।

बलयावी के आरोपों ने एक बार फिर राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है। अल्पसंख्यक समुदाय की मदद के लिए सरकार से किए गए वादे और उनकी नाकामी पर सवाल उठाए जा रहे हैं। अब यह देखना होगा कि सरकार इन आरोपों पर क्या प्रतिक्रिया देती है।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।