Jamshedpur: ब्रह्मर्षि समाज का बड़ा फैसला, सिर्फ कर्मठ और ईमानदार उम्मीदवारों का ही करेगा समर्थन
जमशेदपुर में ब्रह्मर्षि समाज की आपात बैठक में तय किया गया कि आगामी विधानसभा चुनाव में समाज सुयोग्य, शिक्षित और जमशेदपुर के विकास के लिए समर्पित उम्मीदवार का ही समर्थन करेगा। जानें, समाज के गणमान्य लोगों ने इस बैठक में क्या अहम फैसले लिए।
जमशेदपुर, 12 नवंबर 2024 – आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर जमशेदपुर में ब्रह्मर्षि समाज की आपात बैठक मंगलवार को गोलमुरी क्लब में आयोजित की गई। इस बैठक में समाज के सभी प्रमुख व्यक्तित्व उपस्थित रहे, और उन्होंने चुनाव में समाज के समर्थन हेतु मापदंडों को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए। समाज के गणमान्य व्यक्ति अशोक चौधरी ने बैठक में अपनी बात रखते हुए स्पष्ट किया कि ब्रह्मर्षि समाज किसी भी बाहरी दबाव में आकर निर्णय नहीं लेगा। उन्होंने कहा, “कोई भी संस्था या व्यक्ति समाज का ठेकेदार नहीं बन सकता। ब्रह्मर्षि समाज एक बुद्धिजीवी समाज है और वह अपने भले-बुरे का निर्णय स्वयं लेने में सक्षम है।”
समाज का फैसला: विकास और सुयोग्यता पर रहेगा जोर
बैठक में यह तय किया गया कि ब्रह्मर्षि समाज केवल उन्हीं उम्मीदवारों का समर्थन करेगा, जो ईमानदार, शिक्षित और जमशेदपुर के विकास के प्रति समर्पित होंगे। चौधरी ने जोर देकर कहा कि ब्रह्मर्षि समाज का फोकस हमेशा जमशेदपुर को बेहतर बनाने पर रहा है, और इस बार भी समाज सिर्फ कर्मठ एवं जिम्मेदार उम्मीदवार का ही समर्थन करेगा। उन्होंने कहा कि समाज बाहरी हस्तक्षेप से प्रभावित नहीं होगा, और किसी को फतवा जारी करने का अधिकार नहीं है। “ब्रह्मर्षि समाज एकजुट है और इसे तोड़ने की कोई भी कोशिश सफल नहीं हो पाएगी,” चौधरी ने कहा।
उपेंद्र शर्मा का आह्वान: सही प्रतिनिधि के चयन का है मौका
बैठक में उपेंद्र शर्मा ने समाज के लोगों से अपील की कि वे इस चुनाव में जमशेदपुर के विकास और सुरक्षा को प्राथमिकता दें। उन्होंने कहा, “यह समय है कि हम ऐसा प्रतिनिधि चुनें, जिसने पहले भी शहर में शांति स्थापित करने और अपराध मुक्त वातावरण प्रदान करने में योगदान दिया हो। जमशेदपुर को सुरक्षित और विकसित शहर बनाने के लिए हमें सही उम्मीदवार का चुनाव करना होगा।” शर्मा ने समाज के लोगों से आग्रह किया कि वे अपने विवेक से एक योग्य और निष्ठावान उम्मीदवार का चयन करें।
बाहरी ठेकेदारी और फतवा पर समाज की सख्त प्रतिक्रिया
संजय पांडे ने बैठक में फतवा जारी करने की प्रथा की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, “जो लोग रोड और नाली की ठेकेदारी करने में जुटे हैं, वे समाज का ठेकेदार नहीं बन सकते। बिना समाज के लोगों की सहमति के किसी एक उम्मीदवार के पक्ष में फतवा जारी करना अनुचित है।” पांडे ने कहा कि ब्रह्मर्षि समाज समझदार और जागरूक समाज है, जो अपना नफा-नुकसान समझता है। समाज के लोग अपने विवेक से शिक्षित, ईमानदार और योग्य उम्मीदवार का चयन करेंगे ताकि जमशेदपुर का विकास सुनिश्चित हो सके।
बैठक में गणमान्य लोगों की उपस्थिति
इस महत्वपूर्ण बैठक में समाज के अनेक प्रमुख सदस्य शामिल हुए, जिनमें अशोक, संजय शर्मा, अमलेश कृष्णा, राजेश, श्याम ठाकुर, गजेंद्र, विजय नारायण, विनोद शुक्ला, श्याम, अशोक सिंह, अविनाश सिंह, सुनील सिंह, रमन कुमार, धीरज कुमार, संतोष ठाकुर, आशिष चौधरी, सन्नी कुमार सिंह और मनमोहन कुमार प्रमुख थे। सभी सदस्यों ने आगामी चुनाव में समाज की एकता और निर्णय-निर्धारण की प्रक्रिया में एकजुटता बनाए रखने का वादा किया।
ब्रह्मर्षि समाज की एकता का संदेश
ब्रह्मर्षि समाज की इस बैठक में एक बात स्पष्ट हो गई कि समाज में बाहरी हस्तक्षेप या फतवा जैसी चीजों का कोई स्थान नहीं है। समाज के प्रमुखों ने इस बैठक के माध्यम से जमशेदपुर के अन्य समुदायों और लोगों को यह संदेश दिया कि समाज के लोग एकजुट हैं और वे किसी बाहरी दबाव में आकर अपने हितों का सौदा नहीं करेंगे। इस प्रकार ब्रह्मर्षि समाज ने अपने विवेक से सही उम्मीदवार के चयन का संकल्प लिया है, जो जमशेदपुर के विकास और सुरक्षा में अपना योगदान दे सके।
इस निर्णय के साथ ब्रह्मर्षि समाज ने यह संदेश दिया है कि वे चुनाव में बाहरी दबाव और फतवे जैसी चीजों से ऊपर उठकर ईमानदार, कर्मठ और समर्पित उम्मीदवार का ही समर्थन करेंगे, जो जमशेदपुर के लिए सकारात्मक बदलाव ला सके।
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