Giridih Police: झारखंड का निमियाघाट थाना चुना गया देश के तीन सर्वश्रेष्ठ थानों में, केंद्रीय गृह मंत्री से मिलेगा सम्मान
झारखंड के गिरिडीह जिले का निमियाघाट थाना देश के तीन सर्वश्रेष्ठ थानों में चुना गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसे सम्मानित किया है। पढ़ें पूरी खबर।
झारखंड के गिरिडीह जिले से एक बेहद खुशी की खबर सामने आई है। निमियाघाट थाना, जो कि अब राज्य का सबसे उत्कृष्ट थाना बन चुका है, देश के तीन सर्वश्रेष्ठ थानों में शामिल किया गया है। यह चयन केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा वर्ष 2024 के लिए किया गया है। अब, इस सम्मान के साथ झारखंड पुलिस के नाम एक और गर्व की बात जुड़ गई है।
केंद्रीय गृह मंत्री से मिलेगा सम्मान
29 नवंबर को भुवनेश्वर के लोक सेवा भवन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह निमियाघाट थाने के प्रभारी को ट्रॉफी देकर सम्मानित करेंगे। इस शानदार अवसर पर झारखंड पुलिस मुख्यालय ने निमियाघाट थाने के प्रभारी को 28 नवंबर को भुवनेश्वर में रिहर्सल के लिए उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं।
क्या हैं सर्वश्रेष्ठ थानों के चयन के मानक?
निमियाघाट थाने का चयन एक विशेष प्रक्रिया के तहत हुआ है, जो देशभर के विभिन्न थानों की कार्यप्रणाली का निरीक्षण करती है। केंद्रीय गृह मंत्रालय की टीम हर साल देश के थानों का निरीक्षण करती है, और यह चयन कई मानकों पर आधारित होता है। इन मानकों में प्रमुख हैं:
- आम जनता से पुलिस का व्यवहार: थाना कर्मचारियों द्वारा आम जनता के साथ सौम्य और पेशेवर व्यवहार बहुत महत्वपूर्ण होता है।
- साफ-सफाई: थाने की स्वच्छता, कर्मचारियों और जनता की सुविधा के लिए आवश्यक सभी व्यवस्थाएं।
- शिकायतकर्ताओं के लिए सुविधाएं: थाने में शिकायत दर्ज करने आने वाले नागरिकों के लिए आरामदायक और सहायक वातावरण।
- पुलिस कर्मियों के लिए फिटनेस सुविधाएं: पुलिस कर्मियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए सुविधाएं।
- दिव्यांगों के लिए रैंप और अन्य सहायक उपकरण: थाने में दिव्यांग नागरिकों के लिए विशेष व्यवस्था, जिससे उनकी पहुंच सरल हो सके।
- सीसीटीवी और फायर सेफ्टी व्यवस्था: थाना परिसर में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम, जिससे किसी भी अनहोनी से निपटा जा सके।
इन सब मानकों पर निमियाघाट थाना खरा उतरा, जिसके आधार पर ट्रॉफी प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
निमियाघाट थाना: झारखंड की पहचान
निमियाघाट थाना अब झारखंड की पहचान बन चुका है। यह थाना न केवल अपनी कार्यप्रणाली से बल्कि जनता से जुड़े अपने उत्कृष्ट कार्यों के लिए भी सुर्खियों में रहा है। प्रभारी की मेहनत और पुलिसकर्मियों की टीम वर्क ने इसे राज्य का सबसे बेहतर थाना बना दिया है।
यह पुरस्कार किसी एक पुलिसकर्मी की मेहनत का फल नहीं है, बल्कि यह समग्र टीमवर्क का परिणाम है। यह झारखंड पुलिस के लिए प्रेरणादायक है और अन्य थानों को भी उत्कृष्टता की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा।
झारखंड पुलिस की इस उपलब्धि पर गर्व
झारखंड की पुलिस हमेशा अपने कर्तव्यों को निष्ठा और ईमानदारी से निभाने के लिए जानी जाती है। यह सम्मान इस बात का प्रतीक है कि जब कोई संस्था अपनी कार्यप्रणाली में उत्कृष्टता लाती है, तो वह राष्ट्रीय स्तर पर भी सराही जाती है। झारखंड पुलिस के इस सम्मान से राज्य का नाम भी रोशन हुआ है।
स्थानीय समुदाय के लिए फायदेमंद
निमियाघाट थाना का यह सम्मान स्थानीय समुदाय के लिए भी फायदेमंद है। जब पुलिस स्टेशन की कार्यप्रणाली बेहतर होती है, तो यह ना केवल कानून-व्यवस्था को सुधारता है बल्कि आम नागरिकों के जीवन को भी सुरक्षित बनाता है।
सार्वजनिक सहयोग और पुलिस की सफलता
यह सम्मान इस बात का भी सबूत है कि सार्वजनिक सहयोग और पुलिस की मेहनत ही किसी थाना को सफलता दिला सकती है। निमियाघाट थाना ने अपनी कार्यप्रणाली और सेवाओं के जरिए यह साबित कर दिया है कि अच्छे नेतृत्व और टीमवर्क से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
झारखंड के गिरिडीह जिले का निमियाघाट थाना इस समय राष्ट्रीय स्तर पर एक आदर्श बन चुका है। यह सम्मान और पुरस्कार सिर्फ झारखंड पुलिस के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। इस सफलता से न केवल अन्य पुलिस थाने प्रेरित होंगे, बल्कि यह समग्र पुलिस विभाग के लिए एक सकारात्मक संकेत भी है।
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