Murli Para Tour: श्री श्री विद्या मंदिर हाई स्कूल के छात्रों का मेडिकल रिसर्च कॉलेज में ऐतिहासिक अनुभव
घाटशिला के मुरली पारा मेडिकल रिसर्च कॉलेज में छात्रों ने पारा मेडिकल कोर्स और तकनीकी शिक्षा की बारीकियों को समझा। जानें इस शैक्षिक भ्रमण के अनुभव और फायदे।
घाटशिला: शिक्षा का उद्देश्य केवल कक्षाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि व्यावहारिक ज्ञान के माध्यम से छात्रों के भविष्य को दिशा देना भी है। इस सोच को साकार करते हुए, श्री श्री विद्या मंदिर हाई स्कूल के छात्रों ने 26 दिसंबर 2024 को झारखंड के घाटशिला स्थित मुरली पारा मेडिकल रिसर्च कॉलेज का शैक्षिक भ्रमण किया। यह भ्रमण छात्रों के लिए पारा मेडिकल कोर्स और तकनीकी शिक्षा के बारे में जानने का अनूठा अवसर साबित हुआ।
सुबह की शुरुआत: स्वागत और जानकारी
सुबह 8 बजे, बस से मुरली पारा मेडिकल रिसर्च कॉलेज पहुंचने के बाद छात्रों का जोरदार स्वागत किया गया। स्वागत में कॉलेज के प्रमुख डॉक्टर अपूर्व विक्रम, कंसल्टेंट शैवाल कुमार डे, और संयोजक श्रीमती नमिता बेहरा मौजूद थे। इसके बाद छात्रों को कॉलेज के विभिन्न विभागों और लैब का दौरा कराया गया।
लैब में तकनीकी ज्ञान का आदान-प्रदान
लैब इंचार्ज श्रीमती विजया बोस ने छात्रों को मेडिकल उपकरणों के उपयोग और तकनीकी प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से बताया। छात्रों ने ब्लड टेस्ट के उपकरण, आरबीसी, डब्ल्यूबीसी, और हीमोग्लोबिन की संरचना को समझा।
डॉक्टर अपूर्व विक्रम ने छात्रों को प्राथमिक चिकित्सा, ऑपरेशन टेक्नीशियन, ड्रेसर, एएनएम, जीएनएम, और फार्मा कोर्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने झारखंड स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी के इस संस्थान में उपलब्ध सुविधाओं और कोर्स के महत्व को भी रेखांकित किया।
पारा मेडिकल कोर्स का महत्व और भविष्य
शैक्षिक भ्रमण के दौरान छात्रों ने जाना कि पारा मेडिकल क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती रंजना सत्तपति ने कहा कि यह भ्रमण छात्रों के लिए करियर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि पारा मेडिकल कोर्स समाज सेवा के साथ-साथ आर्थिक सशक्तिकरण का भी माध्यम है।
छात्रों के अनुभव और झारखंड सरकार की पहल
छात्र हरियर सोरेन, अनामिका रजक, और महिमा महतो ने कहा कि इस भ्रमण ने उनके करियर की दिशा को स्पष्ट किया है। झारखंड सरकार द्वारा ई-कल्याण स्कॉलरशिप योजना की जानकारी ने उन्हें और भी प्रेरित किया। इस योजना के माध्यम से छात्रों को पढ़ाई के खर्च में 90% तक की छूट मिलती है, जो आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए वरदान है।
इतिहास में झलक: पारा मेडिकल की जड़ें
पारा मेडिकल शिक्षा की शुरुआत 20वीं सदी में हुई थी, जब चिकित्सा क्षेत्र में सहयोगी विशेषज्ञों की आवश्यकता महसूस की गई। यह शिक्षा अब पूरी दुनिया में स्वास्थ्य सेवाओं का अभिन्न हिस्सा बन चुकी है।
भ्रमण का समापन और धन्यवाद ज्ञापन
शिक्षक सेवत जी ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ भ्रमण का समापन किया। उन्होंने कहा कि यह दौरा छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा की गंभीरता और उसके महत्व को समझाने में सफल रहा।
भविष्य की राहें: छात्रों के लिए अपार संभावनाएं
छात्रों ने मुरली पारा मेडिकल रिसर्च कॉलेज के विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए संपर्क नंबर साझा किया। इच्छुक छात्र श्रीमती नमिता (8797172442) और श्रीमती शशिकला (7488983401) से संपर्क कर सकते हैं।
शिक्षा और व्यावहारिक ज्ञान का संगम
घाटशिला का यह शैक्षिक भ्रमण केवल एक यात्रा नहीं थी, बल्कि यह छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव रहा। यह पहल न केवल उन्हें पारा मेडिकल कोर्स के महत्व को समझाने में मददगार रही, बल्कि उनके करियर निर्माण के लिए भी एक मजबूत आधार तैयार कर गई।
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