Jamshedpur Sangam Mahotsav 2025: दोमुहानी घाट पर होगा भव्य आयोजन, 5100 दीयों से सजेगा तट
जमशेदपुर के दोमुहानी घाट पर 13-14 जनवरी को संगम महोत्सव का आयोजन होगा। पर्यावरण गोष्ठी, गंगा आरती और सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ दीपोत्सव की भव्यता का आनंद लें।
जमशेदपुर: दोमुहानी संगम महोत्सव 2025 को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। 12 जनवरी, रविवार को दोमुहानी घाट, सोनारी में आयोजित पत्रकार वार्ता में हिन्दू उत्सव समिति के संरक्षक शिवशंकर सिंह, शंकर रेड्डी, समिति अध्यक्ष रवि प्रकाश सिंह, प्रवक्ता सुखदेव सिंह, अभिमन्यु प्रताप, वॉइस ऑफ ह्यूमिनिटी के हरि सिंह राजपूत, अरविंदर कौर, शशि, दुर्गा देवी, संतोषी साहू और इंद्रजीत सिंह सहित अन्य गणमान्य उपस्थित हुए।
13 जनवरी को भव्य शुभारंभ 13 जनवरी को दोमुहानी घाट पर भव्य आयोजन की शुरुआत होगी। इस दौरान नदी और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष गोष्ठी आयोजित की जाएगी। इसमें विशेषज्ञों द्वारा जल स्वच्छता और पर्यावरण के महत्व पर चर्चा होगी।
गोष्ठी के बाद स्थानीय स्कूलों के बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। इसके बाद प्रख्यात लोक गायक सोनू सिंह दुलरुवा अपनी प्रस्तुति देंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ समाज और धर्म क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले शहर के प्रमुख व्यक्तियों को सम्मानित भी किया जाएगा।
14 जनवरी को गंगा आरती का दिव्य आयोजन 14 जनवरी को दोमुहानी घाट पर भव्य गंगा आरती का आयोजन होगा। इस दिन का मुख्य आकर्षण गंगा अवतरण पर आधारित नृत्य नाटिका होगी। यह नृत्य प्रस्तुति दिव्य आध्यात्मिक माहौल बनाएगी। इसके पश्चात भव्य गंगा स्वरूपा माँ स्वर्णरेखा की आरती की जाएगी।
आरती स्थल को 5100 दीयों से सजाया जाएगा, जो घाट को अद्भुत आध्यात्मिक आभा प्रदान करेगा। दीपोत्सव के दौरान नदी तट पर 5100 दीपों का प्रकाश फैलाया जाएगा, जिससे घाट की शोभा देखने लायक होगी।
काशी और हरिद्वार का अनुभव इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य नदी और पर्यावरण को धर्म व आस्था से जोड़कर संरक्षित व संवर्धित करना है। समिति का कहना है कि ऐसे बुजुर्ग जो शारीरिक या आर्थिक कारणों से काशी या हरिद्वार नहीं जा पाते, उनके लिए यह आयोजन विशेष होगा। दोमुहानी घाट पर ही उन्हें काशी और हरिद्वार जैसा अनुभव प्राप्त होगा।
विशिष्ट संत का सानिध्य कार्यक्रम के मुख्य मार्गदर्शक बनारस के प्रसिद्ध संत तपोमूर्ति त्रिदंडी स्वामी जी महाराज होंगे। उनकी आध्यात्मिक उपस्थिति आयोजन में दिव्यता का संचार करेगी।
उपसंहार हिन्दू उत्सव समिति ने सभी श्रद्धालुओं और शहरवासियों से अपील की है कि वे इस भव्य आयोजन में शामिल होकर नदी संरक्षण और संस्कृति को बढ़ावा दें। दोमुहानी संगम महोत्सव 2025 केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि पर्यावरण जागरूकता का भी प्रतीक बनने जा रहा है।
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