Avadh Ojha Election Results : रविंद्र नेगी ने आम आदमी पार्टी को हराया, क्या दिल्ली में बदलाव की आहट?
Avadh Ojha Election Results : पटपड़गंज सीट पर बीजेपी की ऐतिहासिक जीत! रविंद्र नेगी ने आम आदमी पार्टी को हराया, दिल्ली में क्या बदलाव की आहट है?
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में पटपड़गंज सीट पर एक ऐतिहासिक जीत ने सभी को चौंका दिया। यहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार रविंद्र सिंह नेगी ने आम आदमी पार्टी (AAP) के अवध ओझा को बड़ी आसानी से हराया। रविंद्र नेगी को 74,060 वोट मिले, जबकि अवध ओझा को सिर्फ 45,988 वोट ही मिले। यह सीट बीजेपी के लिए एक महत्वपूर्ण विजय है, क्योंकि यह पहली बार है जब पटपड़गंज में बीजेपी ने जीत हासिल की है, जो पहले मनीष सिसोदिया के दबदबे वाली सीट थी।
रविंद्र नेगी ने क्या कहा?
बीजेपी के उम्मीदवार रविंद्र सिंह नेगी ने जीत के बाद अपनी पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा:
"यह जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत का नतीजा है। पिछले चुनावों में आम आदमी पार्टी की सुनामी थी, लेकिन इस बार पटपड़गंज की जनता ने बदलाव किया और बीजेपी को जिताया। अब दिल्ली में 27 साल बाद बीजेपी सरकार बनेगी, और यहां अधूरे काम पूरे होंगे।"
उन्होंने आगे कहा:
"आप सरकार ने दिल्ली के लोगों को गटर का पानी पिलाया, उसे हम दूर करेंगे। सीवरेज की समस्या को ठीक करेंगे। झुग्गी बस्तियों में जो नशा बिक रहा है, उस पर भी हम रोक लगाएंगे।"
आवध ओझा की हार पर क्या बोले?
आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अवध ओझा ने हार को एक नई शुरुआत के रूप में लिया। उन्होंने कहा:
"हार-जीत कुछ नहीं होती। पटपड़गंज में मेरी दूसरी पोजीशन रही और यह मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। मैंने पहली बार चुनाव लड़ा और जनता का काफी समर्थन मिला। अब हम अगली रणनीति पर काम करेंगे।"
आवध ओझा ने संकेत दिए कि AAP पार्टी अब अपनी रणनीति को फिर से तैयार करेगी।
पटपड़गंज सीट पर 1993 से अब तक कौन जीते?पटपड़गंज विधानसभा सीट पर बीजेपी के लिए यह पहली जीत है, जबकि पहले आप और कांग्रेस का दबदबा था। यहां के पिछले चुनावों के परिणाम इस प्रकार रहे:
वर्ष | विजेता उम्मीदवार | पार्टी | वोट |
---|---|---|---|
1993 | अशोक कुमार वालिया | कांग्रेस | - |
1998 | अशोक कुमार वालिया | कांग्रेस | - |
2003 | अशोक कुमार वालिया | कांग्रेस | - |
2008 | अशोक कुमार वालिया | कांग्रेस | - |
2013 | मनीष सिसोदिया | AAP | - |
2015 | मनीष सिसोदिया | AAP | 75,477 |
2020 | मनीष सिसोदिया | AAP | 59,589 |
2025 | रविंद्र सिंह नेगी | BJP | 74,060 |
अवध ओझा: राजनीति से शिक्षा तक – असफलता या नई राह?
राजनीति की दुनिया में कदम रखने वाले अवध ओझा को जनता ने पूरी तरह नकार दिया। एक समय था जब वे बड़े राजनीतिक सपने लेकर मैदान में उतरे थे, लेकिन उनकी रणनीतियाँ और लोकप्रियता जनता को लुभाने में नाकाम रहीं। लगातार चुनावी हार और गिरती साख के चलते अवध ओझा को राजनीति छोड़नी पड़ी।
अब वे शिक्षा क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं और खुद को एक शिक्षक के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन सवाल उठता है—क्या यह उनका पैशन है या राजनीति में असफलता के कारण मजबूरी में लिया गया फैसला?
राजनीति में अपनी पहचान न बना पाने के बाद, अब वे शिक्षा के नाम पर नया करियर शुरू कर रहे हैं। लेकिन क्या जनता उन्हें अब एक शिक्षक के रूप में स्वीकार करेगी, या यह उनकी असफलता की नई पहचान बन जाएगी?
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