Saraikela Demand: पत्रकारों के लिए नया तोहफा! मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिए ये बड़े संकेत
सरायकेला प्रेस क्लब के आधुनिकीकरण और पत्रकारों की सुरक्षा व बीमा को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिए बड़े संकेत! जानिए पूरी खबर।

सरायकेला: झारखंड के पत्रकारों के लिए बड़ी खुशखबरी! सरायकेला-खरसावां प्रेस क्लब के पदाधिकारियों ने शनिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर कई अहम मांगें रखीं, जिनमें प्रेस भवन का सौंदर्यीकरण, आधुनिक सुविधाएं, पत्रकारों के लिए बीमा, सुरक्षा और आवास जैसी आवश्यकताएं शामिल थीं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इन मांगों पर गंभीरता दिखाई और बहुत जल्द सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया। इससे सरायकेला-खरसावां के पत्रकारों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद जगी है।
कैसे हुई मुलाकात और क्या रखी गईं मांगे?
प्रेस क्लब के पदाधिकारी विधायक सविता महतो के साथ रांची स्थित मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और एक औपचारिक मांग पत्र सौंपा। इसमें मुख्य रूप से तीन बड़े मुद्दों पर चर्चा हुई—
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प्रेस क्लब भवन का सौंदर्यीकरण एवं आधुनिकीकरण
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पत्रकारों की सुरक्षा और बीमा योजना
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आवासीय सुविधा का प्रावधान
मुख्यमंत्री ने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ हैं और उनकी सुरक्षा एवं बेहतरी के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
इतिहास: झारखंड में पत्रकारों के अधिकारों को लेकर कैसी रही स्थिति?
झारखंड में पत्रकारों के अधिकारों को लेकर हमेशा सवाल उठते रहे हैं। 2017 में राज्य के कई पत्रकारों पर हमले हुए, वहीं 2021 में भी पत्रकारों को धमकाने और उन पर हमले की घटनाएं सामने आईं।
पिछले कुछ वर्षों में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर लगातार मांगें उठती रही हैं, लेकिन अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से दिए गए आश्वासन ने उम्मीदें बढ़ा दी हैं। इससे पहले भी राज्य सरकार ने कई बार मीडिया कर्मियों के हित में फैसले लिए हैं, लेकिन अब पहली बार प्रेस भवन के आधुनिकीकरण और पत्रकारों के बीमा-आवास जैसे मुद्दों पर ठोस पहल के संकेत मिले हैं।
प्रेस क्लब के लिए क्या होंगे नए बदलाव?
अगर मुख्यमंत्री का आश्वासन धरातल पर उतरता है, तो सरायकेला-खरसावां प्रेस क्लब एक अत्याधुनिक भवन में तब्दील हो सकता है। इसमें—
डिजिटल सुविधाएं और हाई-स्पीड इंटरनेट
आधुनिक फर्नीचर और मीटिंग हॉल
पत्रकारों के लिए आरामदायक वर्कस्पेस
सुरक्षा बढ़ाने के लिए नए उपाय
इन बदलावों से पत्रकारों को बेहतर वातावरण मिलेगा और उनके कार्यों में सुगमता आएगी।
पत्रकारों की सुरक्षा और बीमा क्यों जरूरी?
पत्रकार अक्सर संवेदनशील खबरों को कवर करते हैं, जिससे वे कई बार खतरे की जद में आ जाते हैं।
देशभर में पिछले एक दशक में कई पत्रकारों पर हमले हुए हैं।
अधिकांश पत्रकार बिना किसी बीमा या सुरक्षा के काम कर रहे हैं।
सरकारी योजनाओं में पत्रकारों को शामिल करने की मांग लंबे समय से उठ रही है।
मुख्यमंत्री के इस कदम से पत्रकारों को न सिर्फ सुरक्षा मिलेगी, बल्कि आर्थिक रूप से भी वे अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे।
बैठक में कौन-कौन रहे मौजूद?
इस बैठक में प्रेस क्लब ऑफ सरायकेला-खरसावां के अध्यक्ष मनमोहन सिंह, संरक्षक संतोष कुमार, झामुमो जिला संयोजक सदस्य काबलू महतो, झामुमो नेत्री स्नेहा महतो समेत कई वरिष्ठ पत्रकार और पदाधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने सभी पत्रकारों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनकी समस्याओं को प्राथमिकता देगी और बहुत जल्द इस पर ठोस कदम उठाए जाएंगे।
अब आगे क्या?
अब सबकी निगाहें सरकार की अगली घोषणा पर टिकी हैं। पत्रकारों को उम्मीद है कि जल्द ही प्रेस क्लब के सौंदर्यीकरण से जुड़ी योजनाओं पर काम शुरू होगा और पत्रकारों की सुरक्षा एवं बीमा से जुड़ी योजनाओं पर भी अमल किया जाएगा।
सरायकेला-खरसावां के पत्रकारों के लिए यह एक ऐतिहासिक मौका हो सकता है अगर सरकार अपने वादे पूरे करती है।
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