रांची: कांग्रेस ने जारी की दूसरी लिस्ट, आलमगीर आलम की पत्नी को मिला पाकुड़ से टिकट
कांग्रेस ने झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए दूसरी सूची जारी की, जिसमें पाकुड़ से निशात आलम, बरही से अरुण साहू और डाल्टेनगंज से केएन त्रिपाठी जैसे प्रमुख उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी है। इस बार कांग्रेस ने पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र से एक बड़ा दांव खेलते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्पीकर आलमगीर आलम की पत्नी निशात आलम को टिकट देकर सियासी हलकों में हलचल मचा दी है।
पाकुड़ से निशात आलम की उम्मीदवारी पर चर्चा
आलमगीर आलम की पत्नी निशात आलम को पाकुड़ से मैदान में उतारने के पीछे कांग्रेस का रणनीतिक दृष्टिकोण है। पाकुड़ में आलमगीर आलम का प्रभाव पहले से ही मजबूत है, ऐसे में निशात आलम की उम्मीदवारी से पार्टी को उम्मीद है कि इस क्षेत्र में उन्हें बड़ी जीत मिल सकती है। कांग्रेस के इस फैसले से क्षेत्र में नया समीकरण बनने की संभावना है, और इस कदम को आलम परिवार के प्रभाव को बरकरार रखने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
अन्य प्रमुख उम्मीदवारों की सूची
इसके साथ ही कांग्रेस ने अपनी दूसरी सूची में कई अन्य प्रमुख उम्मीदवारों को भी स्थान दिया है:
- बरही: अरुण साहू को उम्मीदवार बनाया गया है। बरही क्षेत्र में कांग्रेस की पकड़ को मजबूत बनाने के लिए अरुण साहू को मैदान में उतारा गया है।
- डाल्टेनगंज: कांग्रेस ने केएन त्रिपाठी पर भरोसा जताते हुए उन्हें डाल्टेनगंज से टिकट दिया है।
- कांके: सुरेश कुमार बैठा को उम्मीदवार बनाया गया है, जो क्षेत्र में सामाजिक सरोकारों से जुड़े हैं और कांग्रेस की स्थिति को मजबूत करने में सहायक हो सकते हैं।
- पांकी: लाल सूरज को टिकट देकर कांग्रेस ने युवाओं को अपनी ओर खींचने की कोशिश की है।
- विश्रामपुर: सुधीर कुमार चंद्रवंशी को उम्मीदवार बनाया गया है, जो पिछले चुनावों में भी सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।
- छतरपुर: राधा कृष्ण किशोर को छतरपुर से उम्मीदवार के रूप में चुना गया है।
झारखंड में कांग्रेस की रणनीति
झारखंड में कांग्रेस इस बार बेहद सक्रिय रूप से चुनावी मैदान में उतरी है। पार्टी की योजना हर सीट पर स्थानीय और प्रभावशाली नेताओं को मौका देने की है, ताकि जमीनी स्तर पर प्रभाव कायम किया जा सके। पहली सूची के बाद दूसरी सूची में भी नए चेहरों और स्थानीय प्रभावशाली व्यक्तित्वों को महत्व दिया गया है, जिससे झारखंड में कांग्रेस की स्थिति मजबूत की जा सके।
कांग्रेस के इस फैसले से अन्य विपक्षी दलों में भी हलचल मच गई है, और इस सूची के सामने आने के बाद अब चुनावी माहौल और दिलचस्प हो गया है। हर विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवारों के साथ मैदान में उतरते हुए कांग्रेस झारखंड में सशक्त उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास कर रही है।
झारखंड चुनाव का पहला चरण 13 नवंबर को होने जा रहा है, और इसके बाद 23 नवंबर को मतगणना होगी। इस सूची के जारी होने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं और समर्थकों में उत्साह है, और पार्टी के वरिष्ठ नेता सभी उम्मीदवारों के समर्थन में अभियान को तेज करने में जुट गए हैं।
कांग्रेस ने इस सूची के जरिए अपनी चुनावी रणनीति को स्पष्ट किया है और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखने के लिए सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया है।
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