Jharkhand Assembly News : CM का अभिभाषण बना चर्चा का केंद्र, झारखंड के भविष्य पर रखी मजबूत नींव
झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल के अभिभाषण पर दिया प्रभावशाली जवाब। राज्य के विकास, ग्रामीण अर्थव्यवस्था और शहीदों के सपनों को साकार करने के लिए प्रतिबद्धता जताई।
12 दिसंबर 2024: झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के अंतिम दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान अपनी सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं का खाका खींचा।
उन्होंने कहा, "यह अभिभाषण सरकार का श्वेत पत्र है, जिसमें राज्य के हर वर्ग को ध्यान में रखकर रोडमैप तैयार किया गया है।" मुख्यमंत्री के इस बयान ने सदन में एक नई ऊर्जा भर दी।
झारखंड आंदोलन की विरासत और संघर्ष की कहानी
सीएम सोरेन ने अपने संबोधन में झारखंड आंदोलन की पृष्ठभूमि और उसके महत्व पर जोर दिया।
- इतिहास का गर्व:
उन्होंने कहा, "यह राज्य आंदोलन की उपज है। इसे हमारे पूर्वजों ने अपने खून-पसीने से सींचा है। झारखंड के लोग स्वाभिमानी हैं और जो ठान लेते हैं, उसे पूरा करके ही दम लेते हैं।" - संघर्ष की लंबी गाथा:
2000 में झारखंड अलग राज्य बना, लेकिन यह केवल 10 महीने का संघर्ष नहीं, बल्कि वर्षों की लड़ाई का नतीजा था। उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने इस पर मुहर लगाई, लेकिन इसके पीछे झारखंड आंदोलनकारियों का अटूट संघर्ष है।
2019 के बाद बदलाव की कहानी
मुख्यमंत्री ने 2019 के बाद के बदलावों को रेखांकित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने हर वर्ग को साथ लेकर चलने का प्रयास किया है।
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर फोकस:
"यह राज्य प्रोजेक्ट भवन से नहीं, बल्कि गांवों से चलने वाली सरकार है। अगर गांव की अर्थव्यवस्था नहीं बढ़ेगी, तो राज्य के सर्वांगीण विकास की कल्पना नहीं की जा सकती।" - मजदूरों के लिए कानून:
उन्होंने बताया कि झारखंड देश का पहला राज्य है, जिसने श्रमिकों के लिए बेहतर कानून बनाए हैं।
विपक्ष पर तीखा हमला और विकास की बात
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि "2019 तक इस राज्य को दलदल में धकेलने का प्रयास किया गया। किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुए, भूख से लोग मरे।"
- राशन कार्ड का मुद्दा:
"भूख से मरे लोग हाथ में राशन कार्ड लेकर भागते रहे। विपक्ष की ऐसी स्थिति ने राज्य को कमजोर किया।" - रांची का विकास:
उन्होंने रांची शहर को नई ऊंचाई देने के काम की तारीफ की।
सदन में अनुपूरक बजट पास
सत्र के अंतिम दिन वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने अनुपूरक बजट पेश किया, जिसे ध्वनिमत से पारित कर दिया गया।
- मंईयां सम्मान योजना:
विपक्ष ने इस योजना पर सवाल उठाए, लेकिन वित्त मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करेगा। - मुफ्त बिजली योजना:
"जो विभाग राशि खर्च नहीं कर पाए, उसे जनता की भलाई में उपयोग किया गया। यह जनता के लिए एक सकारात्मक कदम है।"
आगे की योजना और सरकार की प्राथमिकताएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी प्राथमिकता है कि सरकार के काम जनता की आंखों के सामने दिखें।
- पर्यटन और रोजगार:
आधारभूत संरचना, पर्यटन और रोजगार सृजन पर जोर दिया जा रहा है। - हर दिन नई कहानी:
"झारखंड में हर दिन एक नया अध्याय जुड़ेगा, जो इसे विकास की नई दिशा में ले जाएगा।"
झारखंड का उज्ज्वल भविष्य
मुख्यमंत्री के संबोधन ने सदन को एक सकारात्मक दिशा दी। उनकी बातों ने यह भरोसा दिलाया कि झारखंड का भविष्य उज्ज्वल है।
झारखंड की जनता के सपनों को साकार करने का यह वादा केवल शब्द नहीं, बल्कि सरकार के रोडमैप का हिस्सा है।
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