'छावा' सच्चाई उजागर करती फिल्म-डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित
औरंगजेब था लुटेरा हत्यारा फिर क्यों सेकलुरों को प्यारा, क्यों गढ़ते कसीदे मुगलों के हैवान को कहते इंसान उदारा?...

'छावा' सच्चाई उजागर करती फिल्म
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औरंगजेब था लुटेरा हत्यारा
फिर क्यों सेकलुरों को प्यारा,
क्यों गढ़ते कसीदे मुगलों के
हैवान को कहते इंसान उदारा?
राष्ट्रभक्तों की संस्था तुलसीभवन
'छावा" अवलोकन करने सदस्य गण,
सच पर आधारित अनूठी फिल्म
एक संग किए सब माॅल गमन।
देखकर खड़े हो गए रोंगटे
औरंगजेब की क्रूरता हद से पार,
ऐसे पापी का करते जो गुणगान
बेशर्म नीच नेताओं को धिक्कार।
फिल्म ने किया सच उजागर
भयावह दर्दनाक मुगलों कुकृत्य,
संभाजी अमर्त्य वीर दृढ़प्रतिज्ञ
देश धर्म हित प्राण अर्पित कर्तव्य।
औरंगजेब का कारनामा निंदनीय
उर आंगन उसका असंवेदनशील,
नाखून उधेड़कर आँख फोड़कर
जीभ खींचा पर पसीजा न दिल।
मुगलों में वह बड़ा कलंक
लाखों का किया उसने कतल,
जबरन कराया नित मतान्तरण
तत्कालीन जनता भय से दहल।
जयचंद मिर्जाफर की नहीं कमी
अपने देश में मौजूद कई गद्दार
सपा कांग्रेस इसमें सबसे आगे
जो करते औरंगजेब का सत्कार।
वह नहीं था कुशल राजनेता
सनातन का तो बड़ा दुश्मन,
मानवता का वह घोर शत्रु था
देशद्रोही जो करे उसका वंदन।
'छावा' फिल्म अपने उद्देश्य में
सफल प्रशंसनीय शतप्रतिशत,
देख कर भी ना बदले दिल तो
ऐसे जन से दिल होता आहत।
-डाॅ0 यमुना तिवारी व्यथित
07 03 2025
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