काशी में "कवि कुंभ 2024": देशभर से 151 कवि, कलाकार, और संगीतकार होंगे शामिल

काशी में 10-11 नवंबर 2024 को "कवि कुंभ 2024" का आयोजन होगा। इस विशेष आयोजन में 151 कवि और कलाकार हिस्सा लेंगे। जानें इसके खास कार्यक्रम और प्रतिभाओं की जानकारी।

Oct 7, 2024 - 14:23
Oct 7, 2024 - 14:27
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काशी में "कवि कुंभ 2024": देशभर से 151 कवि, कलाकार, और संगीतकार होंगे शामिल
काशी में

7 अक्टूबर 2024 : शिव की नगरी काशी में हिंदी भाषा और साहित्य को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मातृभाषा हिंदी संगठन के बैनर तले 10 और 11 नवंबर 2024 को "काशी कवि कुंभ" का भव्य आयोजन होगा। यह कार्यक्रम वाराणसी के रामकटोरा लहुराबीर स्थित काशी सेवा समिति के मालवीय सभागार में आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन में देशभर से 151 कवि, कलाकार और संगीतकार भाग लेंगे।

इस दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन कुमार लक्ष्मीकांत जी द्वारा किया जा रहा है, जबकि इसका संयोजन धर्मराज जी करेंगे। यह आयोजन हिंदी साहित्य और संस्कृति के प्रसार के लिए समर्पित है और इसका उद्देश्य नई प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना है।

कार्यक्रम की प्रमुख झलकियां

"काशी कवि कुंभ" में तीन मुख्य सत्र होंगे—युवा कवि सम्मेलन, सम्मान समारोह, और गायन-वादन
पहले दिन यानी 10 नवंबर 2024 को युवा कवियों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें देशभर से नवोदित और प्रतिष्ठित कवि अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे। यह सत्र खासकर उन कवियों के लिए महत्वपूर्ण है, जो अपनी कविताओं के माध्यम से हिंदी साहित्य में योगदान दे रहे हैं।

दूसरे दिन यानी 11 नवंबर 2024 को एक भव्य सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा, जिसमें हिंदी साहित्य और कला क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कवियों और कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा।
इसके अलावा, इस दिन संगीत और वादन का विशेष सत्र भी होगा, जिसमें संगीतकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

नई प्रतिभाओं को मिलेगा अवसर

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य नई प्रतिभाओं को बढ़ावा देना है। मातृभाषा हिंदी संगठन लंबे समय से हिंदी साहित्य और भाषा को प्रोत्साहित करने के लिए इस प्रकार के आयोजनों का आयोजन करता आ रहा है। संगठन के अध्यक्ष कुमार लक्ष्मीकांत जी ने कहा कि यह मंच उन कवियों और कलाकारों के लिए है, जिनके पास प्रतिभा है लेकिन उन्हें सही मंच नहीं मिल पाया है। "काशी कवि कुंभ" उनके सपनों को उड़ान देने का एक प्रयास है।

आयोजनकर्ताओं की टीम

इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कई साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रेमियों की एक टीम काम कर रही है। आयोजनकर्ता कुमार लक्ष्मीकांत के साथ धर्मराज, निर्भय निर्वाण, कवि निर्भीक तिवारी, सुभाष शर्मा, और आर्यन मौर्य इस आयोजन की तैयारियों में जुटे हुए हैं। इन सभी का उद्देश्य एक ही है—हिंदी साहित्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाना और युवा कवियों और कलाकारों को आगे बढ़ने का अवसर देना।

सभी को आमंत्रण

मातृभाषा हिंदी संगठन ने सभी साहित्य प्रेमियों से आग्रह किया है कि वे इस कार्यक्रम में शामिल होकर हिंदी भाषा और साहित्य के प्रति अपना समर्थन दिखाएं। इस कार्यक्रम में उपस्थित होकर वे नई प्रतिभाओं का उत्साहवर्धन कर सकते हैं और इस अनूठे आयोजन को सफल बना सकते हैं।

"काशी कवि कुंभ" जैसी पहलें हिंदी साहित्य के प्रसार और नई प्रतिभाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं। वाराणसी जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक नगरी में यह आयोजन हिंदी साहित्य प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होगा।

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Nihal Ravidas निहाल रविदास, जिन्होंने बी.कॉम की पढ़ाई की है, तकनीकी विशेषज्ञता, समसामयिक मुद्दों और रचनात्मक लेखन में माहिर हैं।