Chatra Arson: आगजनी का खुला खेल! चतरा में DJ साउंड गोदाम को शरारती तत्वों ने फूंका, ₹45 लाख का सामान खाक |
झारखंड के चतरा प्रखंड मुख्यालय के बरटा रोड पर गुरुवार देर रात पवन DJ साउंड के गोदाम में आगजनी की घटना हुई। इस पांचवें हमले में लगभग ₹45 लाख का सामान जलकर राख हो गया। पुलिस की निष्क्रियता पर आक्रोशित महिलाओं ने चतरा-हजारीबाग मुख्य मार्ग जाम कर दिया।
झारखंड के चतरा जिले में अपराधियों के बुलंद हौसले और पुलिस की कथित निष्क्रियता का एक और खौफनाक उदाहरण सामने आया है। चतरा प्रखंड मुख्यालय के बरटा रोड स्थित पवन डीजे साउंड के गोदाम को गुरुवार देर रात शरारती तत्वों ने आग के हवाले कर दिया। इस साजिशपूर्ण आगजनी में लगभग ₹45 लाख रुपये मूल्य का सामान जलकर खाक हो गया, जिससे पीड़ित पवन कुमार वर्मा का व्यवसाय पूरी तरह से तबाह हो गया।
चतरा और उसके आसपास के इलाकों में अक्सर रंगदारी और आपसी रंजिश के चलते इस तरह की घटनाएं होती रही हैं। लेकिन यह मामला केवल एक आगजनी का नहीं है, यह एक व्यक्ति पर बार-बार हो रहे हमलों और कानून व्यवस्था के पूरी तरह से चरमरा जाने का संकेत है।
पीड़ित पर यह 'पाँचवाँ' हमला
पीड़ित साउंड संचालक पवन कुमार वर्मा (सुभाष दांगी के पुत्र) ने जो खुलासा किया है, वह दहशत पैदा करने वाला है। उन्होंने बताया कि यह उनके साथ आगजनी की कोई पहली घटना नहीं है, बल्कि यह पाँचवीं बार है जब उन्हें इस तरह के अपराधिक हमले का सामना करना पड़ा है।
-
बड़ा नुकसान: देर रात जब आग ने विकराल रूप लिया, तो गोदाम में रखे साउंड सिस्टम, स्पीकर, मिक्सर और अन्य कीमती उपकरण पूरी तरह से जलकर राख हो गए। नुकसान की कीमत लगभग ₹45 लाख बताई जा रही है।
-
दूसरे ठिकाने पर भी आग: आरोपियों के हौसले इतने बुलंद थे कि उन्होंने गिद्धौर के कोसमा गड्ढा स्थित पाही पर बने मकान में रखे साउंड के उपकरणों को भी आग के हवाले कर दिया। यह स्पष्ट करता है कि हमलावर पवन वर्मा को पूरी तरह से व्यावसायिक रूप से नष्ट करना चाहते थे।
पुलिस की निष्क्रियता पर फूटा गुस्सा: सड़क जाम
लगातार हो रहे हमलों के बावजूद पुलिस के किसी भी आरोपी को गिरफ्तार न कर पाने या मामले का खुलासा न कर पाने से स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश पैदा हो गया है।
-
महिलाओं ने संभाला मोर्चा: शुक्रवार की सुबह आक्रोशित महिलाओं ने चतरा-हजारीबाग मुख्य मार्ग (कटकमसांडी-गिद्धौर पथ) को जाम कर दिया। करीब डेढ़ घंटे तक सड़क जाम रहा, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
-
मांगें: प्रदर्शनकारी महिलाएं दोषियों की जल्द गिरफ्तारी और आगजनी की निष्पक्ष जांच की मांग कर रही थीं। उनका कहना था कि पुलिस की उदासीनता के कारण ही अपराधियों का मनोबल बढ़ा है।
-
जाम समाप्त: सूचना मिलते ही गिद्धौर के थाना प्रभारी शिवा यादव दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। उनके आश्वासन के बाद जाम हटाया गया और यातायात बहाल हुआ।
थाना प्रभारी शिवा यादव ने कहा है कि पुलिस पूरी तत्परता के साथ जांच में जुटी है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। क्षेत्र में दहशत का माहौल है, और स्थानीय लोग पुलिस की कार्रवाई पर करीब से नजर रख रहे हैं।
आपकी राय में, लगातार हो रहे इस तरह के हमलों के मामले में पुलिस की निष्क्रियता को दूर करने और अपराधियों को पकड़ने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को कौन से दो कड़े कदम उठाने चाहिए?
What's Your Reaction?


