Chakulia Rescue: जंगल से सड़क पर निकला 10 फीट लंबा अजगर, ग्रामीणों में मचा हड़कंप
चाकुलिया के नीमडीहा गांव में सड़क किनारे 10 फीट लंबा अजगर दिखने से मचा हड़कंप। वन विभाग की टीम ने सांप को सुरक्षित जंगल में छोड़ा। पढ़ें पूरी खबर।
झारखंड के चाकुलिया वन क्षेत्र में बुधवार को एक अनोखा दृश्य देखने को मिला। नीमडीहा गांव के पास सड़क किनारे 10 फीट लंबा अजगर सांप देखकर ग्रामीणों के होश उड़ गए। सांप को देखने के बाद ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी।
ग्रामीणों में मचा हड़कंप
सुबह-सुबह नीमडीहा गांव के कुछ ग्रामीण जब जंगल के पास से गुजर रहे थे, तो उन्होंने सड़क किनारे एक विशाल अजगर को देखा।
- सांप का आकार और उसकी धीमी हरकतें देखकर ग्रामीणों में भय और उत्सुकता दोनों फैल गई।
- लोगों ने सांप को घेरकर उसकी तस्वीरें खींचनी शुरू कर दीं।
- हालांकि, किसी ने उसे छेड़ने की कोशिश नहीं की।
वन विभाग ने किया रेस्क्यू ऑपरेशन
ग्रामीणों की सूचना पर चाकुलिया वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची।
- वनकर्मियों ने सांप को सुरक्षित पकड़ने के लिए विशेष उपकरणों का इस्तेमाल किया।
- सांप की लंबाई लगभग 7-10 फीट थी, जिसे देखकर वनकर्मी भी हैरान रह गए।
- रेस्क्यू के बाद सांप को पास के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया।
क्या कहते हैं वन विभाग के अधिकारी?
रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व कर रहे वनकर्मी ने कहा,
“यह अजगर प्रजाति का सांप है, जो आमतौर पर इंसानों के लिए खतरनाक नहीं होता। बारिश के मौसम में या भोजन की तलाश में ये अक्सर गांवों के पास आ जाते हैं। हमने इसे सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया है।”
झारखंड में अजगर और वन्यजीवों का बढ़ता संघर्ष
चाकुलिया जैसे वन क्षेत्र में इंसानों और वन्यजीवों के बीच मुठभेड़ कोई नई बात नहीं है।
- अजगर आमतौर पर छोटे जानवरों को अपना शिकार बनाते हैं और इंसानों पर हमला नहीं करते।
- लेकिन जंगलों के घटते क्षेत्रफल और बढ़ती मानव बस्तियों के कारण वन्यजीव अक्सर गांवों में आ जाते हैं।
- विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक प्राकृतिक संतुलन का नतीजा है।
ऐतिहासिक संदर्भ में अजगर की उपस्थिति
झारखंड के वन क्षेत्र हमेशा से ही वन्यजीवों की विविधता के लिए प्रसिद्ध रहे हैं।
- अजगर सांप, जो भारत के पारंपरिक जंगलों का हिस्सा है, अक्सर बारिश के बाद अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं।
- 2019 में भी झारखंड के गढ़वा जिले में 15 फीट लंबा अजगर पकड़कर सुर्खियों में आया था।
ग्रामीणों को क्या करना चाहिए?
वन विभाग ने ग्रामीणों को कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी:
- अजगर जैसे सांप को कभी भी छेड़ें नहीं।
- अगर सांप दिखे तो तुरंत वन विभाग को सूचना दें।
- बच्चों और पालतू जानवरों को जंगल के पास अकेले न छोड़ें।
- सांप के आस-पास भीड़ न लगाएं, क्योंकि यह उन्हें उत्तेजित कर सकता है।
वन्यजीवों को बचाने का प्रयास
झारखंड के वन विभाग ने हाल के वर्षों में कई सफल रेस्क्यू ऑपरेशन किए हैं।
- पशु संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवास को बचाने के लिए विभाग लगातार काम कर रहा है।
- स्थानीय लोगों को भी जागरूक करने के लिए शिक्षा अभियान चलाए जा रहे हैं।
नीमडीहा गांव में सड़क किनारे अजगर का दिखना एक अद्भुत लेकिन डरावना अनुभव था। वन विभाग की तेज कार्रवाई ने यह साबित किया कि इंसान और वन्यजीव एक साथ सुरक्षित रह सकते हैं, बशर्ते हम उन्हें उनका स्थान दें।
झारखंड के वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए जरूरी है कि लोग जागरूक और सतर्क रहें।
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