झारखंड के दुमका-रामगढ़ मुख्य मार्ग पर बुधवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।पथरिया गांव के पास हुई इस घटना में 70 वर्षीय बिंदी देवी और बाइक सवार युवक की मौत हो गई। हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने रामगढ़-दुमका मार्ग को जाम कर दिया और मुआवजे की मांग की।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बिंदी देवी अपने पोते विमल मंडल के साथ राशन लेने जा रही थीं।
- दोनों बाइक पर सवार थे और सड़क किनारे खड़े होकर रास्ता देख रहे थे।
- तभी रामगढ़ की ओर से आ रही तेज रफ्तार बाइक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी।
- टक्कर इतनी भीषण थी कि बिंदी देवी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
बाइक सवार की भी मौत
हादसे में बाइक सवार युवक भी गंभीर रूप से घायल हो गया।
- पुलिस ने उसे तुरंत दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा।
- इलाज के दौरान युवक की भी मौत हो गई।
- बाइक से मिले कागजात के अनुसार, यह इनोसेंट मुर्मू नामक व्यक्ति की बताई जा रही है, जो गोड्डा जिले के पोड़ैयाहाट थाना क्षेत्र के हरियारी गांव का निवासी था।
सड़क जाम और ग्रामीणों का आक्रोश
हादसे के बाद इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बन गई।
- आक्रोशित ग्रामीणों ने बिंदी देवी का शव सड़क पर रखकर रामगढ़-दुमका मुख्य मार्ग जाम कर दिया।
- ग्रामीणों की मांग थी कि मृतक महिला के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए।
प्रशासन की समझाइश
घटना की जानकारी मिलते ही रामगढ़ थाना की पुलिस और अंचल निरीक्षक सागेन मुर्मू मौके पर पहुंचे।
- प्रशासन ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया।
- खबर लिखे जाने तक सड़क जाम जारी था।
ग्रामीणों के आरोप
ग्रामीणों ने बाइक सवारों और सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए।
- उनका कहना है कि तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण आए दिन इस मार्ग पर हादसे होते हैं।
- उन्होंने प्रशासन से स्पीड ब्रेकर लगाने और सड़क सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की।
सड़क सुरक्षा की गंभीरता:
झारखंड के विभिन्न हिस्सों में सड़क हादसों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है।
- दुमका-रामगढ़ मार्ग जैसे मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन और तेज रफ्तार बड़ी समस्या बन चुकी है।
- सड़क सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार ने कई बार दिशा-निर्देश जारी किए, लेकिन जमीनी हकीकत अलग है।
इतिहास से सबक:
झारखंड में सड़क हादसे कोई नई बात नहीं हैं।
- 2023 में ही गोड्डा जिले में एक तेज रफ्तार ट्रक ने पांच मजदूरों को कुचल दिया था।
- सड़क सुरक्षा कानून के बावजूद नियमों का पालन सख्ती से नहीं हो पाता।
क्या कहते हैं अधिकारी?
रामगढ़ पुलिस ने कहा,
“हादसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। बाइक सवार की पहचान की जा चुकी है। सड़क जाम खत्म करने और मुआवजे की प्रक्रिया को लेकर प्रशासन कार्रवाई कर रहा है।”
सड़क हादसे रोकने के सुझाव:
- स्पीड ब्रेकर और चेतावनी बोर्ड की स्थापना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान।
- यातायात नियमों के उल्लंघन पर सख्त जुर्माना।
- सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी।
रामगढ़-दुमका मार्ग पर हुआ यह हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सड़क सुरक्षा की लापरवाही का नतीजा है। राज्य सरकार और प्रशासन को इन घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाएं न हों।