Burmamines Mystery: गोदाम में मिली टेंट हाउस संचालक की लाश, कर्ज के दबाव में बड़ा कदम?
बर्मामाइंस के कैरेज कॉलोनी में टेंट हाउस संचालक संजय की संदिग्ध हालात में लाश मिली। क्या कर्ज के दबाव ने ली उसकी जान? जानिए पूरी खबर।

बर्मामाइंस थाना क्षेत्र के कैरेज कॉलोनी में बुधवार सुबह एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। यहां संजय (45) नामक व्यक्ति की लाश उसके ही गोदाम में संदिग्ध परिस्थितियों में मिली। संजय टेंट हाउस व्यवसाय चलाते थे और शादी-पार्टी के आयोजनों का काम करते थे। लेकिन अचानक हुई उनकी मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या कर्ज के बोझ ने उन्हें यह कदम उठाने पर मजबूर किया, या इसके पीछे कोई और वजह थी?
बढ़ते कर्ज का दबाव बना मुसीबत?
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, संजय अपने व्यवसाय का विस्तार करना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने कई बड़े ऑर्डर लिए थे। इसके लिए उन्होंने बैंकों और फाइनेंस कंपनियों से कर्ज भी लिया था। लेकिन व्यापार में मंदी और लगातार बढ़ते कर्ज के दबाव ने उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर दिया था। स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि हर दूसरे दिन बैंक और फाइनेंस कंपनियों के एजेंट उनके घर पहुंचकर या फोन करके भुगतान का दबाव बनाने लगे थे।
इतिहास गवाह है कि व्यापार में आर्थिक तंगी कई सफल बिजनेसमैन के लिए घातक साबित हुई है। 1997 में केरल के एक बड़े व्यापारी ने भी इसी तरह कर्ज के दबाव में अपना जीवन समाप्त कर लिया था।
आखिरी दिन क्या हुआ?
मंगलवार, 5 मार्च की सुबह, संजय हमेशा की तरह अपने स्टाफ के साथ शादी और अन्य आयोजनों के लिए साइट विजिट पर गए थे। काम खत्म होने के बाद, सुबह करीब 7 बजे, उन्होंने अचानक अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया और सीधे गोदाम चले गए। उनके स्टाफ को यह अजीब लगा, लेकिन उन्होंने ज्यादा ध्यान नहीं दिया।
दिन भर जब संजय से संपर्क नहीं हो पाया तो स्टाफ के लोग गोदाम पहुंचे। शाम को जब उन्होंने दरवाजा खोला, तो जो देखा उससे उनके होश उड़ गए। संजय की लाश रस्सी से लटकी हुई थी।
अस्पताल और पुलिस की जांच
घटना की खबर मिलते ही स्थानीय लोग एमजीएम अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और उनके परिवार तथा परिचितों से पूछताछ कर रही है।
व्यापारियों के लिए सबक?
इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि व्यापार में वित्तीय प्रबंधन कितना जरूरी है। भारत में कई छोटे व्यापारियों को कर्ज के कारण मानसिक तनाव झेलना पड़ता है। विशेषज्ञों का मानना है कि फाइनेंशियल प्लानिंग और सही मार्गदर्शन से ऐसे मामलों को रोका जा सकता है।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस का कहना है कि यह घटना आर्थिक तंगी का परिणाम हो सकती है, लेकिन मामले में कोई अन्य पहलू भी हो सकता है, इसलिए जांच जारी है।
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