Bengaluru Smuggling Case: DGP की बेटी के लग्जरी लाइफ का राज, 15 दिनों में 4 बार गई दुबई!
बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर DGP की बेटी और कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव को 14.8 किलो सोने के साथ पकड़ा गया। जानें, कैसे लग्जरी लाइफस्टाइल के पीछे छिपा था यह बड़ा राज!

बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक ऐसी घटना सामने आई जिसने सबको चौंका दिया। 3 मार्च की देर शाम डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) ने कन्नड़ फिल्मों की एक्ट्रेस रान्या राव को 14.8 किलो सोने के साथ पकड़ लिया। लेकिन मामला तब और सनसनीखेज हो गया जब पता चला कि वह कर्नाटक पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं।
रान्या का नाम कन्नड़ फिल्मों "माणिक्य" और "पाटकी" में देखा गया है, लेकिन असली कहानी उनके फिल्मी करियर से ज्यादा उनकी गुप्त गतिविधियों से जुड़ी है। जांच में खुलासा हुआ कि वह पिछले 15 दिनों में 4 बार दुबई की यात्रा कर चुकी थीं और हर बार एक नया प्लान बनाकर भारत लौटीं।
कैसे हुआ खुलासा?
DRI अधिकारियों को पहले से ही शक था कि रान्या किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा हो सकती हैं। 3 मार्च को जब वह एमिरेट्स फ्लाइट से दुबई से लौटीं, तो सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही अलर्ट पर थीं। उनके हर मूवमेंट पर नजर रखी जा रही थी। जैसे ही वह एयरपोर्ट पर उतरीं, अधिकारियों ने उन्हें रोककर जांच शुरू की।
कैसे छुपाया था सोना?
रान्या ने सोने को छुपाने के लिए हाई-टेक तरीके अपनाए थे। उन्होंने अपने शरीर, जांघों और कमर पर टेप लगाकर सोना छुपाया था। इसके अलावा, मॉडिफाइड जैकेट और रिस्ट बेल्ट का भी इस्तेमाल किया गया था। कुल 14.8 किलो सोना बरामद किया गया, जिसकी कीमत लगभग 12.56 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
हर ट्रिप में 12-13 लाख की कमाई!
सूत्रों की मानें तो रान्या को एक किलो सोना लाने पर 1 लाख रुपए मिलते थे। यानी हर ट्रिप में उनकी 12 से 13 लाख रुपए की कमाई हो रही थी। इस बात ने अधिकारियों को और चौंका दिया कि आखिर यह पूरा नेटवर्क कितना बड़ा है!
घर से भी मिला 2 करोड़ का सोना और कैश!
DRI की टीम ने जब रान्या के घर पर छापा मारा, तो वहां से भी 2 करोड़ रुपए कीमत का सोना और 2 करोड़ रुपए कैश बरामद हुआ। यह खुलासा यह बताने के लिए काफी था कि मामला कितना गंभीर है और इसमें और भी लोग शामिल हो सकते हैं।
DGP की बेटी, फिर भी कानून से बचने की कोशिश!
एयरपोर्ट पर गिरफ्तारी के बाद रान्या ने अपने रसूख का फायदा उठाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने खुद को कर्नाटक के DGP की बेटी बताया और लोकल पुलिस से संपर्क कर एयरपोर्ट से बाहर निकलने की कोशिश की। लेकिन DRI की टीम पहले से तैयार थी और उन्हें तुरंत पूछताछ के लिए बेंगलुरु हेडक्वार्टर ले जाया गया।
क्या यह पहली बार हुआ? या पहले से तस्करी का हिस्सा थीं?
DRI अधिकारियों को शक है कि यह पहली बार नहीं हुआ है। वे यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या रान्या पहले भी तस्करी में शामिल रही हैं।
राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू!
इस मामले पर राजनीति भी तेज हो गई है। कांग्रेस विधायक एएस पोन्नना ने कहा कि DGP की बेटी हो या कोई आम नागरिक, कानून सभी के लिए समान है। वहीं, भाजपा विधायक डॉ. भरत शेट्टी वाई ने कहा कि अगर इसमें लोकल पुलिस भी शामिल है, तो यह सत्ता का दुरुपयोग है और सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
रान्या राव की गिरफ्तारी ने सोने की तस्करी के एक बड़े नेटवर्क की परतें खोल दी हैं। अब यह देखना होगा कि क्या यह सिर्फ एक व्यक्ति का मामला है, या इसके पीछे कोई और भी बड़े नाम छिपे हैं।
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