Bokaro Murder Mystery: गांगजोरी में तिलेश्वर महतो की हत्या का खुलासा, पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया!
बोकारो में गांगजोरी पंचायत के पास तिलेश्वर महतो की हत्या की गुत्थी को जरीडीह पुलिस ने सुलझाया। जानें कैसे तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर मामला सुलझाया गया।
बोकारो के जरीडीह थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया है, जिसे पुलिस ने कुछ ही दिनों में सुलझा लिया। गांगजोरी पंचायत के धीरेन महतो के बंद पत्थर खदान (क्रशर) के पास 17 दिसंबर को तिलेश्वर महतो का शव बरामद हुआ था, जिसकी हत्या कर फेंक दिया गया था। अब जरीडीह पुलिस ने इस हत्याकांड को सुलझाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बुधवार को उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
क्या था हत्या का कारण?
पुलिस के अनुसार, तिलेश्वर महतो की हत्या के पीछे एक पुरानी दुश्मनी थी। आरोपी अरविंद कुमार उर्फ शेखर की मोटरसाइकिल चोरी के आरोप में तिलेश्वर महतो जेल चला गया था। जेल से छूटने के बाद तिलेश्वर महतो ने आरोपी अरविंद कुमार को मारने की धमकी दी थी, जिससे अरविंद कुमार और उसके साथी फुलचंद महतो और सचनदेव प्रसाद महतो ने मिलकर तिलेश्वर महतो को मौत के घाट उतारने की योजना बनाई।
हत्या का खुलासा कैसे हुआ?
17 दिसंबर को तिलेश्वर महतो बंगाल में मुर्गी लड़ाई कराने गया था। उसी दिन, मौका पाकर अरविंद कुमार, फुलचंद महतो और सचनदेव प्रसाद ने नशे की हालत में तिलेश्वर का पीछा किया और उसे स्कॉर्पियो में बैठाकर गांगजोरी स्थित खदान की ओर ले गए। वहां, फरसा से तिलेश्वर पर हमला किया गया और उसे मौत के घाट उतार दिया गया। इसके बाद, हत्यारे शव को खदान के पास फेंक कर मौके से फरार हो गए।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
जरीडीह पुलिस के निरीक्षक मुकेश कुमार पांडेय ने बताया कि शव के पास मिले साक्ष्यों के आधार पर हत्यारों की पहचान की गई। पुलिस कप्तान मनोज स्वर्गियारी ने मामले को लेकर गंभीरता से काम किया और बेरमो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी और वैज्ञानिक मदद से हत्यारों की पहचान कर गिरफ्तारी की गई।
शव की पहचान 48 वर्षीय तिलेश्वर महतो के रूप में की गई, जो कसमार थाना क्षेत्र के टांगटोना टोला तेलियाडीह गांव का निवासी था। हत्या में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया। गिरफ्तार आरोपियों में अरविंद कुमार (34), फुलचंद महतो (42), और सचनदेव प्रसाद महतो (30) शामिल हैं।
इतिहास में ऐसा था बोकARO का अपराध
बोकारो क्षेत्र में इस तरह की हत्याओं की घटनाएं दुर्लभ रही हैं, लेकिन इसके बावजूद इस इलाके में अपराध की दर समय-समय पर बढ़ी है। पिछले कुछ वर्षों में, यहां माफिया और नशे के कारोबार से जुड़े कई अपराध सामने आए हैं, जो पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बने हैं। इस हत्या के मामले में पुलिस का त्वरित कार्रवाई और तकनीकी सहयोग अपराधियों को पकड़ने में मददगार साबित हुआ है।
गांगजोरी पंचायत में तिलेश्वर महतो की हत्या के इस मामले का खुलासा बोकारो पुलिस के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। आरोपियों की गिरफ्तारी से यह साफ हो गया कि पुलिस इस तरह के मामलों में पूरी गंभीरता से काम कर रही है। हालांकि, यह घटना क्षेत्र के लोगों के लिए एक चेतावनी है कि यदि किसी के बीच पुरानी दुश्मनी हो तो इसका नतीजा बहुत खतरनाक हो सकता है।
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