टाटा स्टील का बड़ा कदम: दो कंपनियों का अधिग्रहण, जानिए कितनी कीमत पर हुआ यह टेकओवर

टाटा स्टील ने हाल ही में टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड और टी स्टील होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण किया है। जानें इस अधिग्रहण के पीछे की रणनीति और इससे कंपनी की भविष्य की योजनाओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

Aug 30, 2024 - 16:33
Aug 30, 2024 - 16:35
टाटा स्टील का बड़ा कदम: दो कंपनियों का अधिग्रहण, जानिए कितनी कीमत पर हुआ यह टेकओवर
टाटा स्टील का बड़ा कदम: दो कंपनियों का अधिग्रहण, जानिए कितनी कीमत पर हुआ यह टेकओवर

टाटा स्टील ने भारतीय उद्योग जगत में एक और बड़ा कदम उठाते हुए दो प्रमुख कंपनियों का अधिग्रहण कर लिया है। इस अधिग्रहण के तहत कंपनी ने टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरइएल) और टी स्टील होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के शेयरों का टेकओवर किया है। इस महत्वपूर्ण फैसले से न सिर्फ टाटा स्टील की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि इसके माध्यम से कंपनी अपनी व्यावसायिक रणनीति को और अधिक मजबूत बनाने में भी सफल होगी।

अधिग्रहण का विवरण:

टाटा स्टील ने 26% इक्विटी शेयर खरीदने के साथ टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL) के हिस्से का अधिग्रहण किया है। इस अधिग्रहण के तहत 29 अगस्त को 13,000 इक्विटी शेयर खरीदे गए हैं। प्रत्येक शेयर की कीमत 10 रुपये तय की गई है, जिसके बदले टाटा स्टील ने 1 लाख 30 हजार रुपये का भुगतान किया है। यह अधिग्रहण टाटा स्टील के रिन्यूएबल एनर्जी क्षेत्र में अपनी स्थिति को और मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है।

इसके अलावा, टाटा स्टील ने टी स्टील होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के सभी शेयरों का अधिग्रहण कर लिया है। इस डील की कुल लागत 2,347.81 करोड़ रुपये है, जिसके तहत 1,78,34,39,490 सामान्य इक्विटी शेयर का टेकओवर किया गया है। इस अधिग्रहण के बाद टी स्टील होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड का पूरा स्वामित्व टाटा स्टील के पास आ चुका है।

टाटा स्टील की रणनीति:

टाटा स्टील का यह अधिग्रहण उनकी दीर्घकालिक व्यावसायिक रणनीति का हिस्सा है। कंपनी ने इन दो अधिग्रहणों के माध्यम से अपनी उत्पादन क्षमता और बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। टीपीआरइएल के शेयरों के अधिग्रहण से टाटा स्टील को रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में अपनी पकड़ को और मजबूत बनाने का मौका मिलेगा, जो भविष्य में कंपनी की दीर्घकालिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।

टाटा स्टील का यह कदम भारतीय उद्योग जगत में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है। इस अधिग्रहण से कंपनी को नए बाजारों में प्रवेश करने और अपनी मौजूदा व्यावसायिक गतिविधियों को और विस्तार देने का अवसर मिलेगा। यह देखा जाना बाकी है कि ये अधिग्रहण टाटा स्टील की व्यावसायिक रणनीति और बाजार में उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता पर कितना असर डालते हैं।

Chandna Keshri मैं स्नातक हूं, लिखना मेरा शौक है।