सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी आरक्षण फैसले के खिलाफ जमशेदपुर में जोरदार प्रदर्शन, NH-33 पर जाम और भारत बंद का आह्वान

जमशेदपुर के डिमला चौक पर सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी आरक्षण फैसले के खिलाफ SC और ST समुदाय का विरोध प्रदर्शन। भारत बंद का आह्वान करते हुए NH-33 पर जाम और विरोध प्रदर्शन जारी।

Aug 21, 2024 - 11:15
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सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी आरक्षण फैसले के खिलाफ जमशेदपुर में जोरदार प्रदर्शन, NH-33 पर जाम और भारत बंद का आह्वान
सुप्रीम कोर्ट के एससी-एसटी आरक्षण फैसले के खिलाफ जमशेदपुर में जोरदार प्रदर्शन, NH-33 पर जाम और भारत बंद का आह्वान

जमशेदपुर, 21 अगस्त 2024 - सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए एससी-एसटी आरक्षण को लेकर फैसले के बाद से पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ गई है। इस फैसले से नाराज होकर एससी और एसटी समुदाय के लोग जमशेदपुर के डिमला चौक पर जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। समुदायों के लोगों ने इस फैसले के खिलाफ नेशनल हाईवे 33 (NH-33) पर जाम लगा दिया है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है।

भारत बंद का ऐलान और प्रदर्शन

इस विवादित फैसले के खिलाफ 21 अगस्त को पूरे देश में भारत बंद का आह्वान किया गया था। जमशेदपुर में भी इसका व्यापक असर देखने को मिला। विभिन्न दलों और संगठनों ने इस बंद का समर्थन किया है, जिसमें झारखंड मुक्ति मोर्चा, आरजेडी, कांग्रेस, भीम आर्मी सहित कई अन्य क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दल शामिल हैं।

डिमला चौक पर प्रदर्शनकारी SC और ST समुदाय के लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए और सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने हाईवे पर गाड़ियों की आवाजाही को पूरी तरह रोक दिया है। इसके चलते आम नागरिकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मिश्रित प्रतिक्रिया: कुछ जगह बंद, कुछ जगह खुली दुकानें

भारत बंद के दौरान जमशेदपुर में मिले-जुले परिणाम देखने को मिले। कुछ स्थानों पर दुकानें और बाजार बंद रहे, जबकि अन्य स्थानों पर सामान्य जनजीवन जारी रहा। खासकर, डिमला चौक पर स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी रही, जहां प्रदर्शनकारियों ने हथियार लेकर सड़कों पर उतर आए और सरकार के फैसले के खिलाफ अपना विरोध जताया।

NH-33 पर स्थिति गंभीर, गाड़ियों की आवाजाही बंद

NH-33, जो जमशेदपुर को अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ता है, पूरी तरह से बंद हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने हाईवे पर जाम लगा दिया है, जिसके कारण ट्रैफिक पूरी तरह से ठप हो गया है। गाड़ियों, खासकर बाइक सवारों को रास्ते में ही रोक दिया गया है। यात्रियों को हाईवे से गुजरने की इजाजत नहीं दी जा रही है, जिससे सैकड़ों गाड़ियां फंसी हुई हैं और लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।

प्रदर्शन का प्रभाव: राजकीय और क्षेत्रीय दलों का समर्थन

झारखंड के विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों ने इस बंद का समर्थन किया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा की केंद्रीय समिति ने इस बंद को सफल बनाने के लिए सभी दलों और संगठनों से अपील की थी। आरजेडी, कांग्रेस और भीम आर्मी जैसे प्रमुख दलों ने भी इस बंद में हिस्सा लिया।

सरकारी प्रतिक्रिया और सुरक्षा इंतजाम

सरकारी अधिकारियों ने बताया कि स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके।

प्रदर्शनकारियों ने यह साफ कर दिया है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया, तो वे आगे भी अपने आंदोलन को जारी रखेंगे। उनके अनुसार, यह प्रदर्शन केवल एक शुरुआत है और जरूरत पड़ने पर वे पूरे राज्य और देश में बड़े स्तर पर विरोध करेंगे।

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Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।