Jamshedpur Inspection: विधायक सरयू राय ने खोली पेयजल परियोजना की पोल! कौन है जिम्मेदार?
जमशेदपुर के मानगो पेयजल परियोजना का विधायक सरयू राय ने औचक निरीक्षण किया। सिस्टम की लापरवाही उजागर हुई। जानें पूरी रिपोर्ट।

जमशेदपुर के मानगो इलाके में जल संकट दिन-ब-दिन गहराता जा रहा है। हालात का जायजा लेने के लिए जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने रविवार की रात मानगो पेयजल परियोजना का औचक निरीक्षण किया। रात 11:30 बजे से लेकर तड़के 2:30 बजे तक चले इस निरीक्षण में इंटक वेल, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और जल टंकियों की व्यवस्थाएं देखी गईं। लेकिन जो सच्चाई सामने आई, उसने सभी को चौंका दिया।
पेयजल परियोजना की बदहाली: पानी भगवान भरोसे!
सरयू राय ने बताया कि मानगो पेयजल परियोजना में भारी अनियमितताएं हैं। इंटक वेल में छह पंप लगे होने चाहिए, लेकिन मात्र तीन पंप ही काम कर रहे थे। पानी शुद्ध करने की कोई सही व्यवस्था नहीं दिखी। फिल्ट्रेशन प्लांट में 10 साल पुराने बालू और कंकड़ अब तक बदले ही नहीं गए। इससे पानी की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि टंकियों में पानी पहुंचाने के लिए कम क्षमता वाले पंप लगाए गए हैं, जिनमें से अधिकतर अक्सर खराब ही रहते हैं। पानी की आपूर्ति में भी लापरवाही बरती जा रही है। कई जगहों पर पाइपलाइन तो बिछाई गई है, लेकिन उसे मेन लाइन से जोड़ा ही नहीं गया।
सरयू राय का बड़ा प्रस्ताव: नगर निगम को सौंपी जाए जिम्मेदारी!
सरयू राय ने निरीक्षण के दौरान पाया कि मानगो पेयजल परियोजना की जिम्मेदारी ठेके पर दी गई एजेंसी को दी गई है, लेकिन विभाग के अधिकारी इसकी सही मॉनिटरिंग नहीं कर रहे। यही वजह है कि पूरी परियोजना भगवान भरोसे चल रही है। उन्होंने प्रस्ताव दिया कि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से यह परियोजना लेकर नगर निगम को सौंपी जाए। इससे जवाबदेही तय होगी और समस्या का समाधान जल्द हो सकेगा।
लापरवाही का आलम: पंप हाउस का गेट बंद, कर्मचारी गायब!
निरीक्षण के दौरान सरयू राय जब पृथ्वी पार्क के पास नई जल टंकी पहुंचे तो वहां का पंप हाउस बंद मिला और कर्मचारी नदारद था। टंकी का डिज़ाइन भी खराब निकला, जिससे पूरा पंप अपनी पूरी क्षमता के साथ काम ही नहीं कर पा रहा था। 15-16 घंटे में भी टंकी पूरी तरह नहीं भरती।
बालीगुमा और अन्य इलाकों में जल संकट गहराया
सरयू राय ने कहा कि बालीगुमा इलाके में भी पानी का गंभीर संकट है। एनएचएआई (NHAI) को 20 लाख रुपये देकर सड़क काटकर बस्तियों में पानी पहुंचाने की योजना थी, लेकिन दो महीने से सिर्फ बातचीत ही चल रही है, कोई समाधान नहीं निकला।
सरयू राय का बड़ा सवाल: विभाग एजेंसी पर सख्ती क्यों नहीं कर रहा?
निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि पंप और मोटरों की सही निगरानी के लिए एजेंसी को लॉगबुक तैयार करनी थी, लेकिन आज तक कोई लॉगबुक विभाग को नहीं दी गई। इससे स्पष्ट है कि पूरी व्यवस्था में घोर लापरवाही बरती जा रही है।
नगर निगम और जल विभाग में बैठकें
सोमवार सुबह सरयू राय ने अपने आवास पर नगर निगम और जल विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाई। उन्होंने अधिकारियों के सामने सभी समस्याएं रखीं, जिसे अधिकारियों ने स्वीकार भी किया। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इस जल संकट का समाधान कब होगा?
क्या नगर निगम लेगा जिम्मेदारी?
सरयू राय का कहना है कि जब तक यह परियोजना पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के पास रहेगी, तब तक स्थिति जस की तस बनी रहेगी। यदि इसे नगर निगम को सौंप दिया जाए, तो जिम्मेदारी तय होगी और जनता को राहत मिलेगी। अब देखना यह होगा कि सरयू राय का यह प्रस्ताव सरकार मानती है या नहीं।
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