हेमंत सरकार की नाकामियों के खिलाफ भाजपा का मशाल जुलूस, जमशेदपुर में सत्ता के खिलाफ उठे विरोध के स्वर

झारखंड सरकार की नीतियों और वादाखिलाफी के खिलाफ भाजपा जमशेदपुर महानगर का मशाल जुलूस, शहीद चौक तक निकाला जाएगा। जानें क्या है भाजपा का आरोप और विरोध की वजह।

Aug 21, 2024 - 12:50
Aug 21, 2024 - 13:17
 0
हेमंत सरकार की नाकामियों के खिलाफ भाजपा का मशाल जुलूस, जमशेदपुर में सत्ता के खिलाफ उठे विरोध के स्वर
हेमंत सरकार की नाकामियों के खिलाफ भाजपा का मशाल जुलूस, जमशेदपुर में सत्ता के खिलाफ उठे विरोध के स्वर

जमशेदपुर, 21 अगस्त 2024 - झारखंड में हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली सरकार पर भाजपा ने एक बार फिर से निशाना साधा है। सरकार पर विकास के झूठे वादे करने और जनता के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए भाजपा जमशेदपुर महानगर के तत्वावधान में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन आयोजित किया गया है। बुधवार शाम 5 बजे जमशेदपुर के भाजपा जिला कार्यालय से शहीद चौक (जो बसंत टॉकीज के सामने स्थित है) तक मशाल जुलूस निकाला जाएगा।

हेमंत सरकार पर भाजपा के आरोप

भाजपा का कहना है कि झारखंड की भोली-भाली जनता को विकास के झूठे सपने दिखाकर सत्ता में आई हेमंत सरकार ने अब तक अपने वादों को पूरा नहीं किया है। भाजपा जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार जनता से किए गए वादों पर खरा नहीं उतरी है और सरकार की नीतियां पूरी तरह से विफल साबित हो रही हैं।

मशाल जुलूस का आयोजन

इस विरोध प्रदर्शन के तहत भाजपा जमशेदपुर महानगर द्वारा एक मशाल जुलूस निकाला जाएगा। यह जुलूस भाजपा जिला कार्यालय से शुरू होकर शहीद चौक (बसंत टॉकीज के सामने) तक जाएगा। जुलूस के माध्यम से भाजपा कार्यकर्ता और समर्थक हेमंत सरकार की नीतियों के खिलाफ अपना विरोध जताएंगे और जनता की समस्याओं को उजागर करेंगे।

इस मशाल जुलूस के माध्यम से भाजपा यह संदेश देना चाहती है कि जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता और झारखंड की जनता अब जागरूक हो गई है। वे सरकार की असफलताओं और वादाखिलाफी के खिलाफ उठ खड़े हुए हैं।

भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों की अपील

भाजपा जमशेदपुर महानगर के जिलाध्यक्ष सुधांशु ओझा ने सभी कार्यकर्ताओं और समर्थकों से अपील की है कि वे इस विरोध प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। उन्होंने कहा कि यह समय है जब हमें एकजुट होकर सरकार की नाकामियों को उजागर करना चाहिए और जनता के हक के लिए संघर्ष करना चाहिए।

जुलूस का महत्व और संभावित प्रभाव

इस मशाल जुलूस का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह एक प्रतीकात्मक विरोध है, जो जनता के गुस्से और असंतोष को सरकार तक पहुंचाने का एक माध्यम है। भाजपा के इस कदम से हेमंत सरकार पर दबाव बढ़ सकता है और यह जुलूस आने वाले समय में राजनीतिक परिदृश्य में अहम भूमिका निभा सकता है।

झारखंड की राजनीति में एक बार फिर से उबाल आ गया है। भाजपा ने हेमंत सरकार के खिलाफ मशाल जुलूस का आयोजन कर राज्य में सत्ता विरोधी लहर को हवा दी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस जुलूस का सरकार पर कितना प्रभाव पड़ता है और क्या यह विरोध आंदोलन राज्य की राजनीति में कोई नया मोड़ लाने में सफल होता है। फिलहाल, जमशेदपुर की सड़कों पर भाजपा का यह जुलूस चर्चा का विषय बना हुआ है, और जनता की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Team India मैंने कई कविताएँ और लघु कथाएँ लिखी हैं। मैं पेशे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हूं और अब संपादक की भूमिका सफलतापूर्वक निभा रहा हूं।