Saraikela-Mystery Death: रेलवे ट्रैक पर मिला युवक का शव, इलाके में फैली सनसनी
सरायकेला-खरसावां जिले के पौड़ाडीह गांव के पास रेलवे ट्रैक पर एक अज्ञात युवक का शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस जांच में जुटी है, मौत ट्रेन की चपेट में आने की आशंका।

झारखंड के सरायकेला-खरसावां ज़िले में उस समय सनसनी फैल गई जब पौड़ाडीह गांव के पास हावड़ा-मुंबई रेलखंड की अप लाइन पर एक अज्ञात युवक का शव बरामद हुआ। यह घटना खरसावां थाना क्षेत्र के अंतर्गत आती है और घटनास्थल सिनी रेलवे स्टेशन के नज़दीक पोल नंबर 289/3 और 289/5 के बीच स्थित है।
स्थानीय लोगों की नजर जब रेलवे ट्रैक पर पड़े शव पर पड़ी, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। खरसावां थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
पहचान बनी रहस्य, जांच शुरू
मृत युवक की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। न तो उसकी जेब से कोई दस्तावेज़ मिला और न ही आसपास के किसी ग्रामीण ने उसे पहचानने का दावा किया है।
थाना प्रभारी ने बताया कि शव की हालत देखकर यह अंदेशा लगाया जा रहा है कि युवक किसी ट्रेन की चपेट में आया होगा। हालांकि, हादसा था या आत्महत्या, या फिर यह किसी गहरे राज की परत है — इन सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।
रेलगाड़ियों से जुड़ी रहस्यमयी मौतें: क्या इतिहास खुद को दोहरा रहा है?
झारखंड में रेलवे ट्रैक पर इस तरह के रहस्यमयी शव मिलना कोई नया मामला नहीं है। इससे पहले भी 2022 में चांडिल रेलवे ट्रैक पर एक युवक की लाश मिली थी, जिसकी आज तक सही पहचान नहीं हो पाई।
इससे पहले सरायकेला जिले के ही गम्हरिया क्षेत्र में एक विवाहिता की लाश रेलवे लाइन पर मिली थी, जो बाद में ऑनर किलिंग निकली। ऐसे मामलों में अक्सर पुलिस को पहचान से ज्यादा मौत की वजह तलाशने में समय लगता है।
ग्रामीणों की चिंता: “अब रेलवे ट्रैक के पास चलना भी डराने लगा है”
पौड़ाडीह गांव के ग्रामीणों ने बताया कि सुबह-सुबह कुछ बच्चों ने शव को देखा था। जिसके बाद पूरे गांव में दहशत फैल गई। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “यह इलाका शांत रहता था, लेकिन अब लग रहा है जैसे रेलवे ट्रैक भी असुरक्षित होता जा रहा है।”
ग्रामीणों का यह भी कहना है कि रेलवे ट्रैक के पास कोई गार्ड या सुरक्षा व्यवस्था नहीं होती। जिससे इस तरह की घटनाएं ना केवल बढ़ रही हैं बल्कि लंबे समय तक अनसुलझी भी रह जाती हैं।
पुलिस की रणनीति: CCTV, मोबाइल कॉल और फॉरेंसिक पर फोकस
खरसावां थाना प्रभारी ने बताया कि अब रेलवे ट्रैक के नज़दीक के स्टेशन और आसपास के इलाकों के CCTV फुटेज खंगाले जाएंगे। साथ ही आसपास के मोबाइल टावरों की कॉल डिटेल्स भी खंगाली जाएंगी।
फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह स्पष्ट हो सकेगी।
क्या यह साजिश है या हादसा? सवाल कायम है
जब तक युवक की पहचान नहीं होती, तब तक यह मामला सिर्फ एक "हादसा" कह देना आसान होगा। लेकिन सवाल यह है कि अगर यह कोई साजिश थी तो उसका मकसद क्या था? और अगर हादसा था, तो युवक कौन था और ट्रैक पर कैसे पहुंचा?
रेलवे और जिला प्रशासन को अब इस दिशा में तेज़ी से काम करना होगा ताकि ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं और ग्रामीणों में विश्वास बना रहे।
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