Jharkhand Weather: बर्फीली हवाओं का सितम, पारा 7 डिग्री नीचे, 5 जनवरी से बदलाव की उम्मीद
रांची समेत झारखंड में सर्द हवाओं के चलते तापमान में 7 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। जानें, 5 जनवरी से मौसम में बदलाव की संभावना और ठंड का असर।
झारखंड में कड़ाके की ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। उत्तर-पश्चिम दिशा से चल रही बर्फीली हवाओं ने राज्य में सर्दी को और अधिक तीव्र कर दिया है। बीते एक सप्ताह में, रांची समेत पूरे राज्य में न्यूनतम तापमान में 7 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई है।
25 दिसंबर को रांची का न्यूनतम पारा 13.7 डिग्री सेल्सियस था, जो 2 जनवरी को 6.6 डिग्री तक लुढ़क गया। इसी तरह, गुमला का तापमान 12.8 डिग्री से घटकर 5.2 डिग्री तक पहुंच गया।
झारखंड में सर्द हवाओं का प्रकोप
मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में उत्तर-पश्चिमी बर्फीली हवाओं के कारण ठंड में लगातार वृद्धि हो रही है। दिनभर आसमान साफ रहने से ठंड में राहत मिलने की संभावना कम है।
- कांके: न्यूनतम तापमान 4.4 डिग्री।
- मैकलुस्कीगंज: न्यूनतम तापमान 6 डिग्री।
- रांची: न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री।
- गुमला: न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री।
5 जनवरी से बदलेगा मौसम
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 5 जनवरी के बाद झारखंड में मौसम में बदलाव हो सकता है।
- संभावनाएं:
- बादल छाने की संभावना।
- न्यूनतम तापमान में हल्की वृद्धि।
- दिन के समय ठंड से थोड़ी राहत।
इतिहास में भी देखी गई है ऐसी ठंड
झारखंड में सर्द हवाओं का यह कहर नया नहीं है।
- 2003: रांची में न्यूनतम पारा 3.2 डिग्री तक पहुंचा था।
- 2012: गुमला और खूंटी में 4 डिग्री से नीचे तापमान दर्ज किया गया था।
इतिहास गवाह है कि झारखंड में सर्द हवाओं का प्रकोप जब बढ़ता है, तो राज्य के विभिन्न हिस्से ठंड से कांप उठते हैं।
सावधानियां और ठंड से बचाव
ठंड के बढ़ते प्रकोप के बीच, लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
- गर्म कपड़े पहनें।
- सुबह और रात के समय घर के अंदर रहें।
- गरम पेय पदार्थों का सेवन करें।
क्यों बढ़ रही है ठंड?
झारखंड में ठंड का मुख्य कारण:
- उत्तर-पश्चिमी बर्फीली हवाएं।
- हवा की कम रफ्तार।
- दिन में साफ आसमान।
इन कारणों से रात में गर्मी तेजी से निकल जाती है, जिससे पारा तेजी से गिरता है।
आम जनता की परेशानी
- ठंड के कारण स्कूलों में उपस्थिति घट रही है।
- बाजारों और हाटों में भीड़ कम हो गई है।
- ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह के समय कोहरे के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है।
पुलिस और प्रशासन की तैयारी
ठंड के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए:
- रात के समय अलाव जलाने की व्यवस्था की जा रही है।
- स्कूलों के समय में बदलाव पर भी विचार किया जा रहा है।
- गरीब और जरूरतमंदों को कंबल वितरण किया जा रहा है।
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