Ranchi Education: मंत्री हफ़ीज़ुल हसन ने किया कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन

मंत्री हफ़ीज़ुल हसन ने रांची में हाजी हुसैन अंसारी कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया। जानें इस वार्षिक महोत्सव की खास बातें और शिक्षा के महत्व पर मंत्री का संदेश।

Jan 22, 2025 - 18:20
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Ranchi Education: मंत्री हफ़ीज़ुल हसन ने किया कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन
Ranchi Education: मंत्री हफ़ीज़ुल हसन ने किया कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन

रांची: झारखंड सरकार के मंत्री हफ़ीज़ुल हसन ने बुधवार को जामिया अरबिया कासिमुल उलूम बेयासी में हाजी हुसैन अंसारी कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र और पुस्तकालय का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा, "आज के समय में दीन (धार्मिक) और दुनियावी (आधुनिक) दोनों शिक्षा का होना आवश्यक है।" मंत्री ने अपने वलीमा अभियान के तहत लोगों से आग्रह किया कि वे शादी के खर्च का 5% हिस्सा शिक्षा के लिए समर्पित करें।

इस वार्षिक महोत्सव में मंत्री हसन ने 50 बेड के छात्रावास का वादा करते हुए शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने मौलाना मुशर्रफ जमाल कासमी के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने इस मदरसे में पिछले 21 वर्षों से धार्मिक और आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा दिया है।

शिक्षा का इतिहास और वर्तमान प्रासंगिकता

जामिया अरबिया कासिमुल उलूम का इतिहास झारखंड के शिक्षा आंदोलन का गवाह है। 21 साल पहले इस मदरसे की नींव मौलाना मुशर्रफ जमाल कासमी ने रखी थी, जिसका उद्देश्य बच्चों को धार्मिक और आधुनिक शिक्षा देना था। यह संस्था न केवल उर्दू बल्कि हिंदी, इंग्लिश, मैथ्स, साइंस, और कंप्यूटर जैसे विषयों की शिक्षा भी देती है।

मौके पर विशिष्ट अतिथि मौलाना नसीम अनवर नदवी ने कहा, "जहां शिक्षा होगी, वहां अंधकार नहीं रहेगा।" उन्होंने इस प्रकार के शिक्षण संस्थानों के महत्व पर जोर दिया, जो समाज में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं।

कंप्यूटर केंद्र की विशेषताएं

हाजी हुसैन अंसारी कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र और पुस्तकालय, जिसे उद्घाटन के साथ शुरू किया गया, छात्रों को डिजिटल युग के लिए तैयार करने में मदद करेगा। यह केंद्र छात्रों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा प्रदान करेगा, साथ ही पुस्तकालय के माध्यम से ज्ञान को और भी गहराई देगा।

दीन और दुनियावी शिक्षा का समन्वय

कार्यक्रम के दौरान मौलाना असगर मिस्बाही ने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल डॉक्टर या इंजीनियर बनना नहीं है, बल्कि धार्मिक मूल्यों के साथ आधुनिक कौशल का समन्वय भी है। उन्होंने ऑल इंडिया दीनी तालीमी बोर्ड जमीयत उलेमा हिंद की पहल का उल्लेख किया, जो धार्मिक और आधुनिक शिक्षा को समान रूप से बढ़ावा दे रहा है।

वार्षिक महोत्सव की झलकियां

कार्यक्रम में मदरसे के होनहार छात्रों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। मंच पर रांची जिला जेएमएम अध्यक्ष मुश्ताक आलम, मौलाना नुरुल्लाह नदवी, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचार साझा किए।

मौजूद अतिथियों में हाजी जहीर, मौलाना महताब साकिबी, और नौजवान कमिटी के सदस्य प्रमुख रूप से शामिल रहे।

समाज के लिए प्रेरणा

इस आयोजन ने समाज में शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया और धार्मिक व आधुनिक शिक्षा के बीच एक सेतु का निर्माण किया। मंत्री हफ़ीज़ुल हसन के संदेश ने यह स्पष्ट किया कि शिक्षा के लिए सामूहिक प्रयास आवश्यक हैं।

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