Ranchi Air Ambulance: हेमंत सरकार की अनोखी सौगात, अब मिनटों में मिलेगा इलाज!
झारखंड सरकार की एयर एंबुलेंस सेवा से अब तक 94 मरीजों को बचाया गया। जानें कैसे हेमंत सरकार की यह पहल राज्य में चिकित्सा सुविधाओं को नया रूप दे रही है।

रांची: झारखंड के गंभीर मरीजों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर आई है! मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर शुरू हुई एयर एंबुलेंस सेवा अब लोगों की जिंदगी बचाने में अहम भूमिका निभा रही है। इस सेवा के तहत मरीजों को दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे बड़े शहरों के अस्पतालों तक त्वरित इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है। अब तक 94 मरीजों को झारखंड से एयर एंबुलेंस के जरिए बाहर भेजा गया, जिनमें से 78 मरीज रांची से और 11 अन्य जिलों से थे। यह सेवा आम जनता के साथ-साथ पुलिस बल और विशिष्ट व्यक्तियों के लिए भी मददगार साबित हो रही है।
कैसे शुरू हुई यह सुविधा?
झारखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति हमेशा से चुनौतीपूर्ण रही है। दूरदराज के इलाकों में अस्पतालों की कमी और उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाओं का अभाव हमेशा से एक बड़ी समस्या रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एयर एंबुलेंस सेवा की शुरुआत की, जिससे गंभीर मरीजों को समय पर बड़े अस्पतालों तक पहुंचाया जा सके।
यह सेवा विशेष रूप से उन मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो रही है, जिन्हें झारखंड में उचित इलाज नहीं मिल पाता। सरकार का कहना है कि अब कोई भी मरीज सिर्फ इसलिए अपनी जान नहीं गंवाएगा क्योंकि उसे सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका।
कैसे काम करती है यह सेवा?
झारखंड सरकार ने नागर विमान विभाग के सहयोग से फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट सी-90 को इस सेवा के लिए उपलब्ध कराया है। इस एयर एंबुलेंस में एक मरीज और उसके दो परिजन एक साथ यात्रा कर सकते हैं। किसी भी मरीज को दूसरे राज्य के अस्पताल में भेजने के लिए एक तयशुदा किराया रखा गया है, जिससे जरूरतमंद मरीज इसका लाभ उठा सकें।
एयर एंबुलेंस सेवा के तहत कहां जा सकते हैं मरीज?
अगर किसी मरीज को झारखंड के बाहर किसी बड़े अस्पताल में इलाज की जरूरत है, तो वह नीचे दिए गए शहरों तक एयर एंबुलेंस के जरिए जा सकता है:
???? रांची से दिल्ली: ₹3.3 लाख
???? रांची से मुंबई: ₹4.4 लाख
???? रांची से चेन्नई: ₹3.85 लाख
???? रांची से कोलकाता: ₹1.10 लाख
???? रांची से हैदराबाद: ₹3.02 लाख
???? रांची से वाराणसी: ₹1.37 लाख
???? रांची से लखनऊ: ₹2.20 लाख
???? रांची से तिरुपति: ₹3.85 लाख
जरूरतमंद ऐसे ले सकते हैं सेवा का लाभ
अगर किसी मरीज को एयर एंबुलेंस सेवा की जरूरत है, तो वह नागर विमान विभाग द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 918210594073 पर कॉल करके पूरी जानकारी प्राप्त कर सकता है। यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में मरीज को जल्द से जल्द इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा सके।
झारखंड पुलिस को भी मिला लाभ
यह सेवा सिर्फ आम जनता के लिए ही नहीं, बल्कि झारखंड पुलिस बल के जवानों के लिए भी मददगार साबित हुई है। विधानसभा चुनाव कार्य के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए पुलिसकर्मियों को भी एयर एंबुलेंस की मदद से उच्च स्तरीय इलाज के लिए भेजा गया।
हेमंत सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि!
झारखंड में यह पहली बार हुआ है कि सरकार ने गंभीर मरीजों के लिए इतनी तेज और प्रभावी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई है। इससे पहले, अस्पताल न होने की वजह से मरीजों को घंटों सड़कों पर या सामान्य एंबुलेंस में ले जाया जाता था, जिससे कई बार जान बचाना मुश्किल हो जाता था।
अब सरकार ने यह तय कर लिया है कि झारखंड के किसी भी नागरिक की जान सिर्फ इसलिए नहीं जाएगी क्योंकि उसे सही समय पर इलाज नहीं मिल सका।
क्या विपक्ष कर रहा है सवाल?
जहां हेमंत सरकार इस योजना को बड़ी उपलब्धि बता रही है, वहीं विपक्ष ने इस योजना पर सवाल उठाए हैं। भाजपा ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार सिर्फ दिखावे के लिए इस योजना को चला रही है, क्योंकि अधिकतर मरीजों को सामान्य अस्पतालों में ही इलाज कराना पड़ रहा है।
हालांकि, सरकारी आंकड़े बताते हैं कि अब तक 94 मरीजों को सफलतापूर्वक एयर एंबुलेंस सेवा से एयरलिफ्ट किया जा चुका है, जिससे साफ है कि यह योजना लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है।
क्या है आगे की योजना?
हेमंत सरकार अब इस सेवा का विस्तार करने की योजना बना रही है। जल्द ही दूसरे शहरों के लिए भी एयर एंबुलेंस की नई उड़ानें शुरू की जा सकती हैं, जिससे झारखंड के अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके।
What's Your Reaction?






