झामुमो के रामदास सोरेन बने झारखंड के नये मंत्री, चंपाई सोरेन की जगह कोल्हान के दूसरे बड़े नेता को मिली जिम्मेदारी

झारखंड की राजनीति में नया मोड़, झामुमो के घाटशिला विधायक रामदास सोरेन बने राज्य के नए मंत्री। उन्होंने चंपाई सोरेन की जगह ली और अब कोल्हान क्षेत्र में उनके प्रभाव में और वृद्धि होगी।

Aug 30, 2024 - 12:52
Aug 30, 2024 - 12:54
झामुमो के रामदास सोरेन बने झारखंड के नये मंत्री, चंपाई सोरेन की जगह कोल्हान के दूसरे बड़े नेता को मिली जिम्मेदारी
झामुमो के रामदास सोरेन बने झारखंड के नये मंत्री, चंपाई सोरेन की जगह कोल्हान के दूसरे बड़े नेता को मिली जिम्मेदारी

झारखंड की राजनीति में एक नया अध्याय जुड़ गया है, जब झामुमो के घाटशिला विधायक रामदास सोरेन को राज्य का नया मंत्री बनाया गया। राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल संतोष गंगवार ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और इंडिया गठबंधन के प्रमुख नेता भी मौजूद थे।

रामदास सोरेन का राजनीतिक सफर

रामदास सोरेन, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के पुराने नेता और जमशेदपुर के जिला अध्यक्ष हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत झारखंड आंदोलन से की थी और अलग झारखंड राज्य बनाने के संघर्ष में सक्रिय रूप से भाग लिया था। रामदास सोरेन दो बार के विधायक हैं। उन्होंने 2009 में झामुमो के टिकट पर घाटशिला से कांग्रेस के डॉ. प्रदीप कुमार बलमुचू को हराकर विधायक बने थे। हालांकि, एक चुनाव हारने के बाद, उन्होंने 2019 में फिर से जीत हासिल की और एक बार फिर से विधायक बने।

चंपाई सोरेन की जगह ली

रामदास सोरेन की नियुक्ति के साथ ही, उन्होंने चंपाई सोरेन की जगह ली, जो उनके जाने के बाद खाली हुई थी। चंपाई सोरेन के जल संसाधन विभाग, उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग अब रामदास सोरेन को सौंपे जा रहे हैं।

सोरेन की पहली प्रतिक्रिया

मंत्री पद की शपथ लेने के बाद, रामदास सोरेन ने कहा कि वे जनहित में काम करते आए हैं और आगे भी करते रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे किसी के खिलाफ कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं और उनका ध्यान झारखंड सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने पर रहेगा। चंपाई सोरेन के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि चंपाई सोरेन बड़े नेता थे और रहेंगे। उन्होंने उनके साथ झारखंड आंदोलन में संघर्ष किया है और उनकी पूरी इज्जत करते हैं।

कोल्हान क्षेत्र में बढ़ेगा प्रभाव

रामदास सोरेन की मंत्री पद पर नियुक्ति के बाद, कोल्हान क्षेत्र में उनका प्रभाव और भी बढ़ जाएगा। कोल्हान में चंपाई सोरेन के बाद रामदास सोरेन को दूसरा बड़ा नेता माना जाता है, और अब पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिलों में उनका कद और भी ऊंचा हो गया है। आदिवासी समाज के बीच उनकी एक अलग पहचान है, और यह नियुक्ति उनके राजनीतिक करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित

Chandna Keshri मैं स्नातक हूं, लिखना मेरा शौक है।