निकेतन - प्रेरणा बुड़ाकोटी ,नई दिल्ली
मंदिर के समान स्वरूप है निकेतन, हर बच्चे का प्रथम प्रयास है निकेतन, यहां है विषयों का विशिष्ट स्थान, प्रगति विकास का मिलता ज्ञान,....
निकेतन
मंदिर के समान स्वरूप है निकेतन,
हर बच्चे का प्रथम प्रयास है निकेतन,
यहां है विषयों का विशिष्ट स्थान,
प्रगति विकास का मिलता ज्ञान,
सच्चाई, क्षमता, आज्ञा यहां हम सीखते,
भिन्न-भिन्न गतिविधियों के बारे में पढ़ते,
यहां नहीं होता जाति धर्म का भेदभाव,
जो ना समझे कीमत इसकी उसके जीवन में रहता शिक्षा का अभाव,
घर से ज्यादा हम यहां वक्त बिताते,
दोस्त, सखा जैसे अनमोल रिश्ते बनाते,
अध्यापिका के रूप में दिखती मां की झलक,
सच्चे मित्र को देखकर रहती चेहरे पर चमक,
घंटी की आवाज सुनते ही सब एक हो जाते,
गेंदे के फूल भांति एकतापूर्वक प्रार्थना में जुट जाते,
दिन रात एक करके अच्छे अंक ले आते,
प्रतीक वर्ष प्रतियोगिता में इनाम पाते,
प्रवीणता शिक्षकों का रहता यहां आगार,
एक शिक्षित व्यक्ति ही कभी नहीं पा सकता कहीं हार।
-- प्रेरणा बुड़ाकोटी ,नई दिल्ली
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