Nawada Voting: 54 प्रतिशत मतदान से बनी शांति और व्यवस्था की मिसाल
नवादा में पैक्स चुनाव 54 प्रतिशत मतदान के साथ शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। जानें इस चुनाव की पूरी रिपोर्ट और क्या रही मतदान प्रक्रिया की स्थिति।
नवादा, रविवार को काशीचक प्रखंड में आयोजित पैक्स चुनाव ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि लोकतंत्र की जड़ें गांवों में भी मजबूत हैं। इस चुनाव में प्रखंड के सभी 7 पैक्सों के 7425 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जिससे कुल मतदान प्रतिशत 54 प्रतिशत रहा।
शांतिपूर्ण मतदान की तस्वीर
प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) और प्रखंड चुनाव पदाधिकारी हर्ष पराशर ने बताया कि यह चुनाव पूरी तरह से शांतिपूर्ण और भयमुक्त वातावरण में संपन्न हुआ। मतदान प्रक्रिया के दौरान सभी 23 बूथों पर मतदाता कतारबद्ध होकर वोट डालते नजर आए। मतदान केंद्रों पर मौजूद मजिस्ट्रेट और पुलिसबल ने पूरे चुनावी माहौल को सुरक्षित बनाए रखा।
हर्ष पराशर ने कहा, "यह चुनाव बहुत ही व्यवस्थित और अनुशासन के साथ हुआ। मतदाताओं ने निर्भीक होकर अपने मत का प्रयोग किया, जिसके लिए मैं सभी को धन्यवाद देता हूं।"
मतदान केंद्रों पर सुरक्षा का कड़ा प्रबंध
चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए अनुमंडल पदाधिकारी अखिलेश कुमार, एसडीपीओ महेश चौधरी, ट्रैफिक डीएसपी राम शिव रंजन, और साइबर डीएसपी प्रिया ज्योति समेत वरिष्ठ अधिकारी विभिन्न बूथों पर जाकर मतदान की स्थिति का जायजा लेते रहे। इसके अलावा, मतदान केंद्रों पर मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध था, जिससे मतदान प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की विघ्न-बाधा से बचा जा सके।
गांवों से उठी कुछ चिंताजनक खबरें
हालांकि, कुछ जगहों से शांतिपूर्वक चुनाव के उल्लंघन के आरोप भी सामने आए। विरनावा, बेलर, चंडीनावा, और सुभानपुर जैसे गांवों में कुछ युवकों को शांति भंग करने के आरोप में हिरासत में लिया गया, लेकिन मतदान समाप्त होते ही उन्हें रिहा कर दिया गया।
बिरनावा गांव में पुलिस ने छापेमारी कर वर्तमान पैक्स अध्यक्ष लालजी कुमार के पुत्र, 22 वर्षीय राजू कुमार को लैपटॉप और प्रिंटर के साथ मतपत्र की फोटो कॉपी करते हुए गिरफ्तार किया। हालांकि, इस संबंध में थाना प्रभारी ने अपनी अनभिज्ञता जाहिर की है।
मतगणना की तैयारियां
पैक्स चुनाव के संपन्न होते ही सोमवार को केएलएस कॉलेज नवादा में मतगणना का कार्य शुरू होगा। मतगणना के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, और मतदान खत्म होते ही लोग यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि किस प्रत्याशी ने कितने वोट प्राप्त किए।
इतिहास और भविष्य की ओर एक नजर
पैक्स (Primary Agricultural Credit Society) चुनावों की प्रक्रिया का इतिहास ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह चुनाव स्थानीय स्तर पर किसानों और ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए कई योजनाओं की निगरानी और प्रबंधन में मदद करता है।
पैक्स चुनाव की शांतिपूर्ण स्थिति ने यह संदेश दिया कि लोकतंत्र की मूल भावना और ग्रामीणों का सहयोग, लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। नवादा का यह चुनाव न केवल एक सफल उदाहरण है, बल्कि भविष्य के चुनावों के लिए भी एक प्रेरणा है।
नवादा में हुए इस चुनाव से यह साबित हो गया है कि जब तक ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता और सक्रिय भागीदारी बनी रहती है, तब तक लोकतंत्र की जड़ें मजबूत रहती हैं। अब सबकी नजरें 1 दिसंबर को केएलएस कॉलेज में होने वाली मतगणना पर टिकी हुई हैं।
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